रांचीः कोरोना संक्रमण की वजह से दिन-ब-दिन बिगड़ रहे हालात को देखते हुए अब यह चर्चा आम हो गई है कि कहीं देश में फिर से लॉकडाउन न लग जाए. ऐसे में लोग आवश्यक वस्तुओं को स्टॉक करना शुरू कर सकते हैं. इसकी वजह से आवश्यक वस्तुओं की मांग और आपूर्ति की चेन बिगड़ सकती है. केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्रालय की अपर सचिव निधि खरे ने इस बाबत ध्यान आकृष्ट कराते हुए राज्यों के उपभोक्ता मामलों के सचिवों को पत्र लिखा है.
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वस्तुओं की मांग और सप्लाई पर विशेष नजर रखने की जरूरत
उन्होंने कहा है कि खाने पीने की चीजें और दवाओं की उपलब्धता में कहीं से कोई अड़चन न आए, इस पर विशेष ध्यान रखने की जरूरत है. यह भी ध्यान रखना है कि किसी भी हालत में आवश्यक वस्तुओं की कीमत में इजाफा ना हो. खाद्य-आपूर्ति, फूड सेफ्टी, स्वास्थ्य और पुलिस विभाग के लोगों को मिलाकर एक संयुक्त टीम भी बनानr चाहिए, जो आवश्यक वस्तुओं की मांग और सप्लाई पर विशेष नजर रखे.
लोगों को जागरूक करने की जरूरत
निधि खरे ने यह भी सुझाव दिया है कि ऐसे हालात में जागरूकता कार्यक्रम चलाकर लोगों को यह समझाना बेहद जरूरी है कि आवश्यक वस्तु की उपलब्धता में कोई कमी नहीं आएगी, इसलिए बेवजह लोग आवश्यक वस्तुओं को स्टॉक करने से बचें. निधि खरे ने उपभोक्ताओं को ध्यान में रखते हुए सभी राज्यों में हेल्पलाइन भी स्थापित करने का सुझाव दिया है ताकि किसी तरह का डाउट होने पर लोगों को सही जानकारी मिल सके.