रांचीः राज्य के सबसे बड़े अस्पताल की लापरवाही फिर सामने आई है. बोकारो के गोमिया के रहने वाले 17 वर्षीय मरीज रोहित कुमार की मौत के बाद उनके परिजनों ने आरोप लगाया कि बार-बार डॉक्टरों और नर्सों को आग्रह करने के बावजूद मरीज का इलाज करने कोई नहीं आ रहा था. जिस कारण मरीज की सांस रुक गई और उसकी मौत हो गई. जबकि सांस रुकने के बाद डॉक्टर मरीज को बेवजह स्लाइन और पानी चढ़ाते रहे.
जानकारी के अनुसार मरीज के परिजनों ने आरोप लगाते हुए कहा कि डॉक्टरों और कर्मचारियों को मरीज के इलाज के लिए बार-बार आग्रह किया जा रहा था. लेकिन अस्पातल के डॉक्टर उनसे बड़ी ही बदतमीजी के साथ पेश आ रहे थे. वहीं मृतक के परिजनों ने डॉक्टर और रिम्स के कर्मचारियों पर मारपीट का भी आरोप लगाया है. मामले की गंभीरता को देखते हुए मौके पर पुलिस पहुंची और आक्रोशित परिजनों को समझा बुझाकर शांत करा दिया.
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पूरे मामले पर रिम्स के वरिष्ठ डॉक्टर और जेडीए अध्यक्ष अजीत कुमार ने कहा कि निश्चित रूप से मरीजों के साथ दुर्व्यवहार रिम्स की छवि को खराब करता है. इसलिए इस मामले पर जेडीए के अध्यक्ष होने के नाते रिम्स प्रबंधन को अवगत कराते हुए दोषी कर्मचारियों पर कार्रवाई करने की मांग करेंगे. इसके साथ ही उन्होंने डॉक्टरों और कर्मचारियों से अपील करते हुए कहा कि रिम्स में मरीजों की संवेदनाओं का ख्याल रखें ताकि रिम्स की छवि को कोई ठेस न पहुंचे.
हालांकि प्रशासन ने मरीज के परिजनों से मारपीट मामले को लेकर कोई पुष्टि नहीं की है, लेकिन लापरवाही और दुर्व्यवहार का मामला जरूर सामने आया है. ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि रिम्स में लोग अपनों की जान बचाने की आस लेकर पहुंचते हैं, लेकिन रिम्स के कर्मचारियों की लापरवाही और मरीज के परिजनों के साथ दुर्व्यवहार रिम्स में आए दिन लोगों को अपनों से तो दूर करता ही जा रहा, साथ ही रिम्स पर लोगों के भरोसे को भी खत्म कर रहा है. जो निश्चित रूप से रिम्स की छवि को खराब करता है.