रांचीः झारखंड विधानसभा के मानसून सत्र के दूसरे दिन जन मुद्दों से जुड़े कई मुद्दों को लेकर सदन के अंदर चर्चा हुई. वहीं बाबूलाल मरांडी को नेता प्रतिपक्ष का दर्जा देने को लेकर चर्चा की गई. बाबूलाल मरांडी के सवाल पूछे जाने पर भी रोके जाने के बाद विपक्षी दलों के लोग नाराज नजर आए.
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आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो ने कहा कि सदन के अंदर बाबूलाल मरांडी ने सवाल पूछने को लेकर हाथ उठाया. लेकिन उन्हें प्रश्न नहीं पूछने दिया जाना गलत परिपाटी की शुरुआत है. विपक्ष को सरकार से सवाल पूछने का अधिकार है. ऐसा हमेशा से होता रहा है. लेकिन माननीय स्पीकर साहब ने सदन के अंदर उन्हें बोलने नहीं दिया. यह गलत परिपाटी लगती है.
वहीं जेएमएम विधायक मथुरा प्रसाद ने कहा कि बाबूलाल मरांडी को नेता प्रतिपक्ष नहीं बनाए जाने को लेकर कहा कि मामला अभी स्पीकर के पास है. ऐसे में स्पीकर तय करेंगे कि नेता प्रतिपक्ष बनाया जाना है कि नहीं. वहीं बाबूलाल मरांडी को प्रश्न नहीं पूछने देने के सवाल पर उन्होंने कहा कि बाबूलाल मरांडी के सवाल पूछने से पहले उनके ही विधायक बार-बार सदन के अंदर खड़े हो जा रहे थे. ऐसे में सदन के अंदर बाबूलाल कैसे बात रखते. उन्होंने कहा कि पूर्ववर्ती सरकार को कोई फैसला लेने में 5 साल लगते थे. ऐसे में अब बीजेपी के लोग तुरंत किसी भी सवाल का जवाब मांग रहे हैं.