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रांची में लंबित हैं सर्वाधिक वारंट और केस, स्पीडी ट्रायल में पुलिस बेहतर

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Published : Oct 5, 2021, 10:12 PM IST

रांची में सबसे ज्यादा केस अनुसंधान के लिए लंबित हैं. जबकि राजधानी में ही सबसे ज्यादा वारंट भी पेंडिंग हैं. पुलिस मुख्यालय के आंकड़ों के मुताबिक पूरे झारखंड में एक जनवरी 2021 को 49498 केस लंबित थे. वहीं 31 अगस्त तक 47117 कांड अनुसंधान के लिए लंबित है. सिर्फ 10823 केस अनुसंधान के लिए रांची में ही लंबित हैं.

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रांची में लंबित हैं सर्वाधिक वारंट

रांची: झारखंड की राजधानी रांची में सबसे ज्यादा केस अनुसंधान के लिए लंबित हैं. जबकि राजधानी में ही सबसे ज्यादा वारंट भी पेंडिंग हैं. पुलिस मुख्यालय ने झारखंड में अगस्त तक के अनुसंधान और लंबित वारंट का डाटा तैयार किया है.


इसे भी पढे़ं: अब अपराधियों की हर गतिविधि पर रांची पुलिस की रहेगी पैनी नजर, विशेष सॉफ्टवेयर से होगी निगरानी


पुलिस मुख्यालय के आंकड़ों के मुताबिक पूरे झारखंड में एक जनवरी 2021 को 49498 केस लंबित थे. वहीं 31 अगस्त तक 47117 कांड अनुसंधान के लिए लंबित है. सिर्फ 10823 केस अनुसंधान के लिए तो राजधानी में ही लंबित हैं. रांची में जनवरी में 11189 केस रांची में लंबित थे. इस दौरान 5064 नए कांड दर्ज हुए. वहीं पुलिस ने 5430 कांडों का अनुसंधान पूरा किया. इसके बाद अब तक कुल 10823 केस लंबित हैं. राज्य पुलिस के आंकड़ों के मुताबिक इस साल अब तक राज्यभर में 40366 नए केस दर्ज हुए हैं. वहीं पुलिस ने 42747 केस का अनुसंधान भी पूरा किया है. जिसके बाद लंबित कांडों की संख्या 47117 है.



लंबित वारंट में सर्वाधिक रांची के


राज्य पुलिस के आंकड़ों के मुताबिक राज्यभर में कुल 25902 केस लंबित है. वहीं रांची में सर्वाधिक 15448 वारंट लंबित हैं. जानकारी के मुताबिक जनवरी में 16480 वारंट लंबित थे. लेकिन पुलिस ने आठ महीनों में नए 208 वारंट पाए और 1240 का डिस्पोजल किया. जिसके बाद लंबित वारंट अब 15448 हैं.

इसे भी पढे़ं: रांची में बीट पुलिसिंग के लिए बीट बुक तैयार, जानिए किसका-किसका रहेगा डेटा



स्पीडी ट्रायल और नशे के खिलाफ कार्रवाई में बेहतर

हालांकि सबसे राहत की बात यह है कि राज्य पुलिस के आंकड़ों के मुताबिक स्पीडी ट्रायल को लेकर पुलिस का परफॉर्मेंस बेहतर रहा है. साल 2021 में 135 कांडों का स्पीडी ट्रायल पुलिस ने कराया. जिसमें 118 कांड में 300 आरोपियों को सजा दिलायी गई. 2020 में पुलिस ने 406 कांडों का स्पीडी ट्रायल कराया था. जिसमें महज 296 केस में 378 आरोपियों को सजा दिलायी गई थी. 2019 में पुलिस ने 765 कांड का स्पीडी ट्रायल करवाकर 501 कांडों के 900 आरोपियों को सजा दिलायी थी.

मादक द्रव्य की तस्करी के मामले में भी पुलिस ने किया बेहतर काम

वहीं मादक द्रव्य की तस्करी के मामले में भी पुलिस ने बेहतर काम किया है. 2021 के जुलाई तक पुलिस ने 372 कांड दर्ज कर 576 लोगों को गिरफ्तार किया है. वहीं 2020 में पुलिस ने 382 कांड दर्ज कर 524, जबकि 2019 में 256 कांड दर्ज कर 318 आरोपियों को गिरफ्तार किया था.


क्या कहते हैं सभी जिलों के आंकड़े

जिला लंबित केसलंबित वारंट और कुर्की
रांची 10823 15448
खूंटी
496 409
गुमला
8412006
सिमडेगा
198 9
लोहरदगा
420 24
चाईबासा
981 307
सरायकेला 1055 131
जमशेदपुर
2215 163
धनबाद 4874 148
बोकारो
2452 856
हजारीबाग
4572 1480
रामगढ़
588 193
कोडरमा 554
108
चतरा
1530 1886
गिरिडीह
2499 282
दुमका
1073 488
गोड्डा
1369 85
जामताड़ा
536 25
देवघर
2439 1022
साहिबगंज 1892
1113
पाकुड़
642 41
पलामू 1988
1198
लातेहार
1008 241
गढ़वा
1897 12
रेल धनबाद
136 1
रेल जमशेदपुर 89 26

रांची: झारखंड की राजधानी रांची में सबसे ज्यादा केस अनुसंधान के लिए लंबित हैं. जबकि राजधानी में ही सबसे ज्यादा वारंट भी पेंडिंग हैं. पुलिस मुख्यालय ने झारखंड में अगस्त तक के अनुसंधान और लंबित वारंट का डाटा तैयार किया है.


इसे भी पढे़ं: अब अपराधियों की हर गतिविधि पर रांची पुलिस की रहेगी पैनी नजर, विशेष सॉफ्टवेयर से होगी निगरानी


पुलिस मुख्यालय के आंकड़ों के मुताबिक पूरे झारखंड में एक जनवरी 2021 को 49498 केस लंबित थे. वहीं 31 अगस्त तक 47117 कांड अनुसंधान के लिए लंबित है. सिर्फ 10823 केस अनुसंधान के लिए तो राजधानी में ही लंबित हैं. रांची में जनवरी में 11189 केस रांची में लंबित थे. इस दौरान 5064 नए कांड दर्ज हुए. वहीं पुलिस ने 5430 कांडों का अनुसंधान पूरा किया. इसके बाद अब तक कुल 10823 केस लंबित हैं. राज्य पुलिस के आंकड़ों के मुताबिक इस साल अब तक राज्यभर में 40366 नए केस दर्ज हुए हैं. वहीं पुलिस ने 42747 केस का अनुसंधान भी पूरा किया है. जिसके बाद लंबित कांडों की संख्या 47117 है.



लंबित वारंट में सर्वाधिक रांची के


राज्य पुलिस के आंकड़ों के मुताबिक राज्यभर में कुल 25902 केस लंबित है. वहीं रांची में सर्वाधिक 15448 वारंट लंबित हैं. जानकारी के मुताबिक जनवरी में 16480 वारंट लंबित थे. लेकिन पुलिस ने आठ महीनों में नए 208 वारंट पाए और 1240 का डिस्पोजल किया. जिसके बाद लंबित वारंट अब 15448 हैं.

इसे भी पढे़ं: रांची में बीट पुलिसिंग के लिए बीट बुक तैयार, जानिए किसका-किसका रहेगा डेटा



स्पीडी ट्रायल और नशे के खिलाफ कार्रवाई में बेहतर

हालांकि सबसे राहत की बात यह है कि राज्य पुलिस के आंकड़ों के मुताबिक स्पीडी ट्रायल को लेकर पुलिस का परफॉर्मेंस बेहतर रहा है. साल 2021 में 135 कांडों का स्पीडी ट्रायल पुलिस ने कराया. जिसमें 118 कांड में 300 आरोपियों को सजा दिलायी गई. 2020 में पुलिस ने 406 कांडों का स्पीडी ट्रायल कराया था. जिसमें महज 296 केस में 378 आरोपियों को सजा दिलायी गई थी. 2019 में पुलिस ने 765 कांड का स्पीडी ट्रायल करवाकर 501 कांडों के 900 आरोपियों को सजा दिलायी थी.

मादक द्रव्य की तस्करी के मामले में भी पुलिस ने किया बेहतर काम

वहीं मादक द्रव्य की तस्करी के मामले में भी पुलिस ने बेहतर काम किया है. 2021 के जुलाई तक पुलिस ने 372 कांड दर्ज कर 576 लोगों को गिरफ्तार किया है. वहीं 2020 में पुलिस ने 382 कांड दर्ज कर 524, जबकि 2019 में 256 कांड दर्ज कर 318 आरोपियों को गिरफ्तार किया था.


क्या कहते हैं सभी जिलों के आंकड़े

जिला लंबित केसलंबित वारंट और कुर्की
रांची 10823 15448
खूंटी
496 409
गुमला
8412006
सिमडेगा
198 9
लोहरदगा
420 24
चाईबासा
981 307
सरायकेला 1055 131
जमशेदपुर
2215 163
धनबाद 4874 148
बोकारो
2452 856
हजारीबाग
4572 1480
रामगढ़
588 193
कोडरमा 554
108
चतरा
1530 1886
गिरिडीह
2499 282
दुमका
1073 488
गोड्डा
1369 85
जामताड़ा
536 25
देवघर
2439 1022
साहिबगंज 1892
1113
पाकुड़
642 41
पलामू 1988
1198
लातेहार
1008 241
गढ़वा
1897 12
रेल धनबाद
136 1
रेल जमशेदपुर 89 26
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