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आदिवासी-सामाजिक और सांस्कृतिक संगठनों की बैठक, कई मुद्दों पर विचार विमर्श - रांची बरियातू के सरना स्थल में आदिवासी संगठन की बैठक

रांची में विभिन्न आदिवासी सामाजिक और सांस्कृतिक संगठनों ने बैठक की. बता दें कि बैठक में विभिन्न मुद्दों पर सरकार को अवगत कराने पर निर्णय लिया गया है.

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आदिवासी संगठनों की बैठक
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Published : Aug 16, 2020, 7:34 PM IST

रांची: तेतर टोली बरियातू के सरना स्थल में विभिन्न सामाजिक और सांस्कृतिक संगठनों के पदाधिकारियों और प्रतिनिधियों की विशेष बैठक अंतु तिर्की की अध्यक्षता हुई. जिसमें सम्यक विचारों के बाद सर्वसम्मति से कई प्रस्ताव और निर्णय लिए गए. सरकार से तथ्य संबंधी मुद्दों पर प्रतिवेदन देने का निर्णय लिया गया.

प्रस्ताव

  • राज्य में आदिवासियों की सामुदायिक सामाजिक और धार्मिक महत्व के पहान, पूजार, सरना, जाहेर, मसना, हड़गड़ी और भइहरी की जमीन और परिसंपत्ति अतिक्रमित है, इसे मुक्त करने की मांग की गई. भुइहरी जमीन की फर्जी हुकुमनामा से खरीद बिक्री और मालिकाना हक का हस्तांतरण सरकार रोके.
  • राज्य में आदिवासियों का धर्मांतरण और धार्मिक शोषण सदियों से हुआ है और आज भी जारी है, इसे सरकार रोकने पर कदम उठाए.
  • पांचवी अनुसूची क्षेत्र का शासन और प्रशासन की संवैधानिक व्यवस्था पूर्णता लागू किया जाए. जनजाति सलाहकार परिषद का गठन किया जाए और इसके लिए पृथक सचिवालय की स्थापना की जाए.
  • राज्य में तृतीय और चतुर्थ श्रेणी के हजारों पद रिक्त हैं और आरक्षित वर्गों का बैकलॉग हजारों में रिक्त है. राज्य के हजारों बेरोजगार युवा नियोजन के प्रति आशा में हैं. उक्त रिक्तियों पर नियुक्ति प्रक्रिया शुरू करने की मांग.
  • केंद्रीय भूमि अधिग्रहण कानून में सामाजिक प्रभाव समीक्षा का प्रावधान को पिछली सरकार ने संशोधित कर निरस्त कर दिया है. ग्राम सभा और प्रभावित परिवारों का अपने पक्ष में विचार रखने का अधिकार को समाप्त कर दिया गया है, इसे निरस्त करते हुए पूर्व की तरह संशोधित करने की मांग की गई.

मांडर में बैठक

बता दें कि विभिन्न सामाजिक संगठनों की संयुक्त बैठक मुड़मा शक्ति स्थल (मांडर) में 23 अगस्त को 11:00 बजे बुलाई गई है. बैठक में उस क्षेत्र के धार्मिक अगुआ, सामाजिक कार्यकर्ता, विभिन्न गांव के बैगा पाहन और विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधि शामिल होंगे.

ये भी पढ़ें- 18 अगस्त को रैपिड एंटीजेन मास टेस्ट को सफल बनाने में जुटा प्रशासन, डीसी ने दिए कई निर्देश

कई लोग बैठक में रहे मौजूद
इस बैठक में धर्मगुरु बंधन तिग्गा, डॉ करमा उरांव, प्रेम शाही मुंडा, संजय तिर्की, निरंजना हेरेंज टोप्पो, अभय भुट कुंवर, बलकु उरांव, भुनेश्वर लोहरा, उमेश मुंडा, अनिल पूर्ति, जीवन भुत कुंवर, सोनू तिर्की, शिवदयाल खलखो, मुन्नाटोप्पो, प्रभात भुटकुंवर, भुनु तिर्की, चंद्रशेखर सिंह मुंडा सहित विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधि उपस्थित थे.

रांची: तेतर टोली बरियातू के सरना स्थल में विभिन्न सामाजिक और सांस्कृतिक संगठनों के पदाधिकारियों और प्रतिनिधियों की विशेष बैठक अंतु तिर्की की अध्यक्षता हुई. जिसमें सम्यक विचारों के बाद सर्वसम्मति से कई प्रस्ताव और निर्णय लिए गए. सरकार से तथ्य संबंधी मुद्दों पर प्रतिवेदन देने का निर्णय लिया गया.

प्रस्ताव

  • राज्य में आदिवासियों की सामुदायिक सामाजिक और धार्मिक महत्व के पहान, पूजार, सरना, जाहेर, मसना, हड़गड़ी और भइहरी की जमीन और परिसंपत्ति अतिक्रमित है, इसे मुक्त करने की मांग की गई. भुइहरी जमीन की फर्जी हुकुमनामा से खरीद बिक्री और मालिकाना हक का हस्तांतरण सरकार रोके.
  • राज्य में आदिवासियों का धर्मांतरण और धार्मिक शोषण सदियों से हुआ है और आज भी जारी है, इसे सरकार रोकने पर कदम उठाए.
  • पांचवी अनुसूची क्षेत्र का शासन और प्रशासन की संवैधानिक व्यवस्था पूर्णता लागू किया जाए. जनजाति सलाहकार परिषद का गठन किया जाए और इसके लिए पृथक सचिवालय की स्थापना की जाए.
  • राज्य में तृतीय और चतुर्थ श्रेणी के हजारों पद रिक्त हैं और आरक्षित वर्गों का बैकलॉग हजारों में रिक्त है. राज्य के हजारों बेरोजगार युवा नियोजन के प्रति आशा में हैं. उक्त रिक्तियों पर नियुक्ति प्रक्रिया शुरू करने की मांग.
  • केंद्रीय भूमि अधिग्रहण कानून में सामाजिक प्रभाव समीक्षा का प्रावधान को पिछली सरकार ने संशोधित कर निरस्त कर दिया है. ग्राम सभा और प्रभावित परिवारों का अपने पक्ष में विचार रखने का अधिकार को समाप्त कर दिया गया है, इसे निरस्त करते हुए पूर्व की तरह संशोधित करने की मांग की गई.

मांडर में बैठक

बता दें कि विभिन्न सामाजिक संगठनों की संयुक्त बैठक मुड़मा शक्ति स्थल (मांडर) में 23 अगस्त को 11:00 बजे बुलाई गई है. बैठक में उस क्षेत्र के धार्मिक अगुआ, सामाजिक कार्यकर्ता, विभिन्न गांव के बैगा पाहन और विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधि शामिल होंगे.

ये भी पढ़ें- 18 अगस्त को रैपिड एंटीजेन मास टेस्ट को सफल बनाने में जुटा प्रशासन, डीसी ने दिए कई निर्देश

कई लोग बैठक में रहे मौजूद
इस बैठक में धर्मगुरु बंधन तिग्गा, डॉ करमा उरांव, प्रेम शाही मुंडा, संजय तिर्की, निरंजना हेरेंज टोप्पो, अभय भुट कुंवर, बलकु उरांव, भुनेश्वर लोहरा, उमेश मुंडा, अनिल पूर्ति, जीवन भुत कुंवर, सोनू तिर्की, शिवदयाल खलखो, मुन्नाटोप्पो, प्रभात भुटकुंवर, भुनु तिर्की, चंद्रशेखर सिंह मुंडा सहित विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधि उपस्थित थे.

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