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झारखंड में नक्सलियों की पोस्टरबाजी से दहशत, एजेंट तैयार कर हो रहा सारा 'खेल'

लोकसभा चुनाव से ठीक पहले नक्सलियों ने राजधानी रांची में पोस्टरबाजी कर वोटर्स को दहशत में डाल दिया है. नक्सलियों ने रांची के बरियातू , बुंडू-तमाड़ और खलारी इलाकों में पिछले दो महीनों में खूब पोस्टरबाजी की है. 15 दिन पहले नक्सलियों ने खलारी में पोस्टरबाजी की थी. राजधानी के नक्सल प्रभावित बुंडू और तमाड़ में भी नक्सलियों ने एक महीना पहले जबरदस्त पोस्टरबाजी कर आम लोगों से चुनाव का बहिष्कार करने की अपील की थी.

नक्सलियों की पोस्टरबाजी
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Published : Apr 26, 2019, 5:27 PM IST

रांची: लोकसभा चुनाव से ठीक पहले नक्सलियों ने राजधानी रांची में पोस्टरबाजी कर वोटर्स को दहशत में डाल दिया है. नक्सली चुनाव बहिष्कार के पोस्टर्स लगातार राजधानी के अलग-अलग इलाकों में चिपका रहे हैं. जिसमें सरकार विरोधी नारे लिखे गए हैं और आम लोगों से चुनाव का बहिष्कार करने की अपील की गई है.

देखें वीडियो

लगातार जारी है पोस्टरबाजी
रांची के बरियातू , बुंडू-तमाड़ और खलारी इलाकों में पिछले दो महीनों में नक्सलियों ने खूब पोस्टरबाजी की है. हर पोस्टर में सरकार के खिलाफ नारे लिखे गए हैं और आम लोगों से लोकसभा चुनाव का बहिष्कार करने को कहा गया है. राजधानी के बीचो-बीच स्थित बरियातू इलाके में 25 मार्च को स्कूल, डाकघर और पेड़ पर नक्सलियों के द्वारा पोस्टरबाजी की गई थी.

चुनाव बहिष्कार करने की अपील

वहीं, 15 दिन पहले नक्सलियों ने खलारी में पोस्टरबाजी की थी. राजधानी के नक्सल प्रभावित बुंडू और तमाड़ में भी नक्सलियों ने एक महीना पहले जबरदस्त पोस्टरबाजी कर आम लोगों से चुनाव का बहिष्कार करने की अपील की थी.

नक्सलियों ने बहाल किए एजेंट
पुलिस की जांच में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है. दरअसल, नक्सलियों ने ग्रामीण इलाकों में रहने वाले भोले-भाले युवकों को बहला-फुसलाकर अपने संगठन में शामिल किया है. ये ऐसे युवक हैं जिनका पुलिस के पास कोई रिकॉर्ड नहीं है न ही पुलिस इन्हे पहचानती है.

पांच से दस हजार देते हैं नक्सली
इन युवकों को नक्सली पांच से दस हजार तनख्वाह देते हैं और उसके बदले उनसे रात के अंधेरों में पोस्टरबाजी करवाते हैं. नक्सलियों के भय से ये बेरोजगार युवक उनके इशारों पर पोस्टरबाजी करते हैं. बुंडू-तमाड़ में पोस्टर चिपकाने के मामले में दो युवकों को गिरफ्तार किया गया था. जिनका नक्सलियों से कोई संपर्क पुलिस स्थापित नहीं कर पाई. जांच में यह सामने आया कि उन्होंने पैसे के लिए यह सब किया था.

महाराज प्रमाणिक का नाम आया सामने
राजधानी के अलग-अलग इलाकों में भाकपा माओवादियों के नाम पर पोस्टर चिपकाकर चुनाव बहिष्कार की धमकी देने के पीछे कुख्यात नक्सली कमांडर महाराज प्रमाणिक का हाथ बताया जा रहा है. वर्तमान में महाराज प्रमाणिक संगठन में जोनल कमेटी का मेंबर है. वह सरायकेला-खरसावां जिले के ईचागढ़ थाना क्षेत्र का रहने वाला है.

ये भी पढ़ें- वरिष्ठ न्यूरो फिजिशियन डॉ केके सिन्हा का निधन, चिकित्सा जगत में शोक की लहर

10 लाख का इनाम
पुलिस रिकॉर्ड में उसके ऊपर 10 लाख का इनाम भी है. पुलिस जांच में यह बात सामने आई है कि उसने ही कुछ ग्रामीण युवकों से राजधानी रांची के विभिन्न इलाकों में पोस्टरबाजी करवाई है. पोस्टर में चुनाव बहिष्कार करने, पुलिस राज ध्वस्त करें, जनता का राज स्थापित करें और ग्रामीण इलाकों से सभी पुलिस कैंपों को हटाए जाने की बात लिखी गई थी.

पुलिस अलर्ट पर, रखी जा रही है निगरानी
आमतौर पर नक्सली संगठन ग्रामीण इलाकों में पोस्टरबाजी कर चुनाव बहिष्कार करने की धमकी देते आए हैं, लेकिन ऐसा पहली बार हुआ है जब राजधानी रांची के शहरी इलाकों में नक्सलियों ने बेखौफ होकर पोस्टरबाजी करवाई. झारखंड पुलिस के एडीजी अभियान मुरारी लाल मीणा ने बताया कि नक्सलियों के वैसे एजेंटों की पहचान की जा रही है जो शहर में आकर पोस्टरबाजी कर रहे हैं. इसके लिए राजधानी की पुलिस को अलर्ट पर रखा गया है. साथ ही राजधानी में लगे अलग-अलग सीसीटीवी कैमरों के जरिए संवेदनशील जगह पर नजर रखी जा रही है.

रांची: लोकसभा चुनाव से ठीक पहले नक्सलियों ने राजधानी रांची में पोस्टरबाजी कर वोटर्स को दहशत में डाल दिया है. नक्सली चुनाव बहिष्कार के पोस्टर्स लगातार राजधानी के अलग-अलग इलाकों में चिपका रहे हैं. जिसमें सरकार विरोधी नारे लिखे गए हैं और आम लोगों से चुनाव का बहिष्कार करने की अपील की गई है.

देखें वीडियो

लगातार जारी है पोस्टरबाजी
रांची के बरियातू , बुंडू-तमाड़ और खलारी इलाकों में पिछले दो महीनों में नक्सलियों ने खूब पोस्टरबाजी की है. हर पोस्टर में सरकार के खिलाफ नारे लिखे गए हैं और आम लोगों से लोकसभा चुनाव का बहिष्कार करने को कहा गया है. राजधानी के बीचो-बीच स्थित बरियातू इलाके में 25 मार्च को स्कूल, डाकघर और पेड़ पर नक्सलियों के द्वारा पोस्टरबाजी की गई थी.

चुनाव बहिष्कार करने की अपील

वहीं, 15 दिन पहले नक्सलियों ने खलारी में पोस्टरबाजी की थी. राजधानी के नक्सल प्रभावित बुंडू और तमाड़ में भी नक्सलियों ने एक महीना पहले जबरदस्त पोस्टरबाजी कर आम लोगों से चुनाव का बहिष्कार करने की अपील की थी.

नक्सलियों ने बहाल किए एजेंट
पुलिस की जांच में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है. दरअसल, नक्सलियों ने ग्रामीण इलाकों में रहने वाले भोले-भाले युवकों को बहला-फुसलाकर अपने संगठन में शामिल किया है. ये ऐसे युवक हैं जिनका पुलिस के पास कोई रिकॉर्ड नहीं है न ही पुलिस इन्हे पहचानती है.

पांच से दस हजार देते हैं नक्सली
इन युवकों को नक्सली पांच से दस हजार तनख्वाह देते हैं और उसके बदले उनसे रात के अंधेरों में पोस्टरबाजी करवाते हैं. नक्सलियों के भय से ये बेरोजगार युवक उनके इशारों पर पोस्टरबाजी करते हैं. बुंडू-तमाड़ में पोस्टर चिपकाने के मामले में दो युवकों को गिरफ्तार किया गया था. जिनका नक्सलियों से कोई संपर्क पुलिस स्थापित नहीं कर पाई. जांच में यह सामने आया कि उन्होंने पैसे के लिए यह सब किया था.

महाराज प्रमाणिक का नाम आया सामने
राजधानी के अलग-अलग इलाकों में भाकपा माओवादियों के नाम पर पोस्टर चिपकाकर चुनाव बहिष्कार की धमकी देने के पीछे कुख्यात नक्सली कमांडर महाराज प्रमाणिक का हाथ बताया जा रहा है. वर्तमान में महाराज प्रमाणिक संगठन में जोनल कमेटी का मेंबर है. वह सरायकेला-खरसावां जिले के ईचागढ़ थाना क्षेत्र का रहने वाला है.

ये भी पढ़ें- वरिष्ठ न्यूरो फिजिशियन डॉ केके सिन्हा का निधन, चिकित्सा जगत में शोक की लहर

10 लाख का इनाम
पुलिस रिकॉर्ड में उसके ऊपर 10 लाख का इनाम भी है. पुलिस जांच में यह बात सामने आई है कि उसने ही कुछ ग्रामीण युवकों से राजधानी रांची के विभिन्न इलाकों में पोस्टरबाजी करवाई है. पोस्टर में चुनाव बहिष्कार करने, पुलिस राज ध्वस्त करें, जनता का राज स्थापित करें और ग्रामीण इलाकों से सभी पुलिस कैंपों को हटाए जाने की बात लिखी गई थी.

पुलिस अलर्ट पर, रखी जा रही है निगरानी
आमतौर पर नक्सली संगठन ग्रामीण इलाकों में पोस्टरबाजी कर चुनाव बहिष्कार करने की धमकी देते आए हैं, लेकिन ऐसा पहली बार हुआ है जब राजधानी रांची के शहरी इलाकों में नक्सलियों ने बेखौफ होकर पोस्टरबाजी करवाई. झारखंड पुलिस के एडीजी अभियान मुरारी लाल मीणा ने बताया कि नक्सलियों के वैसे एजेंटों की पहचान की जा रही है जो शहर में आकर पोस्टरबाजी कर रहे हैं. इसके लिए राजधानी की पुलिस को अलर्ट पर रखा गया है. साथ ही राजधानी में लगे अलग-अलग सीसीटीवी कैमरों के जरिए संवेदनशील जगह पर नजर रखी जा रही है.

Intro:डे प्लान की खबर।

लोकसभा चुनाव से ठीक पहले नक्सलियों ने राजधानी रांची में पोस्टर बाजी कर वोटर्स को दहशत में डाल दिया है ।चुनाव बहिष्कार के पोस्टर्स लगातार नक्सलियों के द्वारा राजधानी के अलग-अलग इलाकों में चिपकाए जा रहे हैं। जिसमें सरकार विरोधी नारे लिखे गए हैं और आम लोगों से चुनाव का बहिष्कार करने की अपील की गई है।

लगातार जारी है पोस्टरबाजी

रांची के बरियातू ,बुंडू - तमाड़ और खलारी इलाकों में पिछले दो महीनों में नक्सलियों ने जबरदस्त पोस्टर बाजी की है ।हर पोस्टर में सरकार के खिलाफ नारे लिखे गए हैं तथा आम लोगों से लोकसभा चुनाव का बहिष्कार करने को कहा गया है। राजधानी के बीचो-बीच स्थित बरियातू इलाके में 25 मार्च को स्कूल , डाकघर और पेड़ पर नक्सलियों के द्वारा पोस्टर बाजी की गई थी वही 15 दिन पहले नक्सलियों ने खलारी में पोस्टर बाजी की थी। राजधानी के नक्सल प्रभावित बुंडू और तमाड़ में भी नक्सलियों ने एक महीना पहले जबरदस्त पोस्टर बाजी कर आम लोगों से चुनाव का बहिष्कार करने की अपील की थी।

नक्सलियो ने बहाल किये एजेंट

पुलिस के जांच में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। दरअसल नक्सलियों ने ग्रामीण इलाकों में रहने वाले भोले - भाले युवकों को बहला-फुसलाकर अपने संगठन में शामिल किया है। ये ऐसे युवक हैं जिनका पुलिस के पास कोई रिकॉर्ड नहीं है ना ही पुलिस इन्हे पहचानती है ।इन युवकों को नक्सली पांच से दस हजार तनख्वाह देते हैं और उसके बदले उनसे रात के अंधेरों में पोस्टर बाजी करवाते हैं। नक्सलियों के भय से ये बेरोजगार युवक उनके इशारों पर पोस्टर बाजी करते हैं। बुंडू - तमाड़ में पोस्टर चिपकाने के मामले में दो युवकों को गिरफ्तार किया गया था। जिनका नक्सलियों से कोई संपर्क पुलिस स्थापित नहीं कर पाई। जांच में यह सामने आया कि उन्होंने पैसे के लिए यह सब किया था।

महाराज प्रमाणिक का नाम आया सामने

राजधानी के अलग-अलग इलाकों में भाकपा माओवादियों के नाम पर पोस्टर चिपकाकर चुनाव बहिष्कार की धमकी देने के पीछे कुख्यात नक्सली कमांडर महाराज प्रमाणिक का हाथ बताया जा रहा है ।वर्तमान में महाराज प्रमाणिक संगठन में जोनल कमेटी का मेंबर है। वह सरायकेला - खरसावां जिले के इचागढ़ थाना क्षेत्र का रहने वाला है ।पुलिस रिकॉर्ड में उसके ऊपर 10 लाख का इनाम भी है। पुलिस जांच में यह बात सामने आई है कि उसने ही कुछ ग्रामीण युवकों के द्वारा राजधानी रांची के विभिन्न इलाकों में पोस्टर बाजी करवाई है। पोस्टर में चुनाव बहिष्कार करने ,पुलिस राज ध्वस्त करे, जनता का राज स्थापित करें और ग्रामीण इलाकों से सभी पुलिस कैंपों को हटाए जाने की बात लिखी गई थी।

पुलिस अलर्ट पर ,रखी जा रही है निगरानी

आमतौर पर नक्सली संगठन ग्रामीण इलाकों में पोस्टर बाजी कर चुनाव बहिष्कार करने की धमकी देते आए हैं लेकिन ऐसा पहली बार हुआ है जब राजधानी रांची के शहरी इलाकों में नक्सलियों ने बेखौफ होकर पोस्टर बाजी करवाई। झारखंड पुलिस के एडीजी अभियान मुरारी लाल मीणा ने बताया कि नक्सलियों के वैसे एजेंटों की पहचान की जा रही है जो शहर में आकर पोस्टर बाजी कर रहे हैं। इसके लिए राजधानी की पुलिस को अलर्ट पर रखा गया है साथ ही राजधानी में लगे अलग-अलग सीसीटीवी कैमरों के जरिए संवेदनशील जगह पर नजर रखी जा रही है।

बाईट - मुरारी लाल मीणा , एडीजी अभियान।


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