रांची: झारखंड के चतरा जिले के चर्चित कोयला कारोबारी और ट्रांसपोर्टर बबलू सागर मुंडा को अपराधियों ने अपना निशाना बनाने की कोशिश की है. बबलू को निशाना बनाकर अपराधियों ने फायरिंग की लेकिन इस गोलीबारी में बबलू बाल-बाल बच गए. फायरिंग में बबलू को बचाने की कोशिश में उनका बॉडीगार्ड अजय सोमार घायल हो गया. पिछले साल बबलू सागर मुंडा के बड़े भाई प्रेमसागर मुंडा की रांची के मोराबादी मैदान में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी.
ये भी पढ़ें- रांची में बीजेपी नेता जीतराम मुंडा की हत्या, दोस्त को भी अपराधियों ने मारी गोली
क्या है पूरा मामला
हमले में बाल-बाल बचे बबलू सागर मुंडा ने बताया कि वह अपनी पत्नी और बहन के साथ जिउतिया पूजा के लिए बोडिया स्थित मंदिर गया था. घर लौटने के क्रम में अचानक मंदिर से कुछ दूर आगे ही एक कार में सवार कुछ लोगों ने उनकी कार को ओवरटेक किया और उन्हें निशाना बना कर गोली चलानी शुरू कर दी. गोलीबारी में एक गोली उनके अंगुली को छूते हुए निकल गई, जबकि उनके बॉडीगार्ड ने उन्हें बचाने की पूरी कोशिश की जिसकी वजह से गोली बॉडीगार्ड के कंधे में जा लगी. सरेआम गोलीबारी की सूचना मिलते ही कांके थाना की टीम मौके पर पहुंची. हालांकि उससे पहले बबलू सागर मुंडा अपने बॉडीगार्ड को लेकर अस्पताल पहुंच गए. फिलहाल बॉडीगार्ड की स्थिति खतरे से बाहर है.
चतरा के रहने वाले हैं बबलू सागर मुंडा
बबलू सागर मुंडा ने बताया कि चतरा के टंडवा इलाके के रहने वाले हैं. वहां के उप प्रमुख भी हैं. उनका ट्रांसपोर्ट का कारोबार है, बच्चों को पढ़ाने लिखाने के लिए वे लोग रांची में रहते हैं. लेकिन सारा कारोबार चतरा में ही है. बबलू सागर मुंडा के अनुसार पिछले साल मोराबादी मैदान में उनके बड़े भाई प्रेमसागर मुंडा की हत्या कर दी गई थी और एक साल से अधिक बीत जाने के बावजूद अभी तक उनके भाई के हत्यारे पकड़े नहीं जा गए हैं और ना ही पुलिस यह आज तक बता पाई है कि उनकी हत्या क्यों हुई.
टेरर फंडिंग मामले में आरोपी थे बबलू के भाई
टेरर फंडिंग के मामले में पिपरवार थाना (कांड संख्या 36-19) में बबलू के भाई स्वर्गीय प्रेम सागर मुंडा समेत 77 आरोपितों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई थी. एनआइए सभी आरोपियों की चल-अचल संपत्ति को खंगालने में जुटी है. बताया गया है कि प्रेम सागर मुंडा ने रांची स्थित मोरहाबादी, कांके सहित कई इलाके में संपत्ति खरीदी थी. पुलिस सूत्रों के अनुसार प्रेम सागर मुंडा टीएसपीसी (तृतीय सम्मेलन प्रस्तुति कमेटी) से जुड़े थे. टंडवा थाना में उनके खिलाफ भी (कांड संख्या 222-18) भी दर्ज है.
बाइक से पहुंचे अपराधियों ने मारी थी गोली
2 मार्च 2020 की शाम करीब सात बजे के करीब प्रेम सागर मुंडा अपने फॉच्र्यूनर एसयूवी (जेएच-01बीटी-0009) से मोरहाबादी स्थित पार्क प्राइम होटल के पास रुका हुआ था. एक चाय की दुकान पर चाय मांगी थी. इसबीच वहां पहुंचे अपराधियों ने उससे बातचीत की. इस दौरान अचानक उसपर गोलियां चलाने लगे. गोलियों की आवाज सुनकर वहां भगदड़ मच गई. गोली मारे जाने के बाद अपराधी मान्या पैलेस के बगल से एदलहातू के रास्ते भाग निकले. इस गोलीबारी में प्रेम सागर मुंडा को 5 गोलियां लगी थी जिसकी वजह से उनकी मौके पर ही मौत हो गई थी. हालांकि अब तक पुलिस इस हत्याकांड की गुत्थी को नहीं सुलझा पाई है.