रांची: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के निर्देश के बाद मरांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा की क्षतिग्रस्त प्रतिमा को हटा दिया गया. मुख्यमंत्री को रांची के उपायुक्त ने जानकारी दी कि मरांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा की प्रतिमा के रख रखाव का कार्य समुचित रूप से पूरा कर लिया गया है. इसके साथ ही सभी संबंधित अधिकारियों को यह निर्दश दिया गया है कि आगे से किसी भी प्रकार की ऐसी शिकायत प्राप्त न हो, इसका विशेष ध्यान रखें.
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मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से वीडियो साझा कर बताया गया था कि रांची में लगी जयपाल सिंह मुंडा की प्रतिमा बुरी तरह टूट चुकी है. मामले की जानकारी के बाद मुख्यमंत्री ने उपायुक्त रांची को मरांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा की प्रतिमा को ठीक कराने का निर्देश दिया था. ईटीवी भारत को मिली जानकारी के अनुसार जयपाल सिंह मुंडा स्टेडियम का जीर्णोद्धार हो रहा है. इसी कड़ी में उनकी एक पुरानी प्रतिमा थी जिसे मुख्य स्थल से अलग रखा गया था और वह क्षतिग्रस्त भी थी. इसे अपमान बताते हुए किसी ने एक वीडियो बनाकर मुख्यमंत्री को भेज दिया था. जानकारी के मुताबिक, जयपाल सिंह मुंडा की नई मूर्ति पहले से बनकर तैयार है और आज नगर निगम की तरफ से उसका अनावरण भी होना है.
आज मरांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा की जयंती भी है. जयपाल सिंह मुंडा भारतीय हॉकी टीम के कप्तान रहते हुए भारत को ओलंपिक में स्वर्ण पदक दिलाया था. उन्होंने संविधान सभा में आदिवासियों के हित का मुद्दा भी उठाया था. सरकार ने मरांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा के नाम पर छात्रवृत्ति योजना 2020 का शुभारंभ सरकार के एक वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर किया है, जिसके तहत प्रत्येक वर्ष 10 अनुसूचित जनजाति के छात्र-छात्राएं कैम्ब्रिज और ऑक्सफोर्ड जैसी प्रतिष्ठित विदेशी शिक्षण संस्थानों में शिक्षा ग्रहण कर सकेंगे. योजना प्रतिभावान आदिवासी युवाओं को विदेशों में पढ़ने में मदद करेगी. मालूम हो कि मरांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा झारखंड के पहले आदिवासी थे, जिन्होंने विदेश में शिक्षा ग्रहण कर राज्य का मान बढ़ाया था.