ETV Bharat / city

90.4 FM रेडियो खांची का बेहतर प्रयास, योग के माध्यम से कोरोना से लड़ने के बताए गए उपाय - ranchi news

रांची में कॉमन योग प्रोटोकॉल विषय पर ऑनलाइन वर्कशॉप का आयोजन किया गया. इसका आयोजन रांची विश्वविद्यालय, रेडियो खांची 90.4 FM, एनएसएस और स्कूल ऑफ योग के संयुक्त तत्वावधान में किया गया. इसमें 200 वॉलिंटियर और प्रोग्राम ऑफिसर शामिल हुए.

Online workshop on Common Yoga Protocol
90.4 FM रेडियो खांची
author img

By

Published : May 9, 2021, 9:28 AM IST

रांचीः रेडियो खांची 90.4 FM, एनएसएस, रांची विश्वविद्यालय और स्कूल ऑफ योग, रांची विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में 'कॉमन योग प्रोटोकॉल' विषय पर एक ऑनलाइन वर्कशॉप का आयोजन किया गया. इसमें एनएसएस के 200 वॉलंटियर और प्रोग्राम अफसर शामिल हुए. इसका उद्घाटन रांची विश्वविद्यालय के कुलपति कामिनी कुमार ने किया और उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि कोरोना वायरस काल में पूरे विश्व ने योग के प्रभाव को माना है और दुनिया भर में लोग भारतीय योग विधियों का अभ्यास कर स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं.

ये भी पढ़ें-ये 7 अभ्यास और 2 प्राणायाम के जरिये शरीर में बढ़ा सकते हैं ऑक्सीजन, कोरोना से लड़ने में मिलेगी मदद

कॉमन योग प्रोटोकॉल के जरिए किसी भी उम्र का व्यक्ति आधे घंटे में शरीर के सभी अंगों का व्यायाम कर सकता है. उन्होंने एनएसएस के विद्यार्थियों को कहा कि कोविड-19 के कारण छात्रों के मानसिक, शारीरिक स्वास्थ्य पर कोई असर ना पड़े, इसके लिए उन्हें योगाभ्यास कम से कम आधा घंटा प्रतिदिन करना चाहिए. उन्होंने यह भी बताया रेडियो खांची 90.4FM में प्रत्येक दिन सुबह में योग पर आधे घंटे का कार्यक्रम प्रसारित होता है. इसका लाभ सबको लेना चाहिए. इससे पूर्व डॉक्टर बृजेश कुमार एनएसएस स्टेट हेड ने सभी अतिथियों और प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए कहा कि एनएसएस पूरे देश में सक्रियता से लोगों का हर संभव मदद कर रहा है.

बेहतर रहा आयोजन

कॉमन योग प्रोटोकॉल पर विषय प्रवेश कराते हुए डॉक्टर टुलू सरकार, निदेशक, स्कूल ऑफ योग, रांची विश्वविद्यालय ने योग और आयुर्वेद के महत्व को सबके समक्ष रखते हुए कहा कि आसन, प्राणायाम, ध्यान, यम नियम, खानपान, आचरण इन सबों का जो वैदिक नियम है उसका प्रभाव पूरे विश्व में देखा जा रहा है और इसी कारण से आज योग घर-घर में सबके साथ जुड़ गया है.

कॉमन योग प्रोटोकॉल का अभ्यास सत्र स्कूल ऑफ योग रांची विश्वविद्यालय की शिक्षिका संतोषी कुमारी ने पूरे शरीर के विभिन्न आसनों को जो आयुष मंत्रालय भारत सरकार की ओर से अनुमोदित है करके और उसके प्रभावों के बारे में बताया. उन्होंने वृक्षासन, ताड़ासन, भुजंगासन, शलभासन, अनुलोम विलोम, भ्रामरी प्राणायाम, शीतली शीतकारी प्राणायाम, आदि कॉमन योग प्रोटोकॉल में शामिल सभी क्रियाओं के बारे में करके दिखाया. सभी छात्र और शिक्षकों ने भी साथ में ही इसका अभ्यास कर काफी उत्साहित दिखे.

प्रतिभागियों ने पूछे सवाल

प्रतिभागियों ने मोटापा कैसे घटाएं? योगाभ्यास कितनी देर और कब करना चाहिए? वजन कैसे बढ़ाएं? फेफड़ा को किस प्रकार ताकतवर बनाएं? जैसे सवालों को पूछकर उसका उत्तर योग गुरु संतोषी कुमारी से प्राप्त किया. कॉमन योग प्रोटोकॉल वर्कशॉप का संचालन डॉ आनंद कुमार ठाकुर निदेशक रेडियो खांची और कोऑर्डिनेटर, स्कूल ऑफ योग ने किया. उन्होंने किस प्रकार से आयुष मंत्रालय के कॉमन योग प्रोटोकॉल का कोर्स किया जा सकता है उसके बारे में सभी को बताया.

रांचीः रेडियो खांची 90.4 FM, एनएसएस, रांची विश्वविद्यालय और स्कूल ऑफ योग, रांची विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में 'कॉमन योग प्रोटोकॉल' विषय पर एक ऑनलाइन वर्कशॉप का आयोजन किया गया. इसमें एनएसएस के 200 वॉलंटियर और प्रोग्राम अफसर शामिल हुए. इसका उद्घाटन रांची विश्वविद्यालय के कुलपति कामिनी कुमार ने किया और उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि कोरोना वायरस काल में पूरे विश्व ने योग के प्रभाव को माना है और दुनिया भर में लोग भारतीय योग विधियों का अभ्यास कर स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं.

ये भी पढ़ें-ये 7 अभ्यास और 2 प्राणायाम के जरिये शरीर में बढ़ा सकते हैं ऑक्सीजन, कोरोना से लड़ने में मिलेगी मदद

कॉमन योग प्रोटोकॉल के जरिए किसी भी उम्र का व्यक्ति आधे घंटे में शरीर के सभी अंगों का व्यायाम कर सकता है. उन्होंने एनएसएस के विद्यार्थियों को कहा कि कोविड-19 के कारण छात्रों के मानसिक, शारीरिक स्वास्थ्य पर कोई असर ना पड़े, इसके लिए उन्हें योगाभ्यास कम से कम आधा घंटा प्रतिदिन करना चाहिए. उन्होंने यह भी बताया रेडियो खांची 90.4FM में प्रत्येक दिन सुबह में योग पर आधे घंटे का कार्यक्रम प्रसारित होता है. इसका लाभ सबको लेना चाहिए. इससे पूर्व डॉक्टर बृजेश कुमार एनएसएस स्टेट हेड ने सभी अतिथियों और प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए कहा कि एनएसएस पूरे देश में सक्रियता से लोगों का हर संभव मदद कर रहा है.

बेहतर रहा आयोजन

कॉमन योग प्रोटोकॉल पर विषय प्रवेश कराते हुए डॉक्टर टुलू सरकार, निदेशक, स्कूल ऑफ योग, रांची विश्वविद्यालय ने योग और आयुर्वेद के महत्व को सबके समक्ष रखते हुए कहा कि आसन, प्राणायाम, ध्यान, यम नियम, खानपान, आचरण इन सबों का जो वैदिक नियम है उसका प्रभाव पूरे विश्व में देखा जा रहा है और इसी कारण से आज योग घर-घर में सबके साथ जुड़ गया है.

कॉमन योग प्रोटोकॉल का अभ्यास सत्र स्कूल ऑफ योग रांची विश्वविद्यालय की शिक्षिका संतोषी कुमारी ने पूरे शरीर के विभिन्न आसनों को जो आयुष मंत्रालय भारत सरकार की ओर से अनुमोदित है करके और उसके प्रभावों के बारे में बताया. उन्होंने वृक्षासन, ताड़ासन, भुजंगासन, शलभासन, अनुलोम विलोम, भ्रामरी प्राणायाम, शीतली शीतकारी प्राणायाम, आदि कॉमन योग प्रोटोकॉल में शामिल सभी क्रियाओं के बारे में करके दिखाया. सभी छात्र और शिक्षकों ने भी साथ में ही इसका अभ्यास कर काफी उत्साहित दिखे.

प्रतिभागियों ने पूछे सवाल

प्रतिभागियों ने मोटापा कैसे घटाएं? योगाभ्यास कितनी देर और कब करना चाहिए? वजन कैसे बढ़ाएं? फेफड़ा को किस प्रकार ताकतवर बनाएं? जैसे सवालों को पूछकर उसका उत्तर योग गुरु संतोषी कुमारी से प्राप्त किया. कॉमन योग प्रोटोकॉल वर्कशॉप का संचालन डॉ आनंद कुमार ठाकुर निदेशक रेडियो खांची और कोऑर्डिनेटर, स्कूल ऑफ योग ने किया. उन्होंने किस प्रकार से आयुष मंत्रालय के कॉमन योग प्रोटोकॉल का कोर्स किया जा सकता है उसके बारे में सभी को बताया.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.