रांचीः कोरोना का प्रकोप बेतहाशा बढ़ रहा है, लेकिन लोग लापरवाही से बाज नहीं आ रहे हैं. एक बार फिर लापरवाही सामने आई है. जानकारी के मुताबिक महाराष्ट्र के पनवेल से हटिया रेलवे स्टेशन एक स्पेशल ट्रेन सुबह आई और इस ट्रेन के यात्रियों का कोरोना टेस्ट रेलवे स्टेशन पर नहीं किया गया. मात्र 140 यात्री ही हटिया तक पहुंचे.
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1700 यात्रियों को लेकर चली थी ट्रेन
विभिन्न राज्यों से लगातार प्रवासी श्रमिकों के साथ-साथ आम यात्री भी अपने शहर लौट रहे हैं. झारखंड के विभिन्न जिलों में ऐसे लोग लौट रहे हैं जो अति प्रभावित कोरोना संक्रमित क्षेत्र में थे और लॉकडाउन के भय से वापस अपने-अपने प्रदेश आ रहे हैं. गुरुवार को महाराष्ट्र के पनवेल से एक एक्सप्रेस ट्रेन 1700 यात्रियों को लेकर चली थी, लेकिन झारखंड के हटिया रेलवे स्टेशन आते-आते इस ट्रेन में मात्र 140 यात्री ही बचे.
कोरोना टेस्ट की कोई व्यवस्था नहीं
अधिकतर यात्री विभिन्न रेलवे स्टेशन में कोरोना टेस्ट के डर से उतर गए और वह अपने-अपने गंतव्य के लिए चले गए. इनमें कौन संक्रमित है यह कहा नहीं जा सकता है. वहीं, हटिया रेलवे स्टेशन में भी इस ट्रेन के यात्रियों के लिए कोरोना टेस्ट की कोई व्यवस्था नहीं की गई थी. इन 140 यात्रियों की भी कोरोना टेस्ट नहीं करायी गयी और यात्री रेलवे स्टेशन पर उतर कर सीधे अपने-अपने घर चले गए. अब अंदाजा लगाइए यह कितनी बड़ी लापरवाही है. जिला प्रशासन ने टेस्ट को लेकर अपने हाथ खड़े कर दिए हैं और बिना टेस्ट के यात्री घर के लिए रवाना हो रहे हैं.
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पॉजिटिव मिले और भाग निकले
शुक्रवार को भी रांची रेलवे स्टेशन पर मुंबई से और सूरत से दो स्पेशल ट्रेनें आई थीं. 2 घंटे में 622 यात्री की जांच हुई थी. इसके बाद भीड़ ऐसी बेकाबू हुई की धक्का-मुक्की करते हुए यात्री स्टेशन से बाहर निकल गए. बिना कोरोना टेस्ट के ही यात्री अपने घर के लिए चल दिए. इनमें कई संक्रमित यात्री भीड़ में गुम हो गए थे. इनमें गिरिडीह के तीन लोग पॉजिटिव मिले थे लेकिन वह भी भाग निकले थे. लगातार इस तरीके की लापरवाही बरती जा रही है और झारखंड में कोरोना का डर और गहरा गया है. आने वाले समय में स्थिति और बिगड़ेगी ऐसे में और लापरवाही बरती गई तो स्थिति भयावह होगी.