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पारा मेडिकल कर्मियों का आमरण अनशन, कहा- जल्द हो हमारी मांगों पर विचार - झारखंड समाचार

रांची में स्थायीकरण समेत कई मांगों को लेकर अनुबंध पर बहाल पारा मेडिकलकर्मियों ने अनशन शुरू कर दिया है. उनका कहना है कि अगर सरकार इस पर ध्यान नहीं देती है तो उग्र आंदोलन किया जाएगा.

आमरण अनशन पर बैठे पारा मेडिकल कर्मी
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Published : Aug 5, 2019, 11:37 PM IST

रांची: स्वास्थ विभाग में वर्षों से काम कर रहे अनुबंध पर बहाल पारा मेडिकलकर्मी अपने स्थायीकरण की मांग को लेकर लगातार विरोध कर रहे हैं. इसे लेकर राज्य के स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत अनुबंध पर बहाल पारा चिकित्सा कर्मी (लैब टेक्नीशियन एक्स रे टेक्निशियन फार्मासिस्ट जीएनएम-एएनएम) सोमवार को नामकुम स्थित निदेशक प्रमुख कार्यालय के सामने आमरण अनशन पर बैठ गए.

Para medical staff amarn anshan
आमरण अनशन पर बैठे पारा मेडिकल कर्मी

इनके समर्थन में राज्य भर के अनुबंध पर बहाल पारा चिकित्सक कर्मी भी उतर गए हैं, उनकी प्रमुख मांग हैं.

  • कैबिनेट से पास हुए पारा मेडिकल नियुक्ति नियमावली 2018 को अनुसरण करते हुए अति शीघ्र नियुक्ति की प्रक्रिया प्रारंभ की जाए.
  • वैसे अनुबंधकर्मी जो अनुबंध पर कार्यरत हैं और प्राथमिकता की अहर्ता रखते हैं लेकिन किसी कारण से पारा मेडिकल परिषद में निबंधन से वंचित हैं. उन्हें जल्द पारा मेडिकल काउंसिल रांची में निबंधन की अनुमति दी जाए.

ये भी पढ़ें- आखिर झारखंड में कांग्रेस क्यों हुई 'बेपटरी', कभी दी जाती थी पार्टी की मजबूती की मिसाल

बता दें कि पारा मेडिकल चिकित्साकर्मी पिछले कई दिनों से अपना विरोध जताकर स्वास्थ्य विभाग से स्थायीकरण की मांग कर रहे हैं. स्थायीकरण को लेकर विभाग की तरफ से किसी तरह का कोई आश्वासन नहीं दिया गया है. जिसे लेकर पारा चिकित्सककर्मी संघ ने उग्र आंदोलन की भी चेतावनी दी है.

आमरण अनशन पर बैठे पारा चिकित्साकर्मियों ने प्रशासन पर आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि लापरवाही का आलम दिखाते हुए प्रशासन ने रात में आमरण अनशन कर रहे पारा कर्मियों को कोई सुरक्षा प्रदान नहीं की है. आमरण अनशन करने वालों में विनय कुमार सिंह, जगन्नाथ प्रसाद महतो, सत्येंद्र कुमार,नागेश्वर प्रसाद, ज्योति रैना, अनूप गुड़िया शामिल हैं.

रांची: स्वास्थ विभाग में वर्षों से काम कर रहे अनुबंध पर बहाल पारा मेडिकलकर्मी अपने स्थायीकरण की मांग को लेकर लगातार विरोध कर रहे हैं. इसे लेकर राज्य के स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत अनुबंध पर बहाल पारा चिकित्सा कर्मी (लैब टेक्नीशियन एक्स रे टेक्निशियन फार्मासिस्ट जीएनएम-एएनएम) सोमवार को नामकुम स्थित निदेशक प्रमुख कार्यालय के सामने आमरण अनशन पर बैठ गए.

Para medical staff amarn anshan
आमरण अनशन पर बैठे पारा मेडिकल कर्मी

इनके समर्थन में राज्य भर के अनुबंध पर बहाल पारा चिकित्सक कर्मी भी उतर गए हैं, उनकी प्रमुख मांग हैं.

  • कैबिनेट से पास हुए पारा मेडिकल नियुक्ति नियमावली 2018 को अनुसरण करते हुए अति शीघ्र नियुक्ति की प्रक्रिया प्रारंभ की जाए.
  • वैसे अनुबंधकर्मी जो अनुबंध पर कार्यरत हैं और प्राथमिकता की अहर्ता रखते हैं लेकिन किसी कारण से पारा मेडिकल परिषद में निबंधन से वंचित हैं. उन्हें जल्द पारा मेडिकल काउंसिल रांची में निबंधन की अनुमति दी जाए.

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बता दें कि पारा मेडिकल चिकित्साकर्मी पिछले कई दिनों से अपना विरोध जताकर स्वास्थ्य विभाग से स्थायीकरण की मांग कर रहे हैं. स्थायीकरण को लेकर विभाग की तरफ से किसी तरह का कोई आश्वासन नहीं दिया गया है. जिसे लेकर पारा चिकित्सककर्मी संघ ने उग्र आंदोलन की भी चेतावनी दी है.

आमरण अनशन पर बैठे पारा चिकित्साकर्मियों ने प्रशासन पर आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि लापरवाही का आलम दिखाते हुए प्रशासन ने रात में आमरण अनशन कर रहे पारा कर्मियों को कोई सुरक्षा प्रदान नहीं की है. आमरण अनशन करने वालों में विनय कुमार सिंह, जगन्नाथ प्रसाद महतो, सत्येंद्र कुमार,नागेश्वर प्रसाद, ज्योति रैना, अनूप गुड़िया शामिल हैं.

Intro: स्वास्थ विभाग में वर्षों से काम कर रहे अनुबंध पर बहाल पारा मेडिकल कर्मी अपने स्थायीकरण की मांग को लेकर लगातार विरोध कर रहे हैं।

इसी को लेकर राज्य के स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत अनुबंध पर बहाल पारा चिकित्सा कर्मी (लैब टेक्नीशियन एक्स रे टेक्निशियन फार्मासिस्ट जीएनएम-एएनएम) सोमवार को नामकुम स्थित निदेशक प्रमुख कार्यालय के सामने आमरण अनशन पर बैठे हैं।
जिनमें इनका समर्थन राज्य भर के अनुबंध पर बहाल पारा चिकित्सक कर्मी दे रहे हैं।

Body:अनुबंध पर कार्यरत पारा चिकित्सक कर्मियों की प्रमुख मांग
1. कैबिनेट से पास हुए पारा मेडिकल नियुक्ति नियमावली 2018 को अनुसरण करते हुए अति शीघ्र नियुक्ति की प्रक्रिया प्रारंभ की जाए।
2. वैसे अनुबंध कर्मी जो अनुबंध पर कार्यरत है और प्राथमिकता की अहर्ता रखते हैं लेकिन किसी कारण से पारा मेडिकल परिषद में निबंधन से वंचित है उन्हें शीघ्र पारा मेडिकल काउंसिल रांची में निबंधन की अनुमति दी जाए।

विनय कुमार सिंह, जगन्नाथ प्रसाद महतो, सत्येंद्र कुमार,नागेश्वर प्रसाद, ज्योति रैना, अनूप गुड़िया आमरण अनशन पर बैठे वाले अनुबंध पारा चिकत्सक कर्मी में शामिल हैं।

Conclusion:गौरतलब है कि पारा मेडिकल चिकित्सा कर्मी पिछले कई दिनों से अपना विरोध जताकर स्वास्थ्य विभाग से स्थायीकरण की मांग कर रहे हैं लेकिन के स्थायीकरण को लेकर विभाग की तरफ से किसी तरह का कोई आश्वासन नहीं दिया गया है जिसको लेकर पारा चिकित्सक कर्मी संघ ने उग्र आंदोलन की भी चेतावनी दी है।

आमरण अनशन पर बैठे पारा चिकित्सक कर्मियों ने प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि लापरवाही का आलम दिखाते हुए प्रशासन ने रात में आमरण अनशन कर रहे पारा चिकित्सक कर्मियों को कोई सुरक्षा प्रदान नहीं की है।

बाइट- विनय कुमार सिंह, प्रदेश अध्यक्ष,अनुबंध पारा चिकित्सक कर्मी संघ
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