रांची: कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में भी पुलिस का मानवीय चेहरा हर दिन सामने आ रहा है. एक बार फिर राजधानी की सदर पुलिस ने एक 70 वर्षीय बुजुर्ग महिला को अस्पताल पहुंचा कर इंसानियत की मिसाल पेश की है.
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क्या है पूरा मामला
रांची के सदर थाना क्षेत्र के एक घर में 70 वर्षीय नि:संतान दंपती पी गुप्ता और शिवानी गुप्ता एक साथ रहा करते हैं. 70 वर्षीय शिवानी गुप्ता सोमवार को अपने ही बिस्तर से गिर पड़ीं. जिसकी वजह से उन्हें काफी चोट आई है. दोनों वृद्ध घर में अकेले रहते हैं. इस दौरान उनकी मदद के लिए वहां कोई नहीं था. दर्द से परेशान बुजुर्ग महिला ने अपने एक परिचित कृष्ण नंदू गुप्ता जो कोलकाता में रहते हैं, उन्हें फोन कर पूरी आपबीती सुनाई.
नंदू गुप्ता ने मदद का कोई ना कोई रास्ता निकालने की बात कर रांची में उनके माध्यम से मददगार खोजने में लग गए. इसी बीच उनके मन में ही आया कि क्यों ना नजदीकी थाने को सूचना देकर देखा जाए शायद मदद मिल जाए. जिसके बाद नंदू गुप्ता ने रांची के सदर थाना के प्रभारी वेंकटेश कुमार को फोन कर वृद्ध महिला के बारे में बताया. जानकारी मिलने के बाद थाना प्रभारी पंकज कुमार ने तुरंत नंदू गुप्ता से वृद्ध महिला का फोन नंबर लिया. थाना प्रभारी ने नंदू गुप्ता को यह आश्वासन भी दिया कि वे अभी तुरंत बात कर वृद्ध महिला को अस्पताल में भर्ती करवाएंगे.
खुद एंबुलेंस लेकर पहुंचे वृद्ध महिला के घर
वृद्ध महिला के नंबर पर सदर थानेदार ने फोन किया तो उन्होंने कहा कि मंगलवार की सुबह उन्हें अस्पताल में भर्ती करवा दिया जाए. मंगलवार को थाना प्रभारी एंबुलेंस लेकर वृद्ध महिला के घर पहुंच गए. सरकारी अस्पताल में ना भेजकर एक निजी अस्पताल में इलाज के लिए भेजा ताकि उनका बेहतर इलाज हो सके.
रिम्स किया गया रेफर
अस्पताल में भर्ती करवाने के बाद जब वृद्ध महिला की जांच की गई तब उनका ऑक्सीजन लेवल भी कम पाया गया. इसके अलावा कई तरह के और बीमारियां सामने आईं क्योंकि महिला पलंग से गिर गई थी इसलिए उन्हें पहले हड्डी रोग विशेषज्ञ के पास इलाज के लिए भेजा गया था. लेकिन जैसे ही दूसरी बीमारियां सामने आई बेंहतर इलाज के लिए उन्हें रांची के रिम्स स्थित ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया. जहां सदर थानेदार वेंकटेश प्रसाद खुद अपनी निगरानी में वृद्ध महिला का इलाज करा रहे हैं.