रांची: बिहार के पूर्व विधानसभा अध्यक्ष और कद्दावर नेता उदय नारायण चौधरी लालू यादव से सबसे पहले मिलने के लिए रिम्स के पेईंग वार्ड परिसर में पहुंचे थे. लेकिन काफी देर के बाद लालू यादव के वार्ड से यह सूचना आई कि लालू यादव उदय नारायण चौधरी से नहीं बल्कि बिहार के विधान पार्षद रणविजय सिंह से मुलाकात करना चाहते हैं. जिस कारण पूर्व विधानसभा स्पीकर उदय नारायण चौधरी को काफी देर इंतजार करने के बाद बैरंग वापस लौटना पड़ा.
लालू से नहीं मिल पाए
वहीं, लालू यादव से नहीं मिल पाने के कारण उन्होंने खेद जताते हुए कहा कि कानूनी कारणों से हमारी मुलाकात लालू यादव से नहीं हो पाई. लेकिन हम उम्मीद करते हैं कि लालू यादव से आने वाले समय में मुलाकात हो पाएगी.
भाजपा की जीत पर निशाना साधा
उदय नारायण चौधरी ने लोकसभा में एनडीए की जीत को लेकर निशाना साधते हुए कहा कि लोकसभा की जीत वैज्ञानिक युग की जीत है. जिस प्रकार एनडीए और भाजपा के प्रत्याशियों ने हर जगह पर जीत हासिल की है उससे कहीं न कहीं प्रतीत होता है कि वैज्ञानिक संसाधनों का दुरुपयोग किया गया है.
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चौधरी और लालू यादव के बीच पूर्व में रह चुका है 36 का आंकड़ा
बता दें कि उदय नारायण चौधरी 2013-14 में विधानसभा अध्यक्ष होने के दरमियान जदयू के पक्ष में राजद के 22 विधायकों को तोड़ने का प्रयास किया था. जिसको लेकर लालू यादव ने उदय नारायण चौधरी के खिलाफ खासा आक्रोश भी दिखाया था. लेकिन बाद में उदय नारायण चौधरी का जेडीयू से दूरी होने के बाद वो राजद के करीब आ गए. इस लिए राजनीतिक गलियारों में यह अनुमान लगाया जा रहा है कि लालू यादव ने उदय नारायण चौधरी से इस लिए मुलाकात नहीं की, क्योंकि एक समय में उदय नारायण चौधरी ने राजद को तोड़ने का प्रयास किया था.