रांची: छठ गाइडलाइन के विरोध में मंगलवार को जुमार नदी छठ पूजा समिति ने जल सत्याग्रह का आयोजन किया. विधायक समरीलाल जुमार नदी के जल में उतर कर कहा कि हेमंत सरकार आस्था के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं. उन्होंने यह भी कहा कि चुनाव के समय हेमंत सोरेन ने बड़ी-बड़ी सभाएं की. उनके भाई की जीत पर आतिशबाजी कर जश्न मनाया गया.
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वहीं, पूजा समिति के अध्यक्ष कुंदन कुमार ने कहा कि जब तक यह तुगलकी फरमान वापस नहीं लिया जाता आंदोलन जारी रहेगा. उन्होंने यह भी कहा कि घाट की सफाई हो रही है. छठ पूजा नदी में ही की जाएगी. धर्म निरपेक्ष राज्य में हिंदुओं के आस्था पर अत्याचार सहन नहीं किया जाएगा. भाजपा प्रदेश मुख्यालय प्रभारी (महिला मोर्चा) सरिता पांडेय, डूमरदगा मुखिया जुगुन मुंडा, अशोक ओहदार, प्रकाश रंजन, नीलम देवी, शाकुंतल देवी, पायल सोनी, राकेश कुमार सिंह, सोनू कुमार, संजय यादव, सियाराम कहार, रितेश तिवारी, बबलू तिवारी, अनीस कुमार, अभिजीत गुप्ता, रजनीकांत ओहदार, चंदन पांडेय ने भी अपनी बातों को रखा.
वहीं, जमशेदपुर में छठ गाइडलाइन का भाजपा ने जबरदस्त विरोध किया है. गाइडलाइन जारी होते ही सोशल मीडिया और समाचारपत्रों में भाजपा कार्यकर्ताओं ने झारखंड सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलकर जारी किए निर्देश में संशोधन की मांग की. इसी क्रम में मंगलवार को भाजपा कार्यकर्ताओं ने मानगो स्थित स्वर्णरेखा घाट पर सांकेतिक रूप से नदी में खड़े होकर विरोध प्रकट किया. भाजपा जमशेदपुर महानगर अध्यक्ष गुंजन यादव के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने स्वर्णरेखा नदी में घुटने भर पानी के बीच खड़े होकर तुगलकी फरमान वापस लेने की मांग की.