रांची: कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए 21 दिन का लॉकडाउन है. जिसके तहत सरकार और जिला प्रशासन लोगों को घर में रहने की सलाह दे रही है. लेकिन कुछ लोग लगातार लॉकडाउन का उल्लंघन करते नजर आ रहे हैं. ऐसे में अब झारखंड में पहला कोरोना पॉजिटिव मरीज राजधानी रांची में पाया गया है, जिसके बाद सभी की धड़कन तेज हो गई हैं, जो लोग लॉकडाउन का उल्लंघन कर रहे हैं, उन्हें यह जानना बेहद जरूरी है कि किस तरह से जिला प्रशासन खतरों का सामना करते हुए कोरोना पॉजिटिव मरीज के संपर्क में आए लोगों की तलाश कर रही है.
मेडिकल टीम जोखिम उठाकर चला रही जांच अभियान
दरअसल, हिंदपीढ़ी इलाके में कोरोना पॉजिटिव पाई गई मलेशियन महिला पांच घरों के संपर्क में थी. इस दौरान उसके संपर्क में कौन-कौन लोग आए होंगे, यह जानना सबसे ज्यादा जरूरी है. ताकि कोरोना संक्रमण के चेन को तोड़ा जा सके और इस चेन को तोड़ने के लिए जिला प्रशासन की मेडिकल टीम जोखिम उठाकर हिंदपीढ़ी इलाके में जांच अभियान चला रही है.
ये भी पढ़ें- कोरोना खतरा: झारखंड में निजी लोगों के बॉडीगार्ड वापस लिए गए
लॉकडाउन का पालन करना कितना जरूरी
जिस तरह से मेडिकल टीम जांच अभियान चला रही हैं, उसे देख इस यह साफ हो जाता है कि कोरोना वायरस कितना घातक है. संक्रमण की रोकथाम के लिए मेडिकल टीम जिस तरह से खुद को सुरक्षित रखते हुए जांच कर रही है, इसे देखकर ही लोगों को यह समझ में आना चाहिए कि लॉकडाउन का पालन करना कितना जरूरी है.
ये भी पढ़ें- corona alert: कोरोना पॉजिटिव के बाद रांची में पुलिस की सख्ती शुरू, हिंदपीढ़ी में पसरा है सन्नाटा
आइसोलेशन वार्ड में भेजने की तैयारी
बता दें कि कोरोना पॉजिटिव मरीज के मिलने के बाद हिंदपीढ़ी इलाके में जिला प्रशासन ने कर्फ्यू लगा दिया है. इस दौरान उस इलाके में स्क्रीनिंग का काम शुरू किया गया है. जिसमें संदिग्ध मरीज के मिलने पर उन्हें आइसोलेशन वार्ड में भेजने की तैयारी है.