रांचीः राज्य में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव और 14 नगर निकाय क्षेत्रों में चुनाव कराने को लेकर राज्य निर्वाचन आयोग ने तैयारी पूरी कर ली है. मिली जानकारी के मुताबिक आगामी 3 नवंबर को राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा औपचारिक ऐलान किये जाने की संभावना है. राज्य निर्वाचन आयोग इसी दिन दोपहर में राज्य के सभी डीसी और एसपी से वीडियो कंफ्रेसिंग के जरिए चुनाव तैयारी का जायजा लेगा. यदि सबकुछ ठीक रहा तो 3 नवंबर को दोपहर से पहले राज्य निर्वाचन आयोग प्रेस कॉफ्रेंस कर चुनाव तैयारी के बारे में जानकारी देगा.
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कई चरणों में मतदान होने की है संभावना
राज्य निर्वाचन आयोग ने त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव कई चरणों में कराने की तैयारी कर रही है. जिससे शांतिपूर्ण एवं निष्पक्ष चुनाव संपन्न हो सके. जानकारी के मुताबिक पांच से सात चरणों में राज्य में पंचायत चुनाव होने की संभावना है. पंचायत चुनाव दिसंबर 2020 में होने थे, वहीं 14 नगर निकाय क्षेत्रों में निर्वाचन मई-जून 2020 में होना था. उस समय से यह लंबित है. कोरोना के कारण निर्वाचन कार्य लंबित होता गया, इस दौरान राज्य सरकार ने कई बदलाव भी किये. नगर निकाय में मेयर, डिप्टी मेयर, अध्यक्ष और उपाध्यक्ष जैसे पदों पर चुनाव गैरदलीय आधार पर कराने का निर्णय लिया गया. जिसके कारण इस बार राजनीतिक दल बैकडोर से चुनाव में भागीदारी निभाने को मजबूर होंगे. नगर निकाय चुनाव ईवीएम से कराने की तैयारी है. वहीं त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव बैलेट पेपर के जरिए पूर्व की तरह होने की संभावना है.
राज्य में तीसरी बार बनेगी गांव की सरकार
झारखंड में पिछली बार 2015 में पंचायत चुनाव हुए थे. जिसमें राज्यभर में 4402 मुखिया, 545 जिला परिषद सदस्य, 5423 पंचायत समिति सदस्य, 54330 ग्राम पंचायत सदस्यों का निर्वाचन हुआ था. वर्तमान में झारखंड में कुल 32660 गांव हैं. जिसमें निर्वाचित जनप्रतिनिधियों का कार्यकाल दिसंबर 2020 में ही समाप्त हो चुका है. पंचायत चुनाव नहीं होने से राज्य सरकार को 15 वें वित्त आयोग से प्राप्त होनेवाली राशि से वंचित होना पड़ेगा. इसलिए राज्य सरकार हर हाल में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव जल्द से जल्द कराना चाह रही है.
कोरोना के बीच चुनाव कराना आयोग के लिए चुनौती
कोरोना के बीच राज्य में होने वाले पंचायत और निकाय चुनाव राज्य निर्वाचन आयोग के लिए चुनौती भरा काम है. आयोग इसके लिए गाइडलाइन भी तैयार कर रहा है. जिसके तहत डोर टू डोर चुनाव प्रचार से लेकर मतदान केंद्रों तक कोरोना प्रोटोकॉल का ध्यान रखा जायेगा. जनसभा, नुक्कड़ सभा और डोर टू कैंपेन आदि में होने वाली भीड़ पर भी आयोग की नजर है और इसके लिए प्रत्याशियों को आयोग के गाइडलाइन का पालन करना होगा. मास्क और सेनेटाइजर और सोशल डिस्टेंस अनिवार्य होगा. मतदान केंद्र पर भारत निर्वाचन आयोग के द्वारा जारी कोविड गाइडलाइन को आधार बनाकर राज्य निर्वाचन आयोग तैयारी पूरी करने में जुटा है.