मुजफ्फरपुर: बिहार के मुजफ्फरपुर में भतीजा ने बुआ से शादी (Nephew Marries Aunt in Muzaffarpur) कर लिया. भतीजे का फुआ के लिए ऐसा दिल धड़का की सात जन्मों के बंधन में दोनों बंध गए. औराई थाना क्षेत्र के जोंकी गांव की घटना बताई जा रही है. जहां फुआ भतीजा में गहरा प्यार हो गया और उसके बाद प्रेमी जोड़े ने घर से भागकर कोर्ट मैरिज कर लिया. जिससे नाराज लड़की के पिता ने औराई थाने में आवेदन देकर लड़की के अपहरण का मामला दर्ज करवा दिया. पुलिस खोजबीन कर लड़की को बरामद कर लिया और थाने में ले आई.
फुआ भतीजे ने रचाई शादी: मिली जानकारी के अनुसार प्रेमी जोड़े को औराई थाना पर लाया गया. दोनों प्रेमी जोड़े कोर्ट मैरिज कर चुके थे. लड़की के पिता को जानकारी देकर औराई थाना पर पुलिस ने बुलाया. जिसके बाद लड़की के पिता ने अपना आवेदन वापस ले लिया और बोला कि लड़की को जहां जाना है जाए, गांव में नहीं रहेगी, गांव से बाहर जाकर रहे. गौरतलब है कि लड़की के पिता ने लड़की के लापता होने पर थाने में अपहरण का मामला दर्ज करवाया था. आवेदन वापस लेते हुए लड़की के साथ उन्होंने अपना सारा रिश्ता नाता-तोड़ दिया.
लड़के के परिजनों को थाने पर बुलाया गया: पुलिस ने लड़की के परिजनों को मामले की जानकारी देने के साथ ही लड़के के परिजन को फोन से सारी बात बताकर औराई थाना पर बुलाया. लड़के के घरवाले को प्रेमी जोड़े को सौंप दिया गया. औराई थाना अध्यक्ष राजेश कुमार दोनों को विदा कर दिए. प्रेमिका का नाम सरिता देवी है, पिता बालेश्वर पासवान बातया जा रहा है. प्रेमी का नाम अखिलेश पासवान है. दोनों एक ही गांव में दूर के रिश्ते में फुआ-भतीजा बताए जा रहे हैं. सरिता देवी का पति अखिलेश पासवान गांव से बाहर अपने बहन के यहां अपनी पत्नी को लेकर चला गया. मामला काफी तनावपूर्ण बना हुआ था, थानाध्यक्ष मामले को किसी तरह से शांत करवाएं और प्रेमी जोड़े को औराई थाना से विदा किए.
'गणेश पासवान के द्वारा थाने में आवेदन दिया गया कि अखिलेश पासवान ने मेरी लड़की का अपहरण कर लिया है. अनुसंधान किया गया तो पता चला कि दोनों ने लव मैरिज की है. दोनों शादी के जोड़े में थाने में आए. इसके बाद लड़का और लड़की के दोनों परिवार को बुलाया गया तो दोनों थाने पर आए. लड़की बोली की मैं लड़के साथ रहूंगी. मैं बालिग हूं. दोनों बालिग है. जिसके बाद लड़की के पिता ने आवेदन वापस ले लिया और कहा कि इसको जहां जाना है, जाए. लड़की के पिता ने कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं करावाई.' - शाजिया, ASI