रांची: भारत के एक छोटे से शहर में मॉडल बनने का सपना देखना आसान नहीं है. दीपाली के लिए भी ये मुश्किल था. लेकिन फिर भी उन्होंने मॉडलिंग के गुर सीखे और ऑनलाइन कंम्पीटिशन में भाग लेना शुरू कर दिया. आज जब उन्हें सफलता मिल रही है. जयपुर में नेशनल स्तर पर मिस इंडिया चार्मिंग फेस का खिताब जीत चुकी दीपाली अब सिंगापुर में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आयोजित होने वाले प्रतिस्पर्धा में भाग लेने की तैयारी में हैं, तो उनके परिवार का हर सदस्य खुश है.
मॉडलिंग के फिल्ड को चुनौती मान रही दीपाली का मानना है कि कठिनाइयां तो सभी के साथ होती हैं, मगर इच्छाशक्ति मजबूत हो और पूरे तत्परता से काम किया जाए तो सफलता जरूर मिलती है. दीपाली की आंखों में बचपन से ही मिस इंडिया प्रतियोगिता में रैंप पर चलने का सपना पल रहा था. वह अक्सर घर में ही रैंप मॉडल की तरह वॉक करती थीं और हमेशा इस तरह के एक खूबसूरत मंच पर अपना प्रतिनिधित्व करना चाहती थी. आज उनका सपना पूरा हो रहा है.
ये भी पढ़ें: कचरे के ढेर पर मॉडल को क्यों करना पड़ा कैट वॉक
डीपीएस रांची से 2016 में पास आउट दीपाली ने भुवनेश्वर में आईटी से सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग किया. इसके बाद हैदराबाद की एक कंपनी में प्लेसमेंट होने के बाबजूद कोरोनाकाल में उसे घर में रहने को मजबूर कर दिया. आपदा को अवसर में बदलने में लगी दीपाली ने वर्क फ्रॉम होम के साथ-साथ खाली वक्त में घर में ही मॉडलिंग करना शुरू कर दिया.
रांची के हेसाग में अपने माता पिता के साथ रह रही दीपाली मूलरूप से सासाराम की रहने वाली हैं. उनके पिता उदयशंकर पांडे प्राइवेट नौकरी करते हैं और मां मुन्नी पांडे घरेलू महिला हैं. दो भाई बहन में सबसे बड़ी दीपाली है और छोटा भाई आशीष पांडे जेवीएम श्यामली में 11वीं में पढ़ता है. पेंटिंग में खास रुचि रखनेवाली दीपाली के बहुमुखी प्रतिभा से समाज और आस पड़ोस के लोग भी काफी खुश हैं.