रांची: राजधानी रांची में स्थानीय लोगों की हिम्मत की वजह से ओडिशा की एक नाबालिग लड़की की इज्जत तार-तार होने से बच गई. राउरकेला की एक नाबालिग लड़की का एक ऑटो ड्राइवर ने अपहरण कर लिया था. सुनसान जगह पर ऑटो ड्राइवर नाबालिग के साथ गलत करना चाहता था, लेकिन स्थानीय लोगों ने मौके पर लड़की को बचा लिया.
क्या है पूरा मामला
ओडिशा के राउलकेला से काम की तलाश में रांची पहुंची नाबालिग को जब काम नहीं मिला तो वापस अपने घर जाने के लिए ऑटो में बैठ रांची के कांटाटोली बस स्टैंड जा रही थी. अकेली नबालिग को देख ऑटो ड्राइवर की नीयत खराब हो गई. ऑटो ड्राइवर ने नाबालिग को अपने झांसे में लेते हुए उसे बताया कि अभी राउरकेला जाने के लिए कोई बस नहीं है, इसलिए वह ऑटो में ही बैठी रहे, रात में वह उसे बस पर बैठा देगा.
लड़की के गलत करने की कोशिश
नाबालिक को ऑटो ड्राइवर ने बहला फुसलाकर सदर इलाके के गितिल कोचा मैदान के पास ले आया. सुनसान जगह पर ऑटो रोककर लड़की के साथ ड्राइवर ने गलत करने की कोशिश की. किसी तरह से लड़की ड्राइवर के चंगुल से छूटकर भागी और आसपास के घरों के दरवाजे को पीटने लगी. लड़की के चिल्लाने की आवाज सुनकर कई स्थानीय लोग अपने घरों से बाहर निकल गए. लोगों को अपने घरों से बाहर आता देख ऑटो ड्राइवर मौके से फरार हो गया.
आरोपी ड्राइवर को खदेड़ा
सदर इलाके में टेंट हाउस चलाने वाले मनोज ने हिम्मत दिखाते हुए आम लोगों के साथ मिलकर ड्राइवर को खदेड़ा. जिसके बाद उन्होंने नाबालिग से पूछताछ की तो उसने बताया कि वह राउरकेला की रहने वाली है. काम के सिलसिले में रांची आई थी. लेकिन जिस व्यक्ति ने उसे काम दिलाने का भरोसा दिलाया था, रांची पहुंचने पर उसने उसका फोन ही नहीं उठाया. जिसके बाद वह वापस अपने शहर लौटने को थी.
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पुलिस कर रही जांच
उसी समय इस ड्राइवर ने उसे अपने झांसे में लेकर गलत करने की कोशिश की. मनोज ने नाबालिग को अपने घर में शरण दिया और पुलिस को पूरे मामले की जानकारी दी. स्थानीय लोगों ने ही नाबालिग के परिजनों को फोन पर पूरे मामले की जानकारी दी. जिसके बाद नाबालिग के परिजन राउरकेला से रांची के लिए निकल चुके हैं. वह इस मामले को लेकर सदर थाने की टीम आरोपी ड्राइवर की तलाश में जुट गई है.