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शहर में लगा गंदगी का अंबार, कांग्रेस ने मंत्री और मेयर को घेरा - ईटीवी भारत

नगर निगम की कार्यशैली पर विपक्ष ने निशाना साधा है. उनका कहना है कि शहर की साफ-सफाई को लेकर वे चिंतित नहीं हैं. वहीं, सरकार के मंत्री सीपी सिंह ने कहा कि विपक्ष काम है लोगों को भड़का कर सत्ताधारी दल के खिलाफ षड्यंत्र रचना.

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Published : Apr 18, 2019, 12:38 PM IST

रांची: स्वच्छ और सुंदर राजधानी बनाने का निगम का दावा उस समय बेमानी नजर आता है जब कचरे से शहर के गली मोहल्ले पटे हो और उसकी चिंता नगर विकास विभाग और निगम को ना हो. शहर के कई वार्डों में नारकीय स्थिति बनी हुई है. इसे लेकर निगम गंभीर नहीं दिख रहा है. ऐसे में कांग्रेस ने मंत्री और बीजेपी समर्थित मेयर और डिप्टी मेयर पर जमकर हमला बोला है.

देखें पूरी खबर

जब विभागीय मंत्री ने इस पर दो टूक जवाब देते हुए कहा है कि विपक्ष षड्यंत्र के तहत सत्ताधारी दल को बदनाम करने का प्रयास कर रहा है. दरअसल, रांची में नगर विकास विभाग द्वारा कई योजनाओं को धरातल पर लाने की कवायद चल रही है. लेकिन कई ऐसी योजनाएं भी हैं, जो धरातल पर आने के बाद भी सफल साबित नहीं हुए हैं. इसका ताजा उदाहरण अटल स्मृति वेंडर मार्केट को कहा जा सकता है. जिसके उद्घाटन के 5 महीने बीतने के बाद भी वहां दुकाने नहीं सजी हैं.

ऐसे ही करोड़ों की लागत से बने शहर के इलेक्ट्रिक शवदाह गृह का भी हाल हुआ. जिसका वर्षों पहले उद्घाटन तो हुआ. लेकिन शवदाह गृह शुरू नहीं होने की वजह से कबाड़ में तब्दील हो गया है. वहीं, स्वच्छता को लेकर निगम के अभियान की पोल उस समय खुल जाती है. जब शहर के गली मोहल्लों में कचरों का अंबार नजार आता है. उदाहरण के तौर पर अगर वार्ड नंबर 28 के इलाके को देखे तो वहां की स्थिति नारकीय बनी हुई है, जहां कभी भी महामारी की चपेट में लोग आ सकते हैं. शहर में मच्छरों का प्रकोप भी बढ़ा हुआ है.
शहर के इन मुद्दों को लेकर विपक्ष की कांग्रेस पार्टी लगातार नगर विकास विभाग के मंत्री समेत मेयर और डिप्टी मेयर पर निशाना साध रहे हैं. प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता आलोक दुबे ने इस बाबत कहा कि मेयर और डिप्टी मेयर को शहर की साफ सफाई और निगम का लाभ लोगों तक कैसे पहुंचाया जाए. इसकी चिंता नहीं है बल्कि वह राजनीति में ज्यादा व्यस्त रहते हैं.

ये भी पढ़ें- आजादी के 70 सालों बाद भी नहीं पहुंची बिजली, 'ढिबरी युग' में जीने क मजबूर हैं लोग

उन्होंने शहरी विकास मंत्री सीपी सिंह पर भी गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि कई अधिकारी शहर के विकास के लिए काम भी करना चाहते हैं लेकिन शहरी विकास मंत्री के इजाजत के बिना कोई काम नहीं होता है. जब तक उनकी सेटिंग कंपनी से ना हो जाए. उन्होंने कहा कि नगर विकास विभाग गरीबों के लिए फ्लैट बनाने के नाम पर जिन जमीनों को चिन्हित कर रहे हैं। उसको लेकर रैयतों की इजाजत भी नहीं ली जा रही है. कहीं ना कहीं बीजेपी जान बूझकर आम लोगों को परेशान करने में लगी हुई है.

ऐसे में इन आरोपों को लेकर शहरी विकास मंत्री सीपी सिंह ने दो टूक जवाब देते हुए कहा है कि विपक्ष की कांग्रेस पार्टी राज्य और राजधानी का विकास होते नहीं देखना चाहती और इसीलिए लोगों को भड़का कर सत्ताधारी दल के खिलाफ षड्यंत्र रचती है. उन्होंने कहा कि विपक्षी दल लगातार लूट में लगी हुई है. जबकि बीजेपी के द्वारा किए गए कार्यों में विपक्ष द्वारा रोड़ा उत्पन्न किया जाता है. ताकि नाकामी का ठीकरा उन पर थोपा जा सके. हाल के दिनों में गरीबों के लिए फ्लैट बनाने के मामले को लेकर उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री का सपना है कि 2022 तक हर व्यक्ति को घर मिले. लेकिन विपक्ष के लोग यह नहीं चाहते और लोगों को भड़काते हैं.

रांची: स्वच्छ और सुंदर राजधानी बनाने का निगम का दावा उस समय बेमानी नजर आता है जब कचरे से शहर के गली मोहल्ले पटे हो और उसकी चिंता नगर विकास विभाग और निगम को ना हो. शहर के कई वार्डों में नारकीय स्थिति बनी हुई है. इसे लेकर निगम गंभीर नहीं दिख रहा है. ऐसे में कांग्रेस ने मंत्री और बीजेपी समर्थित मेयर और डिप्टी मेयर पर जमकर हमला बोला है.

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जब विभागीय मंत्री ने इस पर दो टूक जवाब देते हुए कहा है कि विपक्ष षड्यंत्र के तहत सत्ताधारी दल को बदनाम करने का प्रयास कर रहा है. दरअसल, रांची में नगर विकास विभाग द्वारा कई योजनाओं को धरातल पर लाने की कवायद चल रही है. लेकिन कई ऐसी योजनाएं भी हैं, जो धरातल पर आने के बाद भी सफल साबित नहीं हुए हैं. इसका ताजा उदाहरण अटल स्मृति वेंडर मार्केट को कहा जा सकता है. जिसके उद्घाटन के 5 महीने बीतने के बाद भी वहां दुकाने नहीं सजी हैं.

ऐसे ही करोड़ों की लागत से बने शहर के इलेक्ट्रिक शवदाह गृह का भी हाल हुआ. जिसका वर्षों पहले उद्घाटन तो हुआ. लेकिन शवदाह गृह शुरू नहीं होने की वजह से कबाड़ में तब्दील हो गया है. वहीं, स्वच्छता को लेकर निगम के अभियान की पोल उस समय खुल जाती है. जब शहर के गली मोहल्लों में कचरों का अंबार नजार आता है. उदाहरण के तौर पर अगर वार्ड नंबर 28 के इलाके को देखे तो वहां की स्थिति नारकीय बनी हुई है, जहां कभी भी महामारी की चपेट में लोग आ सकते हैं. शहर में मच्छरों का प्रकोप भी बढ़ा हुआ है.
शहर के इन मुद्दों को लेकर विपक्ष की कांग्रेस पार्टी लगातार नगर विकास विभाग के मंत्री समेत मेयर और डिप्टी मेयर पर निशाना साध रहे हैं. प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता आलोक दुबे ने इस बाबत कहा कि मेयर और डिप्टी मेयर को शहर की साफ सफाई और निगम का लाभ लोगों तक कैसे पहुंचाया जाए. इसकी चिंता नहीं है बल्कि वह राजनीति में ज्यादा व्यस्त रहते हैं.

ये भी पढ़ें- आजादी के 70 सालों बाद भी नहीं पहुंची बिजली, 'ढिबरी युग' में जीने क मजबूर हैं लोग

उन्होंने शहरी विकास मंत्री सीपी सिंह पर भी गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि कई अधिकारी शहर के विकास के लिए काम भी करना चाहते हैं लेकिन शहरी विकास मंत्री के इजाजत के बिना कोई काम नहीं होता है. जब तक उनकी सेटिंग कंपनी से ना हो जाए. उन्होंने कहा कि नगर विकास विभाग गरीबों के लिए फ्लैट बनाने के नाम पर जिन जमीनों को चिन्हित कर रहे हैं। उसको लेकर रैयतों की इजाजत भी नहीं ली जा रही है. कहीं ना कहीं बीजेपी जान बूझकर आम लोगों को परेशान करने में लगी हुई है.

ऐसे में इन आरोपों को लेकर शहरी विकास मंत्री सीपी सिंह ने दो टूक जवाब देते हुए कहा है कि विपक्ष की कांग्रेस पार्टी राज्य और राजधानी का विकास होते नहीं देखना चाहती और इसीलिए लोगों को भड़का कर सत्ताधारी दल के खिलाफ षड्यंत्र रचती है. उन्होंने कहा कि विपक्षी दल लगातार लूट में लगी हुई है. जबकि बीजेपी के द्वारा किए गए कार्यों में विपक्ष द्वारा रोड़ा उत्पन्न किया जाता है. ताकि नाकामी का ठीकरा उन पर थोपा जा सके. हाल के दिनों में गरीबों के लिए फ्लैट बनाने के मामले को लेकर उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री का सपना है कि 2022 तक हर व्यक्ति को घर मिले. लेकिन विपक्ष के लोग यह नहीं चाहते और लोगों को भड़काते हैं.

Intro:रांची.राजधानी को स्वच्छ और सुंदर बनाकर रखने के निगम के दावे उस समय बेमानी नजर आते हैं। जब कचरे से शहर के गली मोहल्ले पटे हो और उसकी चिंता नगर विकास विभाग और निगम को ना हो। शहर के कई वार्डों में नारकीय स्थिति बनी हुई है। लेकिन इसको लेकर निगम गंभीर नहीं दिख रहा है।ऐसे में विपक्ष की कांग्रेस पार्टी ने नगर विकास विभाग के मंत्री और बीजेपी समर्थित मेयर और डिप्टी मेयर पर जमकर हमला बोला है।जबकि विभागीय मंत्री ने इस पर दो टूक जवाब देते हुए कहा है कि विपक्ष षड्यंत्र के तहत सत्ताधारी दल को बदनाम करने का प्रयास कर रही है।


Body:दरअसल राजधानी रांची में नगर विकास विभाग द्वारा कई योजनाओं को धरातल पर लाने की कवायद चल रही है। लेकिन कई ऐसी योजनाएं भी हैं। जो धरातल पर आने के बाद भी सफल साबित नहीं हुए हैं।इसका ताजा उदाहरण अटल स्मृति वेंडर मार्केट को कहा जा सकता है। जिसके उद्घाटन के 5 महीने बीतने के बाद भी वहां दुकाने नहीं सजी हैं। ऐसे ही करोड़ों की लागत से बने शहर के इलेक्ट्रिक शवदाह गृह का भी हाल हुआ।जिसका वर्षों पहले उद्घाटन तो हुआ। लेकिन शवदाह गृह शुरु नहीं होने की वजह से कबाड़ में तब्दील हो गया है। वंही स्वच्छता को लेकर निगम के अभियान की पोल उस समय खुल जाती है। जब शहर के गली मोहल्लों में कचड़ों का अम्बार नजार आता है। उदाहरण के तौर पर अगर वार्ड नंबर 28 के इलाके को देखे तो वंहा की स्थिति नरकीय बनी हुई है। जहां कभी भी महामारी की चपेट में लोग आ सकते हैं। शहर में मच्छरों का प्रकोप भी बढ़ा हुआ है। लेकिन निगम फागिंग के दावे करती नहीं थकती।

शहर के इन मुद्दों को लेकर विपक्ष की कांग्रेस पार्टी लगातार नगर विकास विभाग के मंत्री समेत मेयर और डिप्टी मेयर पर निशाना साध रहे हैं। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता आलोक दुबे ने इस बाबत कहा कि मेयर और डिप्टी मेयर को शहर की साफ सफाई और निगम का लाभ लोगों तक कैसे पहुंचाया जाए।इसकी चिंता नहीं है। बल्कि वह राजनीति में ज्यादा व्यस्त रहते हैं।उन्होंने शहरी विकास मंत्री सीपी सिंह पर भी गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि कई अधिकारी शहर के विकास के लिए काम भी करना चाहते हैं लेकिन शहरी विकास मंत्री के इजाजत के बिना कोई काम नहीं होता है। जब तक उनकी सेटिंग कंपनी से ना हो जाए। उन्होंने कहा कि नगर विकास विभाग गरीबों के लिए फ्लैट बनाने के नाम पर जिन जमीनों को चिन्हित कर रहे हैं। उसको लेकर रैयतों की इजाजत भी नहीं ली जा रही है। कहीं ना कहीं बीजेपी जानबूझकर आम लोगों को परेशान करने में लगी हुई है।


Conclusion:ऐसे में इन आरोपों को लेकर शहरी विकास मंत्री सीपी सिंह ने दो टूक जवाब देते हुए कहा है कि विपक्ष की कांग्रेस पार्टी राज्य और राजधानी का विकास होते नहीं देखना चाहती और इसीलिए लोगों को भड़का कर सत्ताधारी दल के खिलाफ षड्यंत्र रचती है। उन्होंने कहा कि विपक्षी दल लगातार लूट में लगी हुई है। जबकि बीजेपी के द्वारा किए गए कार्यों में विपक्ष द्वारा रोड़ा उत्पन्न किया जाता है। ताकि नाकामी का ठीकरा उन पर थोपा जा सके।हाल के दिनों में गरीबों के लिए फ्लैट बनाने के मामले को लेकर उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री का सपना है कि 2022 तक हर व्यक्ति को घर मिले। लेकिन विपक्ष के लोग यह नहीं चाहते और लोगों को भड़काते हैं।जबकि अगर गरीबों के लिए सरकारी जमीन पर घर बनता तो घर उन्हें ही आवंटित होता। उन्होंने कहा कि किसी की रैयत की जमीन का इस्तेमाल शहरी विकास विभाग के द्वारा नहीं किया जा रहा है।लेकिन विपक्ष के लोग आम जनता को सुविधा मिलने से महरूम रखते हुए भड़काने का काम कर रहे हैं।
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