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कोरोना आपदा में उम्मीद की किरण है मुख्यमंत्री दीदी किचन, हर दिन कर रहीं सेवा - कोरोना वायरस, कोविड-19

कोरोना महामारी में सखी मंडलों से जुड़ी महिलाएं सक्रिय भूमिका में हैं. राज्य के सभी पंचायतों में मुख्यमंत्री दीदी किचन की शुरुआत की गई है, जहां हर किसी को खाना खिलाया जा रहा है.

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मुख्यमंत्री दीदी किचन
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Published : Apr 4, 2020, 8:18 PM IST

रांची: वैश्विक आपदा कोविड-19 के खिलाफ जंग में राज्य भर में सखी मंडलों से जुड़ी महिलाएं सक्रिय भूमिका में हैं. प्रदेश का कोई भी व्यक्ति इस विपदा में भूखा न रहे इसके लिए ग्रामीण विकास विभाग के तहत झारखंड स्टेट लावलीहुड प्रमोशन सोसाइटी हर संभव प्रयास कर रहा है. राज्य के ग्रामीण इलाकों में जरूरतमंदों को दो वक्त खाना मिले इसको सुनिश्चित करने के लिए राज्य के सभी पंचायतों में मुख्यमंत्री दीदी किचन की शुरुआत की गई है.

मुख्यमंत्री दीदी किचन

जरूरतमंदों को दो वक्त का खाना मिले इसको सुनिश्चित करने के लिए राज्य के सभी पंचायतों में मुख्यमंत्री दीदी किचन की शुरुआत की गई है. यहां सखी मंडल से जुड़ी महिलाओं के नेतृत्व में मुख्यमंत्री दीदी किचन स्थापित किया गया है. इसके संचालन की जिम्मेदारी आजीविका मिशन के सखी मंडल और ग्राम संगठन को सौंपी गई है.

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सोशल डिस्टेंसिंग में बन रहा है खाना, खानेवाले भी फॉलो कर रहे हैं इसे
मुख्यमंत्री दीदी किचन के संचालन में लाभुकों को भोजन वितरण और बनाने के दौरान पूरी तरह से सोशल डिस्टेंसिंग और स्वच्छता के सभी नियम पालन किए जा रहे हैं. फिलहाल, प्रदेश के 2, 321 पंचायतों में वैसे मुख्यमंत्री दीदी किचन का परिचालन सखी मंडल से जुड़ी महिलाएं कर रही हैं. उनसे हर दिन 6, 5820 लोगों को ग्रामीण इलाकों में दो वक्त का खाना खिलाया जा रहा है. इतना ही नहीं मुख्यमंत्री दीदी किचन के संचालन से लेकर जरूरी वस्तुओं की सप्लाई चेन, मास्क, सेनेटाइजर निर्माण और आंगनबाड़ी तक टेक होम राशन पहुंचाने का काम भी सखी मंडल की महिलाएं कर रही हैं.

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3 लाख से अधिक मास्क का उत्पादन
इसके अलावा सखी मंडल से जुड़ी एक हजार से ज्यादा बैंकिंग कोरेस्पोंडेंट ग्रामीणों को जनधन खाते से राशि निकालने और पेंशन लेनदेन से संबंधित कार्य में मदद कर रही हैं. एक आंकड़े के अनुसार, अब तक 3 लाख से अधिक मास्क का उत्पादन सखी मंडलों के जरिए किया गया है. वहीं 1 लाख बोतल से ज्यादा सेनेटाइजर का भी निर्माण और पैकेजिंग सखी मंडल से जुड़ी महिलाएं कर रही हैं.

रांची: वैश्विक आपदा कोविड-19 के खिलाफ जंग में राज्य भर में सखी मंडलों से जुड़ी महिलाएं सक्रिय भूमिका में हैं. प्रदेश का कोई भी व्यक्ति इस विपदा में भूखा न रहे इसके लिए ग्रामीण विकास विभाग के तहत झारखंड स्टेट लावलीहुड प्रमोशन सोसाइटी हर संभव प्रयास कर रहा है. राज्य के ग्रामीण इलाकों में जरूरतमंदों को दो वक्त खाना मिले इसको सुनिश्चित करने के लिए राज्य के सभी पंचायतों में मुख्यमंत्री दीदी किचन की शुरुआत की गई है.

मुख्यमंत्री दीदी किचन

जरूरतमंदों को दो वक्त का खाना मिले इसको सुनिश्चित करने के लिए राज्य के सभी पंचायतों में मुख्यमंत्री दीदी किचन की शुरुआत की गई है. यहां सखी मंडल से जुड़ी महिलाओं के नेतृत्व में मुख्यमंत्री दीदी किचन स्थापित किया गया है. इसके संचालन की जिम्मेदारी आजीविका मिशन के सखी मंडल और ग्राम संगठन को सौंपी गई है.

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सोशल डिस्टेंसिंग में बन रहा है खाना, खानेवाले भी फॉलो कर रहे हैं इसे
मुख्यमंत्री दीदी किचन के संचालन में लाभुकों को भोजन वितरण और बनाने के दौरान पूरी तरह से सोशल डिस्टेंसिंग और स्वच्छता के सभी नियम पालन किए जा रहे हैं. फिलहाल, प्रदेश के 2, 321 पंचायतों में वैसे मुख्यमंत्री दीदी किचन का परिचालन सखी मंडल से जुड़ी महिलाएं कर रही हैं. उनसे हर दिन 6, 5820 लोगों को ग्रामीण इलाकों में दो वक्त का खाना खिलाया जा रहा है. इतना ही नहीं मुख्यमंत्री दीदी किचन के संचालन से लेकर जरूरी वस्तुओं की सप्लाई चेन, मास्क, सेनेटाइजर निर्माण और आंगनबाड़ी तक टेक होम राशन पहुंचाने का काम भी सखी मंडल की महिलाएं कर रही हैं.

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3 लाख से अधिक मास्क का उत्पादन
इसके अलावा सखी मंडल से जुड़ी एक हजार से ज्यादा बैंकिंग कोरेस्पोंडेंट ग्रामीणों को जनधन खाते से राशि निकालने और पेंशन लेनदेन से संबंधित कार्य में मदद कर रही हैं. एक आंकड़े के अनुसार, अब तक 3 लाख से अधिक मास्क का उत्पादन सखी मंडलों के जरिए किया गया है. वहीं 1 लाख बोतल से ज्यादा सेनेटाइजर का भी निर्माण और पैकेजिंग सखी मंडल से जुड़ी महिलाएं कर रही हैं.

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