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सालों से चरनी बनाते आ रहे हैं मोहम्मद मुमताज, कहा- सभी धर्मों का सम्मान करना है जरूरी

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Published : Dec 24, 2019, 10:48 PM IST

एक तरफ जहां पूरा देश सीएए और एनआरसी के मुद्दों को लेकर जल रहा है तो वहीं, इस क्रिसमस त्योहार के परंपरा को निभाने में सहयोग कर रहे हैं मोहम्मद मुमताज नामक एक व्यक्ति. देखें पूरी खबर.

Manger special importance in Christmas in ranchi
चरनी से सजा बाजार

रांचीः क्रिसमस को लेकर बाजारों में उत्साह देखते ही बन रहा है. इस पर्व में क्रिश्चियन धर्मावलंबियों के लिए चरनी का खासा महत्व होता है. इस अवसर पर घरों में ख्रीस्त के जन्म के दृश्य को चरनी में दिखाने की परंपरा है. इसे लेकर क्रिसमस के बाजार चरनी से सजे हुए हैं.

देखें पूरी खबर

ये भी पढ़ें-बाबूलाल मरांडी से हेमंत सोरेन ने की मुलाकात, हाथ जोड़ कर लिया आशीर्वाद

इस बाजार में सबसे खास बात यह है कि मोहम्मद मुमताज नाम के एक व्यक्ति सालों से क्रिसमस के मौके पर चरनी बनाते आ रहे हैं. हिंदपीढ़ी निवासी मुमताज क्रिसमस त्योहार में हर साल चरनी बनाते हैं. इनकी मानें तो सभी धर्मों का सम्मान करना जरूरी है. उन्होंने कहा कि हिंदु, मुस्लिम, सिख, ईसाई सभी आपस में भाई-भाई है और इसी परंपरा को निभाते हुए वह चरनी बनाने का काम करते हैं और इससे रोजगार भी हो जाता है.

वहीं, क्रिसमस बाजार में खरीदारी करने पहुंची महिला ने चरनी के महत्व के बारे में बताया कि क्रिसमस फेस्टिवल का यह एक अहम हिस्सा है. चरनी प्रभु यीशु के जन्म की याद दिलाता है. मसीही समाज में प्रभु यीशु की चरनी की झांकी क्रिसमस से पहले ही तैयार की जाती है. उन्होंने बताया कि प्रभु ईसा मसीह ने गड़ेरियों के बीच चरनी में जन्म लिया था. इसी परिदृश्य को लोग अपने घर में देखने के लिए चरनी सजाते हैं और प्रभु ईसा मसीह के जन्मदिन को याद कर बहुत उत्साह से पर्व मनाते हैं.

प्रभु ईसा मसीह के जन्म की तैयारी को लेकर क्रिश्चियन समुदाय के लोग एक महीने से तैयारी करते हैं और क्रिसमस की झांकी में चरनी भेड़, गाय, गड़ेरिया राजा दिखाई देते हैं. क्रिसमस पर तारों का भी बहुत महत्व है क्योंकि इन्हीं तारों ने ईश्वर के बेटे यीशु मसीह के धरती पर आगमन की सूचना दी थी.

रांचीः क्रिसमस को लेकर बाजारों में उत्साह देखते ही बन रहा है. इस पर्व में क्रिश्चियन धर्मावलंबियों के लिए चरनी का खासा महत्व होता है. इस अवसर पर घरों में ख्रीस्त के जन्म के दृश्य को चरनी में दिखाने की परंपरा है. इसे लेकर क्रिसमस के बाजार चरनी से सजे हुए हैं.

देखें पूरी खबर

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इस बाजार में सबसे खास बात यह है कि मोहम्मद मुमताज नाम के एक व्यक्ति सालों से क्रिसमस के मौके पर चरनी बनाते आ रहे हैं. हिंदपीढ़ी निवासी मुमताज क्रिसमस त्योहार में हर साल चरनी बनाते हैं. इनकी मानें तो सभी धर्मों का सम्मान करना जरूरी है. उन्होंने कहा कि हिंदु, मुस्लिम, सिख, ईसाई सभी आपस में भाई-भाई है और इसी परंपरा को निभाते हुए वह चरनी बनाने का काम करते हैं और इससे रोजगार भी हो जाता है.

वहीं, क्रिसमस बाजार में खरीदारी करने पहुंची महिला ने चरनी के महत्व के बारे में बताया कि क्रिसमस फेस्टिवल का यह एक अहम हिस्सा है. चरनी प्रभु यीशु के जन्म की याद दिलाता है. मसीही समाज में प्रभु यीशु की चरनी की झांकी क्रिसमस से पहले ही तैयार की जाती है. उन्होंने बताया कि प्रभु ईसा मसीह ने गड़ेरियों के बीच चरनी में जन्म लिया था. इसी परिदृश्य को लोग अपने घर में देखने के लिए चरनी सजाते हैं और प्रभु ईसा मसीह के जन्मदिन को याद कर बहुत उत्साह से पर्व मनाते हैं.

प्रभु ईसा मसीह के जन्म की तैयारी को लेकर क्रिश्चियन समुदाय के लोग एक महीने से तैयारी करते हैं और क्रिसमस की झांकी में चरनी भेड़, गाय, गड़ेरिया राजा दिखाई देते हैं. क्रिसमस पर तारों का भी बहुत महत्व है क्योंकि इन्हीं तारों ने ईश्वर के बेटे यीशु मसीह के धरती पर आगमन की सूचना दी थी.

Intro:रांची
बाइट---- मो मुमताज कारीगर
बाइट---महिला क्रिश्चियन

क्रिसमस से जुड़ी स्पेशल खबर..... पीटीसी---विजय कुमार गोप


क्रिसमस को लेकर बाजारों में उत्साह चरम पर देखने को मिल रहा है इस पर्व में क्रिश्चियन धर्मलम्बियों के लिए चरनी का खासा महत्व होता है, घरों में ख्रीस्त के जन्म के दृश्य को चरनी में दिखाने की परंपरा है। लेकिन इन सबसे अलग खास बात यह है कि एक तरफ जहां पूरा देश CAA और NRC के मुद्दों को लेकर जल रहा है तो वहीं इस क्रिसमस त्योहार के परंपरा को निभाने में सहयोग कर रहा है मुमताज नामक एक मुस्लिम व्यक्ति..... जानिए क्या है कहते हैं मुमताज


हिंदपीढ़ी निवासी मुमताज नामक व्यक्ति लगातार पिछले कई वर्षों से क्रिसमस त्योहार में चरणी बनाते हैं इनकी मानें तो सभी धर्मों का सम्मान करना जरूरी है । हिंदी मुस्लिम सिख ईसाई सब आपस में भाई भाई है और इसी परंपरा को निभाते हुए चरणी बनाने का काम करते हैं और इससे रोजगार भी हो जाती है देश में सभी नागरिकों को सम्मान होना चाहिए सभी ईश्वर के ही संतान हैं।



वही क्रिसमस बाजार में खरीदारी करने पहुंचे महिला ने चरणी के महत्व के बारे में बताया क्रिसमस फेस्टिवल का एक अहम हिस्सा जो प्रभु यीशु के जन्म की याद दिलाता है मसीही समाज द्वारा प्रभु यीशु की चटनी की झांकी क्रिसमस से पहले ही तैयार की जाती है प्रभु ईसा मसीह गडरिया के बीच चरणी में जन्म लिए थे उन्हीं की परिदृश्य अपने घर में देखने के लिए लोग अपने घर में चरणी ले जाते हैं और उस दृश्य को याद करते हैं कि किस तरह पर वह ईसा मसीह ने जन्म लिया था



प्रभु ईसा मसीह के जन्म की तैयारी को लेकर क्रिश्चियन समुदाय के लोग 1 महीने से तैयारी करते हैं और क्रिसमस की झांकी में चरणी भेड़ गाय गडरिया राजा दिखाई देते हैं क्रिसमस पर तारों का भी बहुत महत्व है क्योंकि इसी तारों ने ईश्वर के बेटे यीशु मसीह को धरती पर आगमन की सूचना दी थी


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