गुमला: ऑपरेशन आहट के तहत एक नाबालिग लड़की को ट्रैफिकिंग का शिकार होने से बचा (minor girl saved from trafficking ) लिया गया. नाबालिग बसिया प्रखंड की निवासी है. नाबालिक लड़की को एक युवक दिल्ली ले जा रहा था. इसी दौरान नन्हे फरिश्ते टीम, आरपीएफ रांची और सीपीडीटी ने उसे बचा लिया. सुमन कुमार झा की नेतृत्व में रांची रेलवे स्टेशन पर चेकिंग चल रही थी. इसी दौरान उन्होंने बच्ची को देखा और उसे बचाया.
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संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर हुआ संदेह: सुरक्षाकर्मियों ने बताया कि ट्रेन संख्या 12873 हटिया-आनंद विहार की चेकिंग की जा रही थी. इस दौरान कोच संख्या S2, बर्थ संख्या 01 के पास एक नाबालिग लड़की डरी सहमी हुई दिखी. उससे पूछताछ करने पर एक लड़का आया और बोला कि वे इसके साथ है. नाबालिग लड़की से पूछताछ करने पर उसने संतोषजनक जवाब नहीं दिया और ना ही लड़के ने कोई उचित जवाब दिया. जिसके बाद नाबालिग लड़की को ट्रेन से उतारा गया और पूछताछ की गई.
20 हजार में बेची जानी थी नाबालिग: कड़ाई से पूछने पर लड़के ने अपना नाम शेख अपु बताया और बताया कि वह गुमला का रहने वाला है. आगे पूछे जाने पर लड़के ने बताया कि वह नाबालिग लड़की को बहला-फुसलाकर दिल्ली में घरेलू काम काज और अन्य कार्य काम के लिए ले जा रहा है. लड़की को दिल्ली में शंकर नाम के व्यक्ति के पास छोड़ना था. इसके एवज में उसे 20,000 मिलने थे. वह इसके पूर्व भी कई लड़कियों को दिल्ली ले जाकर शंकर तक पहुंचाया है.
परिजनों को नहीं थी जानकारी: नाबालिग लड़की से पूछताछ करने पर उसने अपने परिजनों से मोबाइल नंबर बताया जिसपर संपर्क किया गया. जिसमें पता चला कि नाबालिग लड़की के दिल्ली जाने की बात परिजनों को पता नहीं थी.
बसिया थाना को सौंपे गए दोनों: एएसआई रविशंकर ने गवाहों के उपस्थिति में लड़के की तलाशी ली. जिसमें एक मोबाइल, रेलवे ई टिकट और 1200 रुपये मिले. जिसे जब्त कर इसकी सूचना बसिया थाना एसआई मंटू कुमार और एसआई विनय हेम्ब्रम को दी गई. सूचना मिलते ही दोनों अधिकारी अपने स्टाफ के साथ रांची पहुंचे और की कार्रवाई के लिए बसिया थाने को सौंप दिया.