रांची: शहर के बड़ा तालाब की स्थिति दयनीय बनी हुई है. पूरा तालाब जलकुंभी से ढक गया है. नालियों का पानी भी बड़े तालाब में जा रहा है. जिसकी वजह से पानी दूषित हो रहा है. ऐसे में बड़ा तालाब सीवरेज ट्रीटमेंट समेत अन्य योजनाओं को लेकर मेयर आशा लकड़ा ने शुक्रवार को नगर निगम इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट के साथ बैठक की. इस बैठक में बड़ा तालाब के सौंदर्यीकरण को लेकर चर्चा की गई.
मेयर आशा लकड़ा ने कहा कि बड़ा तालाब का पहले फेज में 9 करोड़ 53 लाख की लागत से निर्माण कराया गया है. दूसरे फेज का डीपीआर तैयार कर लागत राशि 12.5 करोड़ का प्रस्ताव सरकार के पास भेजा गया है. सरकार के राशि आवंटन किए जाने के बाद दूसरे फेज के काम के लिए टेंडर निकाला जाएगा. उन्होंने बड़ा तालाब से जलकुंभी की सफाई को बड़ी समस्या बताते हुए कहा कि पहले भी इसके साफ-सफाई को लेकर टेंडर किए गए थे लेकिन इसके लिए एजेंसी का चयन नहीं हो सका है.
रांची नगर निगम ने जलकुंभी और साफ-सफाई को लेकर फिर से टेंडर निकाला है. 14 जुलाई 2020 तक टेंडर की प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी. वहीं, बड़ा तालाब के पानी को स्वच्छ रखने के लिए सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट लगाकर पानी को साफ करने की योजना नगर निगम ने बनाई है. जब तक बड़ा तालाब के टेंडर प्रक्रिया पूरी नहीं हो जाती तब तक रांची नगर निगम बड़ा तालाब के जलकुंभी की सफाई करने के लिए रोजाना 10 सफाईकर्मी काम करेंगे.
रविवार को बड़ा तालाब की सफाईं
आशा लकड़ा ने कहा कि सामाजिक संगठन से भी अपील की है कि सोशल डिस्टेंसिंग के तहत रविवार को बड़ा तालाब की सफाईं के लिए श्रमदान कर सहयोग करें. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि आईटीआई बस स्टैंड का प्लान और डिजाइन तैयार कर लिया गया है. डीपीआर तैयार कर लागत राशि प्रस्ताव सरकार के पास भेजा जाएगा.
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सरकार के लागत राशि प्राप्त होने के बाद आईटीआई बस स्टैंड का निर्माण कार्य के लिए टेंडर निकाला जाएगा. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के कारण 14वें वित्त आयोग योजना के तहत नागा बाबा खटाल मार्केट का निर्माण, रोड और नाली निर्माण कार्य शुरू करने को लेकर अधिकारियों को निर्देश दिया गया है. वहीं, जयपाल सिंह स्टेडियम का डीपीआर और लागत राशि का प्रस्ताव सरकार के पास दोबारा भेजा गया है.