रांची: शहर की मेयर आशा लकड़ा, डिप्टी मेयर संजीव विजयवर्गीय, निगम की स्वास्थ्य पदाधिकारी डॉ. किरण समेत वार्ड पार्षदों ने मंगलवार को छठ घाटों का निरीक्षण किया. इस दौरान जगन्नाथपुर तालाब, धुर्वा डैम, धुर्वा छोटा तालाब का निरीक्षण किया गया. इस मौके पर एक बार फिर सरकार से मांग की गई है कि छठ महापर्व को लेकर जारी किए गए गाइडलाइन में संशोधन किया जाए, ताकि छठव्रतियों को पूजा में परेशानियों का सामना ना करना पड़े.
डिप्टी मेयर संजीव विजयवर्गीय ने इस दौरान कहा कि आस्था के प्रतीक छठ महापर्व को लेकर जारी किया गया गाइडलाइन कहीं न कहीं अदूरदर्शिता को दिखाता है. उन्होंने सवाल किया है कि सभी लोग घर में पूजा कैसे कर पाएंगे. उन्होंने कहा कि नगर निगम संसाधन विहीन है. ऐसे में जारी गाइडलाइन के तहत लोगों को सुविधाएं मुहैया कराने में नगर निगम असमर्थ होगी. उन्होंने कहा कि पिछले 1 महीने से निगम के पदाधिकारी और कर्मी छठ घाट की सफाई के लिए मेहनत कर रहे हैं और सफाई का काम भी पूरा कर लिया गया है. ऐसे में छठ घाट को लेकर जारी किए गए गाइडलाइन में जल्द परिवर्तन करना चाहिए, ताकि संशोधित गाइडलाइन के तहत नगर निगम सारी व्यवस्थाएं कर सकें.
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उन्होंने कहा कि जिस तरह से बिहार राज्य में तालाबों में छठ महापर्व के लिए छूट दी गई है. ऐसे में रांची नगर निगम के चिन्हित 42 तालाब में भी छठ व्रतियों को छूट देनी चाहिए और एक व्यवस्था बनाई जानी चाहिए, जिसमें छठ व्रती पूजा कर सकें. उन्होंने कहा कि हजारों स्वयंसेवी संस्थाएं हैं, जो छठ महापर्व में तन मन धन लगाते हैं. उन्होंने उम्मीद जताई है कि सरकार अगर छूट देती है तो गाइडलाइन का पूरा पालन करवाते हुए स्वयंसेवी संस्थाएं और नगर निगम के द्वारा दशहरा, दिवाली और काली पूजा की तरह ही छठ महापर्व को भी आम जनता के लिए व्यवस्थित किया जा सकेगा.