ETV Bharat / city

रांची: छठ व्रतियों को सता रहा संक्रमण का डर, किया कृत्रिम तालाब का निर्माण - कोरोना को लेकर कृत्रिम तालाब

कोरोना के कारण लगे छठ गाइडलाइन को लेकर काफी विरोध हुआ था, जिसके बाद राज्य सरकार ने इसमें राहत दी. वहीं, कुछ लोग कोरोना से सुरक्षा के मद्देनजर घर में ही गड्ढा खोदकर पूजा करेंगे.

people-built-artificial-pond-in-ranchi
देखिए पूरी खबर
author img

By

Published : Nov 19, 2020, 7:50 PM IST

रांची: सूर्योपासना का चार दिवसीय छठ पूजा में छठ व्रर्ती जलाशय में घंटों रहकर उपासना कर भगवान भास्कर को अर्घ्य अर्पित करती हैं, लेकिन इस बार कोविड-19 के कारण लोग घर में ही घाट बनाकर पूजा करते हैं.

देखिए पूरी खबर

दरअसल, इस पर्व के प्रति लोगों की आस्था दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है, जिसकी अपेक्षा पूजा करने के लिए जलाशय कम पड़ रहे हैं. लिहाजा, लोग खुद से गड्ढा खोदकर काम चलाओ घाट बनाकर सूर्य उपासना कर रहे हैं. पहले एक बड़ी आबादी हरमू नदी में पूजा करते थी, लेकिन मौजूदा समय में नदी नाला में तब्दील हो गया है तो वहीं, शहर के अधिकतर जलाशय का पानी दूषित हो गया है. दूसरी तरफ कोरोना महामारी का संक्रमण का लोगों को डर सता रहा है. यही वजह है कि लोग खुद की व्यवस्था कर सूर्योपासना कर रहे हैं.

ये भी पढ़ें: बड़ा तालाब छठ घाट महापर्व के लिए तैयार, दूषित पानी छठ व्रतियों को पहुंचा सकता है नुकसान

कोरोना का बढ़ते संक्रमण के बीच छठ भक्तों का यह कदम बेहतर माना जा रहा है. यह इसलिए भी की जा रही है कि राज्य के मुखिया हेमंत सोरेन ने छठ भक्तों से घरों में सूर्य उपासना करने का आग्रह किया है. राज्य में भले ही कोरोना से ठीक होने का ग्रोथ रेट बेहतर हो, लेकिन संक्रमण कम नहीं हुआ है. इस परिस्थिति में लोग खुद को महफूज रख कर लोक आस्था का महापर्व छठ पूजा करे तो बेहतर होगा.

रांची: सूर्योपासना का चार दिवसीय छठ पूजा में छठ व्रर्ती जलाशय में घंटों रहकर उपासना कर भगवान भास्कर को अर्घ्य अर्पित करती हैं, लेकिन इस बार कोविड-19 के कारण लोग घर में ही घाट बनाकर पूजा करते हैं.

देखिए पूरी खबर

दरअसल, इस पर्व के प्रति लोगों की आस्था दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है, जिसकी अपेक्षा पूजा करने के लिए जलाशय कम पड़ रहे हैं. लिहाजा, लोग खुद से गड्ढा खोदकर काम चलाओ घाट बनाकर सूर्य उपासना कर रहे हैं. पहले एक बड़ी आबादी हरमू नदी में पूजा करते थी, लेकिन मौजूदा समय में नदी नाला में तब्दील हो गया है तो वहीं, शहर के अधिकतर जलाशय का पानी दूषित हो गया है. दूसरी तरफ कोरोना महामारी का संक्रमण का लोगों को डर सता रहा है. यही वजह है कि लोग खुद की व्यवस्था कर सूर्योपासना कर रहे हैं.

ये भी पढ़ें: बड़ा तालाब छठ घाट महापर्व के लिए तैयार, दूषित पानी छठ व्रतियों को पहुंचा सकता है नुकसान

कोरोना का बढ़ते संक्रमण के बीच छठ भक्तों का यह कदम बेहतर माना जा रहा है. यह इसलिए भी की जा रही है कि राज्य के मुखिया हेमंत सोरेन ने छठ भक्तों से घरों में सूर्य उपासना करने का आग्रह किया है. राज्य में भले ही कोरोना से ठीक होने का ग्रोथ रेट बेहतर हो, लेकिन संक्रमण कम नहीं हुआ है. इस परिस्थिति में लोग खुद को महफूज रख कर लोक आस्था का महापर्व छठ पूजा करे तो बेहतर होगा.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.