रांची: झारखंड में पंचायत चुनाव की घोषणा के साथ ही 09 अप्रैल 2022 को आदर्श आचार संहिता लग गया है. ऐसे में राज्य में केंद्रीय मंत्रियों के दौरे, सरकारी योजनाओं की समीक्षा और अन्य कार्यक्रमों को झामुमो ने आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन बताया. उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी राज्य में पंचायत चुनाव को प्रभावित करने की कोशिश कर रही है.
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पार्टी के केंद्रीय कार्यालय में झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय समिति सदस्य विनोद पांडे और सुप्रियो भट्टाचार्या ने कहा कि जो जानकारी मिली है उसके अनुसार राज्य के 24 में से 19 जिलों में भाजपा के केंद्रीय मंत्रियों का कार्यक्रम बनाया गया है. जिसमें से 03 केंद्रीय मंत्रियों का शेड्यूल भी राज्य के मुख्य सचिव, संबंधित जिले के डीसी और एसपी के पास पहुंच गया है. झामुमो ने इसे आदर्श आचार संहिता का ये सीधा उल्लंघन बताया है.
पार्टी नेता विनोद पांडे ने कहा कि दलीय आधार पर चुनाव नहीं होने के बावजूद भाजपा का यह कृत्य ठीक नहीं है, ऐसे में शनिवार 16 अप्रैल को झामुमो का प्रतिनिधिमंडल राज्य निर्वाचन आयोग जाकर ज्ञापन सौंपेगा और केंद्रीय मंत्रियों के झारखंड आकर योजनाओं की समीक्षा कार्यक्रम पर रोक लगाने और नियमानुसार कार्रवाई की मांग करेगा.
झामुमो के वरिष्ठ नेता सुप्रियो भट्टाचार्या ने कहा कि एक महीने में ही पंचायत चुनाव के सभी चरण पूरे हो जाएंगे. उन्होने कहा कि हड़बड़ी क्या है कि आचार संहिता लागू होने के बाद भी केंद्रीय मंत्रियों की फौज को झारखंड के 19 जिलों में उतारने की तैयारी की गई है. सुप्रीयो भट्टाचार्य ने कहा कि दरअसल गांव और कस्बों में भाजपा का जनाधार साफ हो गया है, ग्रामीण जनता के दिल से भाजपा उतर गई है. इसलिए दलीय आधार पर चुनाव नहीं होने के बावजूद भाजपा इसे प्रभावित करने की कोशिश कर रही है.
सुप्रियो भट्टाचार्या ने कहा कि जहां जहां, जिस जिस राज्यों में भाजपा की सरकार है वहां खुलेआम संविधान का उल्लंघन हो रहा है. जहां विपक्षी दलों की सरकार है वहां DC/SP पर दवाब बनाकर लोकतंत्र को कमजोर करने का षड्यंत्र भाजपा रचती है. जिसे झारखंड में जनता के सहयोग से झामुमो कभी पूरा होने नहीं देगी.