रांचीः बिहार की राजधानी पटना को अगर आज के दिन में फ्लाईओवर की राजधानी कहा जाए तो अतिशयोक्ति नहीं होगी तो दूसरी ओर बिहार से ही दो दशक पहले अलग हुए झारखंड की राजधानी रांची में एक भी फ्लाईओवर नहीं बन पाया है.
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रांची में जाम के जिम्मेवार भाजपाः झामुमो
राजधानी रांची की जनसंख्या लगातार बढ़ रही है तो कई संस्थान भी खुले हैं. लिहाजा राजधानी रांची की सड़क पर वाहनों का प्रेशर भी बढ़ा है. ऐसे में फ्लाईओवर निर्माण नहीं होने के चलते रांची में ट्रैफिक जाम नियति बन गयी है. झामुमो नेता सुप्रियो भट्टाचार्या कहते हैं कि पिछली सरकार और तत्कालीन नगर विकास मंत्री सीपी सिंह ने वोट की राजनीति में राजधानी में फ्लाई ओवर का निर्माण नहीं होने दिया.
झामुमो नेता सुप्रियो भट्टाचार्या ने कहा कि अब राज्य की राजधानी के लिए सड़क जाम से मुक्ति के दिन आ गये हैं. वर्तमान सरकार में ही रांची में चार फ्लाईओवर कांटा टोली, रातू रोड, सर्कुलर रोड और हरमू रोड में समय पर बनेगा.
अधिकारियों के चलते नहीं बना फ्लाईओवरः बीजेपी
पूर्व सरकार में नगर विकास मंत्री रहे भाजपा विधायक सीपी सिंह ने कहा कि अधिकारियों की लाल फीताशाही और उनमें जानकारी की कमी के चलते रांची में फ्लाईओवर के निर्माण में देरी हुई है. लेकिन उन्होंने काम शुरू करा दिया था और कांटा टोली में फ्लाईओवर बनना शुरू हो गया था. अब वर्तमान सरकार और झामुमो बताए कि क्यों कांटा टोली फ्लाईओवर निर्माण का काम रुक गया है.
कांटा टोली फ्लाईओवर में बदलाव के चलते रुक गया है काम
पहले कोकर चौक से खादगढ़ा बस स्टैंड तक फ्लाईओवर निर्माण का फैसला रघुवर दास सरकार ने लिया था. लेकिन सरकार बदलने के बाद इस फ्लाईओवर की लंबाई बढ़ा कर योगदा सत्संग तक कर दी गई, ऐसे में अभी काम रुका हुआ है.
राजधानी रांची में 4 रेलवे ओवरब्रिज हैं पर एक भी फ्लाई ओवर नहीं है ऐसे में
हर दिन रांची में ट्रैफिक जाम से परेशान लोगों को वर्तमान सरकार में जाम से मुक्ति मिल जाये इसकी उम्मीद की जानी चाहिए.