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रांची: मंडा पूजा में नहीं लगा मेला, टूटी सालों की परंपरा - लोगों ने मंडा पूजा को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए मनाया

मंडा पूजा की बरसों पुरानी परंपरा कोरोना वायरस के कारण टूट गयी. इस बार लोगों ने मेले का आयोजन नहीं किया और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए सांकेतिक रूप से पूजा संपन्न की गयी.

मंडा पूजा
मंडा पूजा
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Published : May 28, 2020, 8:57 PM IST

रांची: कोरोना महामारी के कारण हुए लॉकडाउन के कारण मंडा पूजा फीकी पड़ी है. वर्षों से की जा रही मंडा पूजा धूमधाम से मनाने की परंपरा इस वर्ष टूट गई है. शिवभक्तों ने सांकेतिक रूप से फेस मास्क लगाकर मंडा पूजा को संपन्न कराया. पूजा के दौरान शिव भक्त नंगे पांव दहकते अंगारे पर चल की अपनी आस्था का परिचय दिया और शारीरिक दूरी बनाकर भगवान शिव की पूजा अर्चना कर पूजा को संपन्न कराया गया.

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ये भी पढ़ें- कोविड-19 से लड़ने के लिए तैयार किया जा रहा रोबोट, एनआईटी सरायकेला में रिसर्च जारी

क्या है मंडा पूजा

पिठोरिया महादेव मंडा स्थल बरसों से धूमधाम के साथ फुलखुंदी का कार्यक्रम किया जाता है. जहां पर जलते अंगारे ने शिवभक्त नंगे पाओं चलते हैं. लेकिन इस बार लॉकडाउन के कारण सांकेतिक रूप से 5 लोगों ने फुलखुंदी का कार्यक्रम किया. जहां गोसांई ने पूजा पाठ संपन्न कराया गया. इसके साथ ही वैश्विक महामारी कोरोना महामारी से जल्द देशवासियों को छुटकारा मिले, ऐसी भगवान शिव और माता पार्वती से प्रार्थना की गई. ग्रामीणों ने पूर्व में ही निर्णय लिया था कि कोरोना वायरस के कारण इस वर्ष मेला नहीं लगाया जाएगा.

रांची: कोरोना महामारी के कारण हुए लॉकडाउन के कारण मंडा पूजा फीकी पड़ी है. वर्षों से की जा रही मंडा पूजा धूमधाम से मनाने की परंपरा इस वर्ष टूट गई है. शिवभक्तों ने सांकेतिक रूप से फेस मास्क लगाकर मंडा पूजा को संपन्न कराया. पूजा के दौरान शिव भक्त नंगे पांव दहकते अंगारे पर चल की अपनी आस्था का परिचय दिया और शारीरिक दूरी बनाकर भगवान शिव की पूजा अर्चना कर पूजा को संपन्न कराया गया.

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क्या है मंडा पूजा

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