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गैंगेस्टर-उग्रवादी गठजोड़ के जरिये चल रहा दहशत का कारोबार, NIA की चार्जशीट से खुलासा

झारखंड में कोयला कारोबारियों से लेवी वसूलने के लिए गैंगेस्टर और उग्रवादी गठजोड़ का सामने आया है. एनआईए (NIA) ने पीएलएफआई-अपराधिक संगठन गठजोड़ के मामले में 17 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट (chargesheet) दायर की है.

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Published : Aug 5, 2021, 9:31 PM IST

gangster-extremist nexus in jharkhand
NIA

रांची: झारखंड के कोयला कारोबारियों से लेवी वसूलने के लिए उग्रवादी संगठन पीएलएफआई (PLFI) और कुख्यात गैंगस्टर सुजीत सिन्हा के साथ-साथ अमन साव ने भी हाथ मिला लिया था. पूरे मामले को लेकर राष्ट्रीय जांच एजेंसी यानी एनआईए (NIA) ने चार्जशीट (chargesheet) दाखिल किया है जिसमें कई अहम खुलासे हुए हैं. एनआईए ने पीएलएफआई-अपराधिक संगठन गठजोड़ के मामले में 17 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दायर की है.

ये भी पढ़ें: जिस खाकी से नफरत थी-आज वही वर्दी बना जीने का सहारा, मिलिए और जानिए पूर्व नक्सली रामपदो की कहानी

जेल से रची जाती थी साजिश

एनआईए की चार्जशीट (NIA chargesheet) के अनुसार अपराधी कोयला कारोबारियों और ट्रांसपोर्टरों से वसूली के लिए रांची और धनबाद जेल से ही साजिश रचते थे. पूरे मामले में एनआईए की चार्जशीट से कई अहम खुलासे हुए हैं. एनआईए ने पीएलएफआई-अपराधिक संगठन गठजोड़ के मामले में 17 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दायर की है. जिन 17 लोगों के खिलाफ एनआईए की विशेष अदालत में चार्जशीट दायर हुआ है उसमें जमशेदपुर के घाघीडीह जेल में बंद सुजीत सिन्‍हा, रांची जेल में बंद अमन साव, प्रदीप गंझू, संतोष गंझू, बिहारी गंझू, सकेंद्र गंझू, प्रमोद गंझू, बाबूलाल तिवारी, अजय तूरी, संतोष कुमार उर्फ बंटी यादव, प्रभात कुमार यादव उर्फ डिंपल यादव, प्रीतम कुमार उर्फ चीकू, संतोष कुमार यादव, जसीम अंसारी, वसीम अंसारी, मजीबूल अंसारी और जहीरुद्दीन अंसारी शामिल हैं.

तेतरियाखाड़ फायरिंग केस के बाद कसा शिकंजा
लातेहार के बालूमाथ थाना क्षेत्र स्थित तेतरियाखाड़ कोलियरी में आगजनी और गोलीबारी के बाद एनआईए का शिकंजा आपराधिक गैंग पर कसा था. एनआईए की रांची ब्रांच ने कांड संख्या आरसी 01/ 2021 दर्ज कर मामले में अनुसंधान शुरू किया था. एनआइए ने बालूमाथ थाने में दर्ज केस के आधार पर आईपीसी की धारा 147, 148, 149, 353, 504, 506, 307, 427, 335, 386, 387, 120 बी 121ए और 216 शामिल है. आर्म्स एक्ट धारा 25 (1) (b), 26, 27 और 35. विस्फोटक अधिनियम की धारा 3 और 4. यूएपीए धारा 10, 13, 16 (1), 20 और 23 इसके अलावा सीएलए धारा 17 के तहत मामला दर्ज किया था. जांच में यह बात सामने आई है कि अपराधी सुजीत सिन्‍हा और अमन साहू ने शाहरुख और प्रदीप गंझू समेत अन्‍य उग्रवादियों के साथ मिलकर हत्‍या, जबरन वसूली और आपराधिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए धन जुटाने के लिए कई साजिश रची थी. एनआईए की चार्जशीट में बताया गया है कि उग्रवादी गिरोह कोयला परिवहन क्षेत्रों में हत्या और आतंक पैदा करने के लिए एके-47 सहित कई अत्याधुनिक स्वचालित हथियार खरीद चुका है.

ये भी पढ़ें: नक्सली नेता जगदीश मास्टर से मिले नीतीश के मंत्री, कहा- संविधान के दायरे में वार्ता को तैयार

अपराधियों ने पांच वाहनों में की थी आगजनी
18 दिसंबर 2020 की देर शाम लातेहार जिले के बालूमाथ थाना क्षेत्र में अपराधियों ने जमकर उत्पात मचाया था. हथियारबंद अपराधियों ने सीसीएल की तेतरियाखाड़ कोलियरी में चार ट्रक और एक बाइक को आग के हवाले कर दिया था. इसके अलावा अपराधियों द्वारा की गई गोलीबारी में एक व्यक्ति घायल हो गया था. इस घटना की जिम्मेवारी अपराधी सुजीत सिन्हा गिरोह के प्रदीप गंझू ने ली थी.

एनआईए के राडार पर सुजीत-अमन
झारखंड में कोल कारोबारियों से वसूली और कोयला कारोबार पर धाक जमाने में सुजीत सिन्हा और अमन साव को गिरोह लगातार सक्रिय है. गिरोह के अपराधी एनआईए के रडार पर हैं, बावजूद इसके गिरोह के सदस्यों के द्वारा लगातार आपराधिक वारदातों को लगातार अंजाम दिया जा रहा है. चतरा के टंडवा में कोयला के ट्रांसपोर्टेशन का काम कर रही आरकेटीसी कंपनी के कर्मियों पर फायरिंग की घटना को भी अमन साव के गैंग ने ही अंजाम दिया था. मौके पर अमन साव के गुर्गे शाहरूख अंसारी ने पोस्टर भी फेंके थे.

रांची: झारखंड के कोयला कारोबारियों से लेवी वसूलने के लिए उग्रवादी संगठन पीएलएफआई (PLFI) और कुख्यात गैंगस्टर सुजीत सिन्हा के साथ-साथ अमन साव ने भी हाथ मिला लिया था. पूरे मामले को लेकर राष्ट्रीय जांच एजेंसी यानी एनआईए (NIA) ने चार्जशीट (chargesheet) दाखिल किया है जिसमें कई अहम खुलासे हुए हैं. एनआईए ने पीएलएफआई-अपराधिक संगठन गठजोड़ के मामले में 17 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दायर की है.

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जेल से रची जाती थी साजिश

एनआईए की चार्जशीट (NIA chargesheet) के अनुसार अपराधी कोयला कारोबारियों और ट्रांसपोर्टरों से वसूली के लिए रांची और धनबाद जेल से ही साजिश रचते थे. पूरे मामले में एनआईए की चार्जशीट से कई अहम खुलासे हुए हैं. एनआईए ने पीएलएफआई-अपराधिक संगठन गठजोड़ के मामले में 17 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दायर की है. जिन 17 लोगों के खिलाफ एनआईए की विशेष अदालत में चार्जशीट दायर हुआ है उसमें जमशेदपुर के घाघीडीह जेल में बंद सुजीत सिन्‍हा, रांची जेल में बंद अमन साव, प्रदीप गंझू, संतोष गंझू, बिहारी गंझू, सकेंद्र गंझू, प्रमोद गंझू, बाबूलाल तिवारी, अजय तूरी, संतोष कुमार उर्फ बंटी यादव, प्रभात कुमार यादव उर्फ डिंपल यादव, प्रीतम कुमार उर्फ चीकू, संतोष कुमार यादव, जसीम अंसारी, वसीम अंसारी, मजीबूल अंसारी और जहीरुद्दीन अंसारी शामिल हैं.

तेतरियाखाड़ फायरिंग केस के बाद कसा शिकंजा
लातेहार के बालूमाथ थाना क्षेत्र स्थित तेतरियाखाड़ कोलियरी में आगजनी और गोलीबारी के बाद एनआईए का शिकंजा आपराधिक गैंग पर कसा था. एनआईए की रांची ब्रांच ने कांड संख्या आरसी 01/ 2021 दर्ज कर मामले में अनुसंधान शुरू किया था. एनआइए ने बालूमाथ थाने में दर्ज केस के आधार पर आईपीसी की धारा 147, 148, 149, 353, 504, 506, 307, 427, 335, 386, 387, 120 बी 121ए और 216 शामिल है. आर्म्स एक्ट धारा 25 (1) (b), 26, 27 और 35. विस्फोटक अधिनियम की धारा 3 और 4. यूएपीए धारा 10, 13, 16 (1), 20 और 23 इसके अलावा सीएलए धारा 17 के तहत मामला दर्ज किया था. जांच में यह बात सामने आई है कि अपराधी सुजीत सिन्‍हा और अमन साहू ने शाहरुख और प्रदीप गंझू समेत अन्‍य उग्रवादियों के साथ मिलकर हत्‍या, जबरन वसूली और आपराधिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए धन जुटाने के लिए कई साजिश रची थी. एनआईए की चार्जशीट में बताया गया है कि उग्रवादी गिरोह कोयला परिवहन क्षेत्रों में हत्या और आतंक पैदा करने के लिए एके-47 सहित कई अत्याधुनिक स्वचालित हथियार खरीद चुका है.

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अपराधियों ने पांच वाहनों में की थी आगजनी
18 दिसंबर 2020 की देर शाम लातेहार जिले के बालूमाथ थाना क्षेत्र में अपराधियों ने जमकर उत्पात मचाया था. हथियारबंद अपराधियों ने सीसीएल की तेतरियाखाड़ कोलियरी में चार ट्रक और एक बाइक को आग के हवाले कर दिया था. इसके अलावा अपराधियों द्वारा की गई गोलीबारी में एक व्यक्ति घायल हो गया था. इस घटना की जिम्मेवारी अपराधी सुजीत सिन्हा गिरोह के प्रदीप गंझू ने ली थी.

एनआईए के राडार पर सुजीत-अमन
झारखंड में कोल कारोबारियों से वसूली और कोयला कारोबार पर धाक जमाने में सुजीत सिन्हा और अमन साव को गिरोह लगातार सक्रिय है. गिरोह के अपराधी एनआईए के रडार पर हैं, बावजूद इसके गिरोह के सदस्यों के द्वारा लगातार आपराधिक वारदातों को लगातार अंजाम दिया जा रहा है. चतरा के टंडवा में कोयला के ट्रांसपोर्टेशन का काम कर रही आरकेटीसी कंपनी के कर्मियों पर फायरिंग की घटना को भी अमन साव के गैंग ने ही अंजाम दिया था. मौके पर अमन साव के गुर्गे शाहरूख अंसारी ने पोस्टर भी फेंके थे.

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