रांची: झारखंड में निशाना चूकने पर दारोगा स्तर के अधिकारियों पर डिमोशन का खतरा मंडरा रहा है. दारोगा स्तर के कई अधिकारी निशानेबाजी की परीक्षा में फेल हो गए हैं. ऐसे में उन्हें दोबारा मौका दिया जा रहा है. अगर इस बार भी वे फेल हो गए तो उनका डिमोशन हो जाएगा. झारखंड पुलिस मुख्यालय ने निशानेबाजी को लेकर सभी जिला इकाइयों और प्रशिक्षण संस्थान के प्रमुख को पत्र भेजा है.
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क्या है पूरा मामला
झारखंड के अलग-अलग जिला इकाइयों और प्रशिक्षण संस्थान ने ट्रेनिंग ले रहे कई सिपाही से लेकर दारोगा स्तर के अधिकारी परीक्षा में अनुत्तीर्ण हो गए हैं. जिसके बाद आईजी प्रशिक्षण प्रिया दुबे ने सभी जिला इकाइयों और संस्थानों को निर्देश दिया है कि वहां पदस्थापित कर्मियों को पूरक परीक्षा में होने वाले विषय के बारे में विस्तृत जानकारी दें. जिसमें वह फेल हुए हैं उस विषय में उन्हें मजबूती प्रदान करें. इसके साथ ही निशाना साधने का लगातार अभ्यास करवाएं ताकि इस अंतिम पूरक परीक्षा में सफल हो सके.
क्या है पत्र में
झारखंड पुलिस की आईजी प्रशिक्षण प्रिया दुबे ने जारी आदेश में बताया कि किसी भी जिला संस्थान या इकाई में पदस्थापित सिपाही से दारोगा स्तर तक के अधिकारी, कर्मी सभी प्रकार के प्रशिक्षण के बाद पूरक परीक्षा में शामिल होने के बाद अगर अनुत्तीर्ण हुए हैं तो उन्हें एक और मौका दिया जाएगा. वैसे अधिकारी, पुलिसकर्मी के लिए वित्तीय अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के तृतीय पूरक परीक्षा अंतिम रूप से आयोजित होगी. पत्र में यह भी जिक्र है कि प्रशिक्षण के बाद होने वाली पूरक परीक्षा में फेल होने पर वरीय पदाधिकारी या सरकार के निर्णय के अनुसार फेल होने वाले अधिकारियों को सेवा से हटाने की कार्रवाई पर भी विचार किया जा सकता है. अगर प्रोन्नति प्रशिक्षण के बाद वाली परीक्षा में अनुत्तीर्ण होने पर अयोग्य पाते हुए पहले से प्रमोशन पा चुके अधिकारी या कर्मी का डिमोशन भी हो सकता है.