रांची: झारखंड एकेडमिक काउंसिल की ओर से बिना परीक्षा लिए एक फॉर्मूले के तहत मैट्रिक और इंटर का रिजल्ट का प्रकाशन किया गया है. कोरोना वायरस के मद्देनजर यह फैसला शिक्षा विभाग को लेना पड़ा है. हालांकि रिजल्ट प्रकाशन के बाद लगातार हंगामा बरपा हुआ है. जबकि झारखंड एकेडमिक काउंसिल ने मैट्रिक और इंटर की विशेष परीक्षा आयोजित करने का निर्णय लिया है.
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किसी ने भी यह नहीं सोचा था कि कोरोना महामारी के मद्देनजर परीक्षाएं रद्द हो जाएंगी. रद्द होने के बाद रिजल्ट का प्रकाशन एक फॉर्मूले के आधार पर किया जाएगा और उसके बाद राज्य भर में इस परीक्षा परिणाम का विरोध भी होगा. विरोध भी इस कदर कि पुलिस को छात्राओं पर मजबूरन लाठीचार्ज करना पड़ा और तो और आए दिन राजधानी रांची समेत राज्य के विभिन्न जिलों में शिक्षा विभाग के पदाधिकारियों, पुलिस प्रशासन और विद्यार्थियों के बीच तनातनी देखी जा रही है. लगातार विद्यार्थी आक्रोशित हैं और आंदोलित हैं. दरअसल, 9वी और 11वीं को आधार बनाकर जैक द्वारा जारी मैट्रिक और इंटरमीडिएट के रिजल्ट में हजारों परीक्षार्थी असफल हो गए हैं.
विद्यार्थियों का तर्क है कि जब जैक द्वारा परीक्षा ही नहीं ली गई तो उन्हें फेल करने का आधार आखिर क्या बनाया गया. जबकि ऐसे कई विद्यार्थियों को भी फेल किया गया है जो विद्यार्थी 9वी और 11वीं में बेहतर परिणाम के साथ पास हुए हैं. विद्यार्थियों का कहना है कि नौवीं और 11वीं में पासिंग परसेंटेज बेहतर रहने के बावजूद वह कैसे फेल कर गए. यह अचंभित करने वाली बात है. मामले को लेकर लगातार आंदोलन हो रहा है धनबाद में पुलिस ने एसडीएम के नेतृत्व में छात्राओं पर लाठीचार्ज भी कर दिया और यह मामला राज्य भर में गर्म हो गया.
छात्र संगठन है आंदोलित
मामले को लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद जैसे संगठन मुखर हो चुके हैं और लगातार छात्र हित में फैसले लेने की मांग राज्य सरकार से कर रहा है. हालांकि झारखंड एकेडमिक काउंसिल और खुद शिक्षा मंत्री ने भी यह स्पष्ट कर दिया है कि विद्यार्थियों के लिए अलग से परीक्षा आयोजित की जाएगी. शिकायत के लिए जैक की ओर से एक उचित प्लेटफॉर्म भी बनाया गया है. जिसके जरिए विद्यार्थियों की परेशानियों को दूर किया जाएगा. जो भी विद्यार्थी परिणाम से संतुष्ट नहीं है उनके लिए तमाम दरवाजे खुले हुए हैं.
होगी विशेष परीक्षा
इसके बावजूद अगर आंदोलन हो रहा है तो यह दुर्भाग्य है क्योंकि कोरोना महामारी को देखते हुए ही रिजल्ट का प्रकाशन इस तरीके से किया गया है. नहीं तो परीक्षाएं आयोजित जरूर होती. हालांकि अब झारखंड एकेडमिक काउंसिल की ओर से पूरक, संपूरक और विशेष परीक्षा आयोजित करने की तैयारी की जा रही है. इस बार परीक्षा के बदले हुए पैटर्न में आयोजित होगी. वैसे परीक्षार्थी जो अपने रिजल्ट से संतुष्ट नहीं है. उनके लिए यह परीक्षा आयोजित होगी सितंबर के प्रथम सप्ताह तक इस परीक्षा को आयोजित करने की पूरी तैयारी कर ली गई है. इन परीक्षार्थियों का रिजल्ट भी परीक्षा आयोजन के 1 सप्ताह के बाद जारी कर दिया जाएगा. यह परीक्षा पूरी तरह ओएमआर सीट पर होगी.
राजनीतिक पार्टी भी कर रहे हैं छात्र के समर्थन में आंदोलन
हालांकि अभी भी इस मामले को लेकर भारतीय जनता पार्टी के युवा मोर्चा और कुछ छात्र संगठन आंदोलन करने की बात कह रहे हैं. छात्र संगठनों का कहना है कि जब अधिकतर विद्यार्थियों को बिना परीक्षा के ही पास कर दिया गया तो इन विद्यार्थियों को आखिर झारखंड एकेडमिक काउंसिल की ओर से प्रमोट क्यों नहीं किया जा रहा है. इनके लिए विशेष परीक्षा की व्यवस्था क्यों की गई है और इसी सवाल को लेकर लगातार गतिरोध जारी है. जबकि झारखंड एकेडमिक काउंसिल और शिक्षा मंत्री भी लोगों से आंदोलन ना करने की अपील कर रहे हैं और नसीहत भी दे रहे हैं.