ETV Bharat / city

मदर्स डे स्पेशल: 'मां' शब्द को हर कोई अपने अंदाज में पुकारता है, देखें किसकी कैसी है पुकार

कहते हैं मां शब्द में पूरा ब्रह्मांड समाया हुआ रहता है और एक बार मां कहकर पुकारने से ही सारी तकलीफें गायब हो जाती है. आज मदर्स डे है. पूरा विश्व इस दिन को सेलिब्रेट कर रहा है. राजधानी रांची के लोग भी इस दिन को अपने तरीके से मना रहे है. इसके तहत ईटीवी भारत ने राजधानी रांची के ऐसे कई लोगों से बातें की और उनकी जुबान से मां शब्द के मायने भी पूछे.

mothers day celebration in ranchi
मदर्स डे स्पेशल
author img

By

Published : May 10, 2020, 12:17 PM IST

रांचीः मुश्किल समय को भी मां आशा बना देती है. मां की दी हुई हर सीख किसी वरदान से कम नहीं होती. अगर आप किसी दुख विकट परिस्थिति में हो तो आंखें बंद कर अपनी मां को एक बार पुकार ले तो कहा जाता है मां, सात-समुंदर पार ही क्यों न रहती हो. आपकी आवाज वह मन से ही सुन लेती है. मां का मन घबराता है. वह जान जाती हैं कि उनके बच्चे पर कोई विपदा है या कोई दुख आन पड़ी है.

देखें पूरी खबर

मां शब्द ही एक ऐसा शब्द है जिसमें पूरा ब्रह्मांड समाया रहता है और आज पूरा विश्व मदर्स डे मना रहा है. इस कड़ी में झारखंड की राजधानी रांची में भी लोग अपनी मां को बधाई देकर इस दिन को उन्हें याद दिला रहा है. इस कड़ी में हमारी टीम ने भी कुछ ऐसे ही लोगों से बातें की जो अलग-अलग तरीके से मां शब्द को पुकारता हो.

ये भी पढ़ें-दीपक प्रकाश को दो दिनों के बाद रिम्स से मिली छुट्टी, हार्ट अटैक के बाद हुए थे भर्ती

हमारे देश में कई भाषाएं और परंपरा है. ऐसे में हर विशेष धर्म, स्थान के लोग अपने तरीके और अपनी भावना के अनुसार अपनी मां को पुकारते हैं. मां का होना अपने आप में पूरे संसार का होना है. मां की मौजूदगी में ही खुशियों का ठिकाना है.

रांचीः मुश्किल समय को भी मां आशा बना देती है. मां की दी हुई हर सीख किसी वरदान से कम नहीं होती. अगर आप किसी दुख विकट परिस्थिति में हो तो आंखें बंद कर अपनी मां को एक बार पुकार ले तो कहा जाता है मां, सात-समुंदर पार ही क्यों न रहती हो. आपकी आवाज वह मन से ही सुन लेती है. मां का मन घबराता है. वह जान जाती हैं कि उनके बच्चे पर कोई विपदा है या कोई दुख आन पड़ी है.

देखें पूरी खबर

मां शब्द ही एक ऐसा शब्द है जिसमें पूरा ब्रह्मांड समाया रहता है और आज पूरा विश्व मदर्स डे मना रहा है. इस कड़ी में झारखंड की राजधानी रांची में भी लोग अपनी मां को बधाई देकर इस दिन को उन्हें याद दिला रहा है. इस कड़ी में हमारी टीम ने भी कुछ ऐसे ही लोगों से बातें की जो अलग-अलग तरीके से मां शब्द को पुकारता हो.

ये भी पढ़ें-दीपक प्रकाश को दो दिनों के बाद रिम्स से मिली छुट्टी, हार्ट अटैक के बाद हुए थे भर्ती

हमारे देश में कई भाषाएं और परंपरा है. ऐसे में हर विशेष धर्म, स्थान के लोग अपने तरीके और अपनी भावना के अनुसार अपनी मां को पुकारते हैं. मां का होना अपने आप में पूरे संसार का होना है. मां की मौजूदगी में ही खुशियों का ठिकाना है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.