रांची: झारखंड के कोयला खनन वाले जिलों में सक्रिय अमन साव गिरोह के खिलाफ एनआईए लगातार कार्रवाई कर रही है. शनिवार को एनआईए ने हजारीबाग में अमन साव और सुजीत सिन्हा के गुर्गों के दो ठिकाने में छापेमारी की है.
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एनआईए की टीम ने तेतरियाखाड़ कोलियरी में आगजनी की घटना में शामिल आरोपी के हजारीबाग जिला के केरेडारी थाना क्षेत्र स्थित बुंडू गांव में दो ठिकाने पर छापेमारी की. गिरफ्तार और फरार आरोपियों के ठिकाने पर छापेमारी के दौरान एनआईए की टीम ने डिजिटल उपकरण और अन्य आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद किया है. लातेहार के तेतरियाखाड़ कोलियरी में फायरिंग और पोस्टरबाजी मामले की जांच एनआईए के द्वारा की जा रही है. इस कांड में एनआईए की टीम पूर्व में अमन साव, सुजीत सिन्हा, प्रदीप गंझू, बाबुलाल तुरी समेत अन्य से पूछताछ कर चुकी है.
8 दिसंबर 2020 को कोयला साइडिंग में गोलीबारी
8 दिसंबर 2020 को लातेहार के बालूमाथ तेतरियाखाड़ कोयला साइडिंग में गोलीबारी, आगजनी और विस्फोट की घटना हुई थी. जिसकी जांच एनआईए कर रही है. इससे पहले रांची जेल में बंद अमन साव और धनबाद जेल में बंद सुजीत सिन्हा से एनआईए रिमांड पर लेकर पूछताछ कर चुकी है. दोनों के अलावा अन्य पर एनआईए ने चार्जशीट भी दाखिल कर दिया है. चार्जशीट में अमन साव और सुजीत सिन्हा पर जबरन वसूली के लिए जेल से साजिश रच अपने गुर्गों के माध्यम से आगजनी, फायरिंग और विस्फोट करवाने का आरोप लगाया गया है.
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अमन- सुजीत का गैंग जांच के दायरे में
लातेहार के चंदवा, बालूमाथ, चतरा के पिपरवार, रांची के खलारी समेत अन्य कोयला क्षेत्र में रंगदारी वसूली के लिए सुजीत सिन्हा, अमन साव गैंग के सदस्यों ने काफी दबाव डाला था. गिरोह के लोगों ने वीडियो जारी कर और कई जगहों पर पोस्टरबाजी कर कोयला कारोबारियों, डीओ होल्डर्स, ट्रांसपोर्टरों से काम करने के बदले पैसे की मांग की थी. इसी क्रम में पीएलएफआई से अलग होकर सुजीत सिन्हा गैंग के लिए काम करने वाले प्रदीप गंझू ने बालूमाथ में कई कारोबारियों ने रंगदारी मांगी थी. इसके बाद 18 दिसंबर 2020 की देर शाम तेतरियाखाड़ साइडिंग पर ट्रकों में आगजनी और फायरिंग की वारदात को अंजाम दिया गया था. मामले में पुलिस ने प्रदीप गंझू समेत सुजीत सिन्हा गैंग के कई अपराधियों को गिरफ्तार भी किया था.