रांची: जिला के बुढ़मू थाना क्षेत्र अंतर्गत बंद पड़े छापर कोलियरी में अचानक हुई भू-धसान से ग्रामीणों में डर का माहौल व्याप्त हो गया है. ज्ञात हो कि कोलियरी बड़का सेयाल अंतर्गत कार्य कर रही थी और दशकों से बंद पड़ी थी. पुरी कोलियरी जर्जर हो गयी है. कई गांव और मुख्य सड़क के समीप भू धसान से लंबी दरारें बन गयी है. साथ ही 7 नंबर स्वीच घर ध्वस्त हो गया है और 4 नंबर कॉलोनी पर काफी प्रभाव पड़ा है.
ये भी पढ़ें-रांची में मिले चार चीनी नागरिक, होम क्वॉरेंटाइन में रहने का निर्देश
जमीन में बड़ी-बड़ी दरारें देख ग्रामीणों की रातो की नींद उड़ गई है, भू-धसान की आहट होते ही लोग घरों से भागकर निकल रहे हैं. ग्रामीणों की माने तो लॉक डाउन से पूर्व उक्त कोलियरी का ट्रांसफार्मर खराब हो गया था और मरम्मत के लिए ट्रांसफार्मर को सीसीएल के पास भेजा गया था. लॉकडाउन के कारण उक्त ट्रांसफार्मर बना नहीं जिससे यहां बसे ग्रामीण अंधेरे में हैं और 11000 हाई वोल्टेज तार से जैसे तैसे 440 कर बिजली का उपयोग कर रहे हैं.
जांच में जुटे अधिकारी
भू-रस्खलन की सूचना पर सीसीएल के आलाधिकारी मौके पर पहुंचे और जांच में जुट गए हैं. आखिर वर्षों बाद इस प्रकार की घटना कैसे घटी है अधिकारी इस बात की बारीकी से जांच कर रहे है कि भविष्य में किसी को यहां जान माल का नुकसान तो नही होगा।वहीँ ग्रामीणो का कहना है कि इस क्षेत्र में अंदर ही अंदर अवैध खनन जारी है जिसका परिणाम है कि इस प्रकार की घटना घट रही है.
अवैध कोयले का कारोबार जारी
छापर सहित अन्य कोलयरी क्षेत्रों से दो पहिया,चार पहिया व डंफरो से अवैध कोयले का काला खेल भी बदस्तूर जारी है हालांकि इस अवैध कोयला कारोबार की जानकारी स्थानीय पुलिस प्रशासन को है और लगातार इसपर छापामारी कर कई वाहन जप्त भी किया जा चुका है फिर भी कोयला माफियाओं का यह काला खेल जारी रहता है.
अवैध कोयला कारोबारियों का मनोबल भी काफी ऊंचा रहता है. लॉकडाउन में भी इनका दुस्साहस देखा जा सकत है. पूर्व में हेन्दगीर पिकेट पूरे बस को जप्त किया गया था.
यह, अवैध कोयला कारोबार के कारण आज भू धसान हुआ है.