रांचीः देशभर में सिंगल यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंध लगाने को लेकर अभियान चल रहा है. ईटीवी भारत भी इस मुहिम का एक अहम हिस्सा है और सरकारी तंत्रों के साथ कदम से कदम मिलाकर ईटीवी भारत भी सिंगल यूज प्लास्टिक पर पूरी तरह देशभर में बैन हो इस प्रयास में जुटी है. इस कड़ी में ईटीवी भारत की टीम ने इस अभियान को लेकर रांची रेल मंडल के प्रयास को जानने की कोशिश की. पिछले कुछ महीनों में रांची रेल मंडल ने अपने रेलवे स्टेशनों पर सिंगल यूज प्लास्टिक पर नकेल कसने में कुछ हद तक सफलता पाई.
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पूरे विश्व में प्लास्टिक कचरे के उपयोग में बैन को लेकर लगातार कोशिश की जा रही है. सिंगल यूज प्लास्टिक पूरी तरह बंद हो, इसे उपयोग में ना लाया जाए इस कोशिश में पूरी दुनिया जुटी हुई है. भारत में भी इसे लेकर युद्ध स्तर पर मुहिम चलाई जा रही है. इसके तहत विभिन्न सरकारी तंत्रों के अलावा निजी संस्थानों को भी प्रेरित करने की कोशिश की जा रही है और इस मुहिम में जोड़ने का प्रयास भी लगातार हो रहा है. स्वच्छ रेल स्वच्छ भारत के तहत रांची रेल मंडल भी नॉ टू सिंगल यूज प्लास्टिक मुहिम के साथ जुड़ा है.
रेलवे स्टेशनों पर लगाया गया बोतल क्रश मशीन
रेलवे स्टेशनों को सिंगल यूज प्लास्टिक के उपयोग पर धीरे-धीरे नकेल कसने की हिदायत दी गई है. रेल प्रबंधन अपने तमाम रेलवे स्टेशनों पर प्रचार प्रसार के माध्यम से भी लोगों को जागरूक करने की कोशिश कर रही है .वहीं जगह-जगह पर एक बार उपयोग होने वाले बोतल को क्रश करने का तरीका भी ढूंढा गया है.
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रांची रेल मंडल के अधिकतर रेलवे स्टेशनों पर बोतल क्रश मशीन लगाया गया है. इसके जरिए सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग भी कुछ हद तक कम हुआ है. वहीं, लोगों को जुर्माना का भय दिखाकर भी रांची रेल मंडल ने कुछ हद तक अपने रेलवे जोन को सिंगल यूज प्लास्टिक बैन की दिशा में कदम बढ़ा दिया है और इस काम में रांची रेल मंडल को अपने यात्रियों का भी पूरा सहयोग मिल रहा है.
रांची रेल मंडल के अधिकारियों के अलावा यात्री भी अब धीरे-धीरे जागरूक होने लगे हैं. प्लास्टिक के दुष्प्रभाव और दुष्परिणाम की वजह जानने के बाद यात्रियों में जागरूकता बढ़ी है. लोग भी अब इससे परहेज करने लगे हैं. वहीं अधिकारियों का चलाया जा रहा जागरूकता अभियान भी कारगर साबित हुआ है. रांची रेल मंडल का यह प्रयास सराहनीय कदम है.