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पुलिस के रडार पर कई ज्वेलर्स दुकानदार, अपरधियों से गठजोड़ कर खपा रहे हैं चोरी और छिनतई के गहने

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Published : Mar 16, 2021, 7:50 PM IST

राजधानी रांची के कुछ ज्वेलर्स दुकानदार पुलिस के रडार पर हैं. पुलिस को सूचना मिली है कि शहर के ग्रामीण और शहरी इलाकों में छोटे-छोटे जेवर की दुकान चलाने वाले चोरी और छिनतई के गहने अपने दुकान में खपा रहे हैं.

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डिजाइन इमेज

रांची: राजधानी रांची में चोरी और छिनतई की घटनाएं आम हो गई है. खासकर महिलाएं सबसे ज्यादा छिनतई की वारदातों की शिकार हो रही हैं. सोने के गहने पहनकर बाहर निकलने वाली महिलाएं विशेष तौर पर निशाना बनाई जा रही हैं. आंकड़ों के हिसाब से अगर हम बात करें तो हर दूसरे दिन एक महिला से सोने की चेन कहीं न कहीं झपट ली जाती है.

देखें स्पेशल रिपोर्ट

ये भी पढ़ें- सदन में गूंजा बालू का मुद्दा, विपक्ष ने कहा रेत से तेल निकाल रही है सरकार

हर दूसरे दिन होती है चोरी और छिनतई

हाल के दिनों में राजधानी रांची का ग्रामीण इलाका हो या फिर शहरी इलाका चोरी की वारदात आम हो गई है. खासकर बंद घर तो चोरों के निशाने पर हैं. सवाल यह उठता है कि महिलाओं से छीने गए गहने और घरों से चोरी किए गए गहने आखिरकार कहां खपाए जाते हैं, इन्हें कौन खरीदता है और अपराधियों को इसकी कीमत कौन देता है. पुलिस की जांच में यह खुलासा हुआ है कि शहर के कई छोटे बड़े जेवर दुकानदार अपराधियों से सांठगांठ कर छिनतई, लूट और चोरी के गहनों को अपराधियों से औने पौने दाम में खरीद लेते हैं और फिर उन्हें अपने ही जेवर दुकान में गला कर उसके नए गहने बनाकर ग्राहकों को बेच देते हैं.

मुनाफे के लालच में अपरधियों से साठ गांठ
दरअसल, अपराधी अगर पैसों की चोरी या छिनतई करते है तब तो वे फायदे में रहते हैं लेकिन अगर वे गहनों की चोरी या छिनतई करते है तब उन्हें उसे बेचने के लिए किसी जेवर दुकानदार की जरूरत होती है. मुनाफा कमाने की लालच में जेवर दुकानदार अपराधियों से सांठगांठ कर लेते हैं और उनके ओर से चोरी, लूट और छिनतई कर लाए गए गहनों को बेहद कम कीमत में खरीद लेते हैं. अपराधी जेवर दुकानदार के पास पहुंचते हैं, वह भी बेहद डरे हुए होते हैं और उसे कम कीमत में ही देख कर पैसे लेकर रफूचक्कर हो जाते हैं.

ग्रामीण इलाकों में खुले है कई जेवर दुकान
पुलिस की तफ्तीश में यह खुलासा हुआ है कि हाल के दिनों में रांची के ग्रामीण इलाकों में कई छोटे-छोटे जेवर दुकान खोले गए हैं. इन जेवर दुकानदारों से खरीदारी बहुत कम होती है. इसके बावजूद दुकानों की चमक-दमक देखकर ऐसा नहीं लगता है कि यहां जेवर की बिक्री नहीं होती है. दरअसल यह दुकानदार अपराधियों से मिलीभगत कर चोरी और लूट के गहने को खपाने का काम कर रहे हैं. पुलिस को यह भी सूचना मिली है कि ओडिशा और छत्तीसगढ़ से भी कुछ संदिग्ध लोगों ने राजधानी के अलग-अलग इलाकों में जेवर दुकान खोल रखी है. जहां चोरी का गहना खपाया जाता है.

ये भी पढ़ें- रांची नगर निगम में पदाधिकारियों का टोटा, 70 लोगों के भरोसे राजधानी को सुंदर बनाना एक चुनौती


जेवर दुकानदारो को दी गई है चेतावनी
रांची के सिटी एसपी सौरभ ने बताया कि हाल में ही इस तरह के कई मामले सामने आए थे. जिसमें चोरी के गहने खरीदने में जेवर दुकानदारों की संलिप्तता पाई गई थी. यही वजह है कि पुलिस के तरफ से चाहे छोटे हो या फिर बड़े सभी जेवर कारोबारियों को यह ताकीद की गई है कि वे अगर चोरी के गहने खरीदते हुए पाए गए तो उन पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी. कुछ जेवर दुकानदारों ने पुलिस को यह भरोसा दिलाया है कि अगर उनके पास कोई भी ऐसा ग्राहक आता है जो चोरी के गहने बेचना चाहता है तो वह पुलिस से जरूर संपर्क करेंगे.

दो फ्रंट पर काम कर रही है पुलिस
रांची के सिटी एसपी सौरभ ने बताया कि हाल के दिनों में राजधानी रांची में चोरी और छिनतई की वारदातें बढ़ी हैं. इसे रोकने के लिए पुलिस लगातार प्रयास कर रही है. वहीं दूसरी तरफ चोरी के गहने खरीदने में शामिल कई जेवर दुकानदार पुलिस के रडार पर है. फिलहाल पुलिस इन मामलों को रोकने के लिए दो फ्रंट पर काम कर रही है. पहला तो कि हर हाल में चोरी और छिनतई की घटनाएं रुके. दूसरा जो लोग चोरी के गहनों की खरीदारी कर रहे हैं उनकी जानकारी हासिल कर उन पर कार्रवाई की जाए.

कई दुकानदार सलाखों के पीछे
2020 में अंतरराष्ट्रीय तीरंदाज दीपिका कुमारी की मां गीता देवी से लूटा गया सोने का चेन भी एक सुनार को बेचा गया था. इससे संबंधित सोने के चेन को सुनार ने गला दिया था लेकिन पुलिस ने उसी हाल में सोने की चेन को बरामद करते हुए आरोपित सुनार को दबोच लिया था. पकड़ा गया आरोपी रांची के चंदवे गोबरहप्पा स्थित सोनी ज्वेलर्स जेवर दुकान के मालिक मुकेश सोनी था. वह छत्तीसगढ़ के कुनकुरी का रहने वाला है. वर्तमान में पिठोरिया थाना क्षेत्र के चंदवे स्थित दुबलिया में रहता है. वह इलाके की चोरी और झपटमारी वाले सोने की चेन और अन्य गहनों को गलाकर बेचता था. सोना गलाने के बाद वह नई डिजाइन तैयार कर लेता था ताकि किसी को पता ना चल सके. इसी तरह के मामले में रांची के डोरंडा, अरगोड़ा, खलारी, लालपुर और ओरमांझी से भी कई जेवर दुकानदार सलाखों के पीछे पहुंचाया जा चुके हैं.

रांची: राजधानी रांची में चोरी और छिनतई की घटनाएं आम हो गई है. खासकर महिलाएं सबसे ज्यादा छिनतई की वारदातों की शिकार हो रही हैं. सोने के गहने पहनकर बाहर निकलने वाली महिलाएं विशेष तौर पर निशाना बनाई जा रही हैं. आंकड़ों के हिसाब से अगर हम बात करें तो हर दूसरे दिन एक महिला से सोने की चेन कहीं न कहीं झपट ली जाती है.

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हर दूसरे दिन होती है चोरी और छिनतई

हाल के दिनों में राजधानी रांची का ग्रामीण इलाका हो या फिर शहरी इलाका चोरी की वारदात आम हो गई है. खासकर बंद घर तो चोरों के निशाने पर हैं. सवाल यह उठता है कि महिलाओं से छीने गए गहने और घरों से चोरी किए गए गहने आखिरकार कहां खपाए जाते हैं, इन्हें कौन खरीदता है और अपराधियों को इसकी कीमत कौन देता है. पुलिस की जांच में यह खुलासा हुआ है कि शहर के कई छोटे बड़े जेवर दुकानदार अपराधियों से सांठगांठ कर छिनतई, लूट और चोरी के गहनों को अपराधियों से औने पौने दाम में खरीद लेते हैं और फिर उन्हें अपने ही जेवर दुकान में गला कर उसके नए गहने बनाकर ग्राहकों को बेच देते हैं.

मुनाफे के लालच में अपरधियों से साठ गांठ
दरअसल, अपराधी अगर पैसों की चोरी या छिनतई करते है तब तो वे फायदे में रहते हैं लेकिन अगर वे गहनों की चोरी या छिनतई करते है तब उन्हें उसे बेचने के लिए किसी जेवर दुकानदार की जरूरत होती है. मुनाफा कमाने की लालच में जेवर दुकानदार अपराधियों से सांठगांठ कर लेते हैं और उनके ओर से चोरी, लूट और छिनतई कर लाए गए गहनों को बेहद कम कीमत में खरीद लेते हैं. अपराधी जेवर दुकानदार के पास पहुंचते हैं, वह भी बेहद डरे हुए होते हैं और उसे कम कीमत में ही देख कर पैसे लेकर रफूचक्कर हो जाते हैं.

ग्रामीण इलाकों में खुले है कई जेवर दुकान
पुलिस की तफ्तीश में यह खुलासा हुआ है कि हाल के दिनों में रांची के ग्रामीण इलाकों में कई छोटे-छोटे जेवर दुकान खोले गए हैं. इन जेवर दुकानदारों से खरीदारी बहुत कम होती है. इसके बावजूद दुकानों की चमक-दमक देखकर ऐसा नहीं लगता है कि यहां जेवर की बिक्री नहीं होती है. दरअसल यह दुकानदार अपराधियों से मिलीभगत कर चोरी और लूट के गहने को खपाने का काम कर रहे हैं. पुलिस को यह भी सूचना मिली है कि ओडिशा और छत्तीसगढ़ से भी कुछ संदिग्ध लोगों ने राजधानी के अलग-अलग इलाकों में जेवर दुकान खोल रखी है. जहां चोरी का गहना खपाया जाता है.

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जेवर दुकानदारो को दी गई है चेतावनी
रांची के सिटी एसपी सौरभ ने बताया कि हाल में ही इस तरह के कई मामले सामने आए थे. जिसमें चोरी के गहने खरीदने में जेवर दुकानदारों की संलिप्तता पाई गई थी. यही वजह है कि पुलिस के तरफ से चाहे छोटे हो या फिर बड़े सभी जेवर कारोबारियों को यह ताकीद की गई है कि वे अगर चोरी के गहने खरीदते हुए पाए गए तो उन पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी. कुछ जेवर दुकानदारों ने पुलिस को यह भरोसा दिलाया है कि अगर उनके पास कोई भी ऐसा ग्राहक आता है जो चोरी के गहने बेचना चाहता है तो वह पुलिस से जरूर संपर्क करेंगे.

दो फ्रंट पर काम कर रही है पुलिस
रांची के सिटी एसपी सौरभ ने बताया कि हाल के दिनों में राजधानी रांची में चोरी और छिनतई की वारदातें बढ़ी हैं. इसे रोकने के लिए पुलिस लगातार प्रयास कर रही है. वहीं दूसरी तरफ चोरी के गहने खरीदने में शामिल कई जेवर दुकानदार पुलिस के रडार पर है. फिलहाल पुलिस इन मामलों को रोकने के लिए दो फ्रंट पर काम कर रही है. पहला तो कि हर हाल में चोरी और छिनतई की घटनाएं रुके. दूसरा जो लोग चोरी के गहनों की खरीदारी कर रहे हैं उनकी जानकारी हासिल कर उन पर कार्रवाई की जाए.

कई दुकानदार सलाखों के पीछे
2020 में अंतरराष्ट्रीय तीरंदाज दीपिका कुमारी की मां गीता देवी से लूटा गया सोने का चेन भी एक सुनार को बेचा गया था. इससे संबंधित सोने के चेन को सुनार ने गला दिया था लेकिन पुलिस ने उसी हाल में सोने की चेन को बरामद करते हुए आरोपित सुनार को दबोच लिया था. पकड़ा गया आरोपी रांची के चंदवे गोबरहप्पा स्थित सोनी ज्वेलर्स जेवर दुकान के मालिक मुकेश सोनी था. वह छत्तीसगढ़ के कुनकुरी का रहने वाला है. वर्तमान में पिठोरिया थाना क्षेत्र के चंदवे स्थित दुबलिया में रहता है. वह इलाके की चोरी और झपटमारी वाले सोने की चेन और अन्य गहनों को गलाकर बेचता था. सोना गलाने के बाद वह नई डिजाइन तैयार कर लेता था ताकि किसी को पता ना चल सके. इसी तरह के मामले में रांची के डोरंडा, अरगोड़ा, खलारी, लालपुर और ओरमांझी से भी कई जेवर दुकानदार सलाखों के पीछे पहुंचाया जा चुके हैं.

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