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रिम्स में लापरवाही ने फिर ली एक जान, परिजनों से की गई मारपीट

रिम्स में एक बार फिर लापरवाही का मामला सामने आया है. जहां बोकारो के रहने वाले एक 17 वर्षीय रोहित की जान डॉक्टरों की लापरवाही के कारण चली गई. यही नहीं परिजनों के साथ दुर्व्यवहार भी किया गया, जिससे आक्रोशित परिजनों ने कर्मचारियों पर कार्रवाई की मांग की है.

Patient dies due to doctors' negligence in rims ranchi
रिम्स लापरवाही से मौत
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Published : Feb 10, 2020, 11:08 PM IST

रांचीः राज्य के सबसे बड़े अस्पताल की लापरवाही फिर सामने आई है. बोकारो के गोमिया के रहने वाले 17 वर्षीय मरीज रोहित कुमार की मौत के बाद उनके परिजनों ने आरोप लगाया कि बार-बार डॉक्टरों और नर्सों को आग्रह करने के बावजूद मरीज का इलाज करने कोई नहीं आ रहा था. जिस कारण मरीज की सांस रुक गई और उसकी मौत हो गई. जबकि सांस रुकने के बाद डॉक्टर मरीज को बेवजह स्लाइन और पानी चढ़ाते रहे.

देखें पूरी खबर

जानकारी के अनुसार मरीज के परिजनों ने आरोप लगाते हुए कहा कि डॉक्टरों और कर्मचारियों को मरीज के इलाज के लिए बार-बार आग्रह किया जा रहा था. लेकिन अस्पातल के डॉक्टर उनसे बड़ी ही बदतमीजी के साथ पेश आ रहे थे. वहीं मृतक के परिजनों ने डॉक्टर और रिम्स के कर्मचारियों पर मारपीट का भी आरोप लगाया है. मामले की गंभीरता को देखते हुए मौके पर पुलिस पहुंची और आक्रोशित परिजनों को समझा बुझाकर शांत करा दिया.

ये भी पढ़ें- कांग्रेस ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से की मांग, राज्य को लूटने वालों के खिलाफ हो कड़ी कार्रवाई

पूरे मामले पर रिम्स के वरिष्ठ डॉक्टर और जेडीए अध्यक्ष अजीत कुमार ने कहा कि निश्चित रूप से मरीजों के साथ दुर्व्यवहार रिम्स की छवि को खराब करता है. इसलिए इस मामले पर जेडीए के अध्यक्ष होने के नाते रिम्स प्रबंधन को अवगत कराते हुए दोषी कर्मचारियों पर कार्रवाई करने की मांग करेंगे. इसके साथ ही उन्होंने डॉक्टरों और कर्मचारियों से अपील करते हुए कहा कि रिम्स में मरीजों की संवेदनाओं का ख्याल रखें ताकि रिम्स की छवि को कोई ठेस न पहुंचे.

हालांकि प्रशासन ने मरीज के परिजनों से मारपीट मामले को लेकर कोई पुष्टि नहीं की है, लेकिन लापरवाही और दुर्व्यवहार का मामला जरूर सामने आया है. ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि रिम्स में लोग अपनों की जान बचाने की आस लेकर पहुंचते हैं, लेकिन रिम्स के कर्मचारियों की लापरवाही और मरीज के परिजनों के साथ दुर्व्यवहार रिम्स में आए दिन लोगों को अपनों से तो दूर करता ही जा रहा, साथ ही रिम्स पर लोगों के भरोसे को भी खत्म कर रहा है. जो निश्चित रूप से रिम्स की छवि को खराब करता है.

रांचीः राज्य के सबसे बड़े अस्पताल की लापरवाही फिर सामने आई है. बोकारो के गोमिया के रहने वाले 17 वर्षीय मरीज रोहित कुमार की मौत के बाद उनके परिजनों ने आरोप लगाया कि बार-बार डॉक्टरों और नर्सों को आग्रह करने के बावजूद मरीज का इलाज करने कोई नहीं आ रहा था. जिस कारण मरीज की सांस रुक गई और उसकी मौत हो गई. जबकि सांस रुकने के बाद डॉक्टर मरीज को बेवजह स्लाइन और पानी चढ़ाते रहे.

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जानकारी के अनुसार मरीज के परिजनों ने आरोप लगाते हुए कहा कि डॉक्टरों और कर्मचारियों को मरीज के इलाज के लिए बार-बार आग्रह किया जा रहा था. लेकिन अस्पातल के डॉक्टर उनसे बड़ी ही बदतमीजी के साथ पेश आ रहे थे. वहीं मृतक के परिजनों ने डॉक्टर और रिम्स के कर्मचारियों पर मारपीट का भी आरोप लगाया है. मामले की गंभीरता को देखते हुए मौके पर पुलिस पहुंची और आक्रोशित परिजनों को समझा बुझाकर शांत करा दिया.

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पूरे मामले पर रिम्स के वरिष्ठ डॉक्टर और जेडीए अध्यक्ष अजीत कुमार ने कहा कि निश्चित रूप से मरीजों के साथ दुर्व्यवहार रिम्स की छवि को खराब करता है. इसलिए इस मामले पर जेडीए के अध्यक्ष होने के नाते रिम्स प्रबंधन को अवगत कराते हुए दोषी कर्मचारियों पर कार्रवाई करने की मांग करेंगे. इसके साथ ही उन्होंने डॉक्टरों और कर्मचारियों से अपील करते हुए कहा कि रिम्स में मरीजों की संवेदनाओं का ख्याल रखें ताकि रिम्स की छवि को कोई ठेस न पहुंचे.

हालांकि प्रशासन ने मरीज के परिजनों से मारपीट मामले को लेकर कोई पुष्टि नहीं की है, लेकिन लापरवाही और दुर्व्यवहार का मामला जरूर सामने आया है. ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि रिम्स में लोग अपनों की जान बचाने की आस लेकर पहुंचते हैं, लेकिन रिम्स के कर्मचारियों की लापरवाही और मरीज के परिजनों के साथ दुर्व्यवहार रिम्स में आए दिन लोगों को अपनों से तो दूर करता ही जा रहा, साथ ही रिम्स पर लोगों के भरोसे को भी खत्म कर रहा है. जो निश्चित रूप से रिम्स की छवि को खराब करता है.

Intro:रिम्स में एक बार फिर लापरवाही का मामला सामने आया है।

बोकारो के गोमिया का रहने वाला 17 वर्षीय मरीज रोहित कुमार की मौत के बाद उनके परिजनों ने आरोप लगाया कि बार-बार डॉक्टरों और नर्सों को आग्रह करने के बावजूद भी मरीज का इलाज़ करने कोई नहीं आ रहा था। जिस कारण मरीज की सांस रुक गई। सांस रुकने के बाद डॉक्टर और मरीज द्वारा बेवजह स्लाइन और पानी चढ़ाया जा रहा था।Body:साथ ही मरीज के परिजनों ने आरोप लगाते हुए कहा कि डॉक्टरों और कर्मचारियों को मरीज़ की इलाज़ के लिये बार बार आग्रह किया तो उनके द्वारा बदतमीजी और दुर्व्यवहार की गई साथ ही मृतक के परिजनों ने डॉक्टर और रिम्स के कर्मचारियों पर मारपीट का भी आरोप लगाया है।मामले की गंभीरता को देखते हुए मौके पर पुलिस पहुंची और आक्रोशित परिजनों को समझा बुझाकर शांत करा दिया।

पूरे मामले पर रिम्स के वरिष्ठ डॉक्टर व जेडीए अध्यक्ष अजीत कुमार बताते हैं कि निश्चित रूप से मरीजों के साथ दुर्व्यवहार रिम्स की छवि को खराब करता है, इसलिये इस मामले पर जेडीए के अध्यक्ष होने के नाते रिम्स प्रबंधन को अवगत कराते हुए दोषी कर्मचारियों पर कार्रवाई करने की मांग करेंगे साथ ही उन्होंने डॉक्टरों एवं कर्मचारियों से अपील करते हुए कहा कि रिम्स में मरीजों की संवेदनाओं का ख्याल रखें ताकि रिम्स की छवि को कोई ठेस ना पहुंचे।


Conclusion:हालांकि प्रशासन ने डॉक्टर के द्वारा मारपीट को लेकर कोई पुष्टि नहीं की है,लेकिन लापरवाही और दुर्व्यवहार का मामला जरूर सामने आया है।

ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि रिम्स में लोग अपनों की जान बचाने का आस लेकर पहुंचते हैं,लेकिन रिम्स के कर्मचारियों की लापरवाही और मरीज़ के परिजनों के साथ दुर्व्यवहार रिम्स में आए लोगों को अपनों से तो दूर करता ही है साथ ही साथ रिम्स पर लोगों के भरोसे को भी खत्म कर रहा है जो निश्चित रूप से रिम्स की छवि को खराब करता है।

बाइट-डॉ अजीत कुमार,वरिष्ठ डॉक्टर,रिम्स
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