रांची/जमशेदपुर: मोस्ट वॉन्टेंड दाउद इब्राहिम के करीबी अब्दुल मजीद को गुजरात एटीएस की टीम ने जमशेदपुर के मानगो से गिरफ्तार किया है. वह लंबे समय से नाम बदल कर छिपा हुआ था. 1996 से आर्म्स/विस्फोटक डील के मामले में गुजरात पुलिस को इसकी तलाश थी. उस मामले में चार अपराधी पहले ही गिरफ्तार किए जा चुके हैं, लेकिन अब्दुल मजीद अपना नाम और पहचान बदल कर भागा फिर रहा था. इसकी गिरफ्तारी 25 दिसंबर की रात हुई है.
मिली जानकारी के अनुसार, गुजरात एटीएस की एक टीम ने शनिवार को दाऊद इब्राहिम के सहयोगी अब्दुल मजीद कुट्टी को जमशेदपुर से गिरफ्तार किया है. एटीएस को इसकी तलाश 1996 में भेजे गए विस्फोटकों के मामले में थी. अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद ने 1996 में पाकिस्तान से गुजरात में विस्फोटक की तस्करी की. मेहसाणा पुलिस ने 4 किलो आरडीएक्स, 10 डेटोनेटर, पाकिस्तान निर्मित स्वचालित पिस्तौल और 2.50 करोड़ रुपये के 10 चीन निर्मित विस्फोटक जब्त किए थे. उस समय बम ब्लास्ट कराने के लिए विस्फोटक पाकिस्तानी एजेंसी के इशारे पर दाऊद इब्राहिम ने भेजे थे. इसी मामले में अब्दुल माजिद के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था.
ये भी पढ़ें: नए साल में नए तेवर में दिखेगी रांची की पुलिस, बेहतर पुलिसिंग देने का SSP ने किया दावा
मलेशिया भाग गया था मजीद
मेहसाणा में विस्फोटक जब्त किए जाने के बाद 1996 में कुट्टी बैंकाक और वहां से मलेशिया भाग गया था. साल 2019 में झारखंड के जमशेदपुर आए कुट्टी ने अपना नाम बदलकर मोहम्मद कमाल रख लिया था. इसके बाद 24 सालों से पुलिस उसकी तलाश में जुटी थी. अब्दुल मजीद कुट्टी अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद, उसके भाई अनीश, छोटा शकील, अबू सलेम, टाइगर मेमन, मोहम्मद डोसा का करीबी बताया जाता है.
पहचान बदलकर झारखंड में रह रहा था मजीद कुट्टी
जानकारी के अनुसार, अब्दुल मजीद कुट्टी पहचान बदलकर कई साल से झारखंड में रह रहा था. इसकी भनक गुजरात एटीएस टीम को लग गई. जिसके बाद एटीएस उसे जमशेदपुर से धर दबोचा. दाऊद इब्राहिम के करीबी अब्दुल मजीद की गिरफ्तारी बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है.