रांची: राज्यसभा चुनाव को लेकर झारखंड हमेशा से चर्चा में रहा है. कभी पैराशूट से उतरे कथित उम्मीदवारों को लेकर तो कभी विधायकों की कथित खरीद-फरोख्त को लेकर. प्रदेश के कुल छह राज्यसभा सीटों में एक ऐसे सांसद भी हैं जो यहां से चुनकर तो गए, लेकिन कभी लौटे ही नहीं. उनकी कुछ यात्राएं झारखंड में हुईं, लेकिन वह भी चुनावों के वक्त ही रहीं. बात हो रही है बीजेपी से राज्यसभा सांसद मुख्तार अब्बास नकवी की.
अधिकृत वेबसाइट पर ये है जानकारी
दरअसल, नकवी 2016 में हुए राज्यसभा चुनाव में झारखंड से चुनकर दिल्ली गए, लेकिन उसके बाद उन्होंने पलटकर देखा नहीं. सबसे बड़ी बात यह है कि राज्यसभा के अधिकृत वेबसाइट पर भी उनसे जुड़ी जो जानकारी है उससे उनके झारखंड से आत्मीय कनेक्शन को लेकर तस्वीर साफ नहीं होती. एक तरफ जहां नकवी का एक एड्रेस दिल्ली का है, तो दूसरा उत्तर प्रदेश के रामपुर का.
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क्या बताता है राज्यसभा का आधिकारिक वेबसाइट
राज्यसभा के आधिकारिक वेबसाइट पर जब सदस्यों के विवरण और उनसे जुड़े प्रश्नों को खंगाला गया तो जो तस्वीर सामने निकल कर आती है वह बड़ी अजीब है. मुख्तार अब्बास नकवी का पता रामपुर उत्तर प्रदेश और दिल्ली का दिया हुआ है. सबसे बड़ी बात यह है कि उनकी ओर से अब तक महज 17 प्रश्न ही rajyasabha.nic.in के वेबसाइट पर अपडेट किए हुए हैं. उनमें झारखंड से जुड़े प्रश्न बमुश्किल नजर आते हैं.
प्रदेश में हैं 6 रास सीट, दो पर 26 मार्च को होगा चुनाव
दरअसल, झारखंड में 6 राज्यसभा सीटें हैं. जिनमें से दो पर 26 मार्च को मतदान होना है. जो सीटें खाली हो रही हैं उनमें निर्दलीय उम्मीदवार परिमल नथवाणी और राजद के प्रेमचंद गुप्ता की सीटें हैं. जबकि बाकी 3 सीटों पर नजर दौड़ाएं तो उनमें से दो महेश पोद्दार और समीर उरांव बीजेपी से सांसद हैं. जबकि एक पर धीरज साहू कांग्रेस से सांसद हैं.
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बचाव में बीजेपी, आक्रामक मुद्रा में कांग्रेस, झामुमो
बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा कि राज्यसभा काउंसिल ऑफ स्टेट्स होता है. जहां पर नेतृत्व करने वाले व्यक्ति देश का नेतृत्व करते हैं. लोकसभा की तरह नहीं होता कि छोटा सा कांस्टीट्यूएंसी दे दी जाए और उस से जुड़े प्रश्न करें. यह काउंसिल ऑफिस स्टेट्स होता है. शाहदेव ने कहा कि इसे अपर हाउस इसलिए कहते हैं, क्योंकि यहां पर पूरे देश की समस्याओं पर विचार होता है. उन्होंने कहा कि नकवी झारखंड की समस्याओं को समय-समय पर उठाते रहे हैं.
लाल किशोर शाहदेव ने क्या कहा
वहीं, कांग्रेस झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता लाल किशोर शाहदेव ने कहा कि बीजेपी ने कई नेताओं को राज्यसभा में भेजा, लेकिन कोई लौटकर नहीं आया. उन्होंने कहा कि यहां से चुनकर रास जानेवाले सांसदों को यहां का सम्मान करना चाहिए. साथ ही राज्य से जुड़ी समस्याओं को भी उठाना चाहिए. उन्होंने कहा कि यहां बीजेपी ने बड़े नेताओं को एडजस्टमेंट के तहत ही मैदान में उतारा है.
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मनोज पांडेय ने क्या कहा
इधर, झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय प्रवक्ता मनोज पांडेय ने कहा कि राज्यसभा में बीजेपी ने कई बाहरी लोगों को झारखंड से भेजा. यहां की समस्याओं को लेकर आवाज नहीं उठाई, जो अपने आप में अच्छी बात नहीं.
रविवार को नकवी करेंगे हुनर हाट का उद्घाटन
हालांकि, केंद्र में मंत्री और झारखंड से राज्यसभा सांसद मुख्तार अब्बास नकवी रविवार को राजधानी रांची में आयोजित हुनर हाट का उद्घाटन करने आ रहे हैं. नकवी केंद्र सरकार के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्रालय की ओर से आयोजित इस कार्यक्रम में शामिल होंगे.