रांची: प्रदेश के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि संताल परगना इलाके में जल्द ही एक अत्याधुनिक कोविड-19 टेस्टींग लैब की शुरुआत की जाएगी. इसकी तैयारी कर ली गई है. प्रोजेक्ट बिल्डिंग से कोरोना जांच के लिए पलामू मेडिकल कॉलेज में नवनिर्मित वायरोलॉजी एवं कोविड-19 प्रयोगशाला का ऑनलाइन उद्घाटन करते हुए सीएम ने यह बात कही. उन्होंने कहा कि एम्स रायपुर के मार्गदर्शन से प्रेझा फाउंडेशन द्वारा आईसीएमआर गाइडलाइन के अनुरूप इस प्रयोगशाला को तैयार किया गया है.
1000 से 1500 सैंपल की जांच
सीएम ने कहा कि प्रतिदिन इस लैब में 1000 से 1500 सैंपल की जांच होगी. 45 दिनों में बनकर तैयार हुआ यह लैब बायोसेफ्टी लेवल टू है, जो नेगेटिव प्रेशर के साथ है. लैब में आरटीपीसीआर की दो मशीनें हैं. इसके अलावा अन्य तकनीकी उपकरण लगाए गए हैं. उन्होंने कहा कि कोविड-19 की तत्काल जांच के लिए ट्रूनेट मशीन की सुविधा उपलब्ध कराई गई है. इसका दायरा प्रखंड स्तर तक बढ़ाया जा रहा है.
दुमका और देवघर में भी शुरू होगा लैब
स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि प्रयोगशाला के विधिवत उद्घाटन का मकसद कोविड-19 के संक्रमितों की पहचान करना है. पलामू के कुछ ही दिन के बाद दुमका में भी लैब को सरकार शुरू करने जा रही है. उसके बाद देवघर में भी शुरू किया जाएगा. अभी तक कुल छह बीएसएल लैब की स्थापना हो चुकी है.
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अगले कुछ दिन में एक लाख तक होगी जांच
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि तीन-चार दिन में अधिकारियों को कुछ टास्क भी देने जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि राज्य में एक लाख टेस्ट कैसे हो इसके लिए भी सरकार विचार बना रही है. यह टास्क देकर ज्यादा से ज्यादा संक्रमित लोगों की पहचान करने के उद्देश्य से नई कार्य योजना को भी रूप दिया जा रहा है.