रांची: राज्य भर में कोरोना के बढ़ते प्रकोप के बीच मंगलवार से मैट्रिक और इंटर की प्रैक्टिकल की परीक्षाएं शुरू हो चुकी हैं. कोरोना महामारी के मद्देनजर इस बार परीक्षा संचालन की अवधि भी बढ़ाई गई है. इस बार 7 दिन की जगह 21 दिन तक परीक्षा का संचालन किया जा रहा है. पहले दिन कुछ स्कूलों ने ही शेड्यूल तैयार कर प्रैक्टिकल की परीक्षाएं आयोजित की हैं.
एक दिन में 15 विद्यार्थी ही देंगे परीक्षा
झारखंड एकेडमिक काउंसिल की ओर से कहा गया है की प्रत्येक दिन स्कूलों में अधिक से अधिक 15 विद्यार्थी ही प्रैक्टिकल की परीक्षा में शामिल हों. इसे देखते हुए परीक्षा की अवधि बढ़ाई गई है. ताकि कोविड-19 को लेकर जारी गाइडलाइन का पूरी तरह ख्याल रखा जा सके. सोशल डिस्टेंसिंग मेंटेन किया जा सके. यह परीक्षा 27 अप्रैल तक चलेगी. रोल नंबर के हिसाब से विद्यार्थियों को परीक्षा के लिए स्कूलों में बुलाया जा रहा है. जहां इंटर की फिजिक्स, केमिस्ट्री, जूलॉजी की प्रैक्टिकल परीक्षाएं आयोजित हुईं. वहीं मैट्रिक में फिजिक्स, केमिस्ट्री की परीक्षाएं विभिन्न परीक्षा केंद्रों पर आयोजित हुईं.
7 फीसदी सिलेबस से ही होंगे सवाल
इस बार प्रैक्टिकल परीक्षा में राज्य भर के सभी गृह परीक्षा केंद्रों में 7.63 लाख बच्चे शामिल हो रहे हैं. इसमें मैट्रिक के 4.31 लाख और इंटर में 3.32 लाख परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल है. राज्य भर के 2100 परीक्षा केंद्रों पर ये परीक्षाएं आयोजित हो रही हैं. 4 मई से मैट्रिक और इंटरमीडिएट की मुख्य परीक्षा आयोजित की जाएगी. दो पालियों में यह परीक्षा होगी. प्रथम पाली में मैट्रिक की परीक्षा और तो दूसरी पाली में इंटरमीडिएट की परीक्षाएं ली जाएंगी. इन परीक्षाओं को लेकर तमाम तरह की तैयारियां कर ली गई हैं. कोरोना वायरस के प्रकोप के बीच इस परीक्षा के आयोजन में कई चुनौतियां हैं. उन तमाम पहलुओं को ध्यान में रखते हुए विभाग की ओर से ये परीक्षा आयोजित की जा रही है. गौरतलब है कि कोरोना महामारी के मद्देनजर इस साल 7 फीसदी सिलेबस से ही सवाल पूछे जाएंगे.