रांची: देश में कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन का चौथा कंफर्म केस महाराष्ट्र में मिल चुका है, ऐसे में इस नए खतरे को लेकर झारखंड में भी व्यापक तैयारी की गई है. एयरपोर्ट और रेलवे स्टेशन पर जहां यात्रियों के सैंपल लिए जा रहे हैं वहीं सदर अस्पताल और रिम्स में किसी भी आपात स्थिति से निपटने की तैयारियां तेज कर दी गयी है.
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झारखंड में अब तक नहीं मिले ओमिक्रॉन वेरिएंट
झारखंड के आईडीएसपी (Integrated Disease Surveillance Programme) के नोडल अधिकारी डॉक्टर विजय बिहारी प्रसाद ने कहा कि अभी तक राज्य के किसी भी मेडिकल कॉलेज से ओमिक्रॉन वेरिएंट जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए आईएलएस (Institute of Life Sciences) भुवनेश्वर नहीं भेजा गया है. सामान्य तौर पर कोरोना गाइडलाइन के अनुसार पॉजिटिव केस का सैंपल जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेजा जाता रहा है.
जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए भुवनेश्वर भेजा गया 26 सैंपल
रिम्स के माइक्रो बॉयोलॉजी विभाग के एचओडी डॉक्टर मनोज कुमार ने ईटीवी भारत को बताया कि हाल ही में कोई सैम्पल जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए नहीं भेजा गया है. लेकिन एक सप्ताह पहले 26 सैम्पल ILS भुवनेश्वर भेजा गया है. जिसका अभी तक रिपोर्ट नहीं आया है. विभागीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अब झारखंड में विदेश यात्रा की हिस्ट्री वाले सभी लोगों के सैंपल की जीनोम सिक्वेंसिंग की तैयारी की जा रही है ताकि राज्य को ओमिक्रॉन के खतरे से बचाएं रखा जा सके.