रांचीः राजधानी में कोरोना का संक्रमण कम हुआ है. लेकिन नए मरीज मिलने का सिलसिला अभी-भी जारी है, खतरा अभी टला नहीं है. संक्रमण की रफ्तार को कम करने के लिए हरसंभव कोशिश की जा रही है. ऐसे में अब दूसरे राज्य से रांची आने वाली ट्रेन के यात्रियों का कोरोना टेस्ट (corona test) रेलवे स्टेशन पर ही कराने की व्यवस्था है. सोमवार से यह व्यवस्था रांची रेल मंडल (Ranchi Railway Division) के विभिन्न रेलवे स्टेशनों पर शुरू की गई है. इसकी पड़ताल ईटीवी भारत की टीम ने की है.
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कोरोना की तीसरी लहर (third wave of corona) की आशंका को देखते हुए झारखंड सरकार स्वास्थ्य विभाग (Jharkhand government health department) और रेलवे महकमा कई व्यवस्थाओं को सुदृढ़ करने में जुटी हुई है. इसी कड़ी में जिला प्रशासन और रांची रेल मंडल प्रबंधक (Ranchi Railway Divisional Manager) की ओर से इसकी तैयारी भी शुरू कर दी गई है.
सोमवार से झारखंड में बाहर से आने वाले सभी रेल यात्रियों की कोरोना टेस्ट के लिए रेलवे स्टेशन पर मुकम्मल व्यवस्था करने की बात कही गई. इसकी पड़ताल करने ईटीवी भारत की टीम ने रांची रेल मंडल के कुछ रेलवे स्टेशनों का जायजा लिया. इस दौरान हटिया रेलवे स्टेशन में यात्रियों की कोरोना टेस्ट करने को लेकर मुकम्मल व्यवस्था नजर आई. रेलवे स्टेशन परिसर में बैरिकेडिंग की गई है. पहले जहां एक ही काउंटर के जरिए यात्रियों का कोरोना टेस्ट किया जा रहा था. अब नई व्यवस्था के तहत कुल 5 काउंटर लगाकर यात्रियों का कोरोना टेस्ट किया जा रहा है.
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वरीय अधिकारी नीरज कुमार से ईटीवी भारत की विशेष बातचीत
स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों का कहना है कि किसी भी हालत में अब यात्रियों को बिना टेस्ट किए स्टेशन से बाहर निकलने नहीं दिया जाएगा. इसके लिए सुरक्षा व्यवस्था भी मुकम्मल की गई है. बैरिकेटिंग के जरिए रांची रेलवे मंडल के स्टेशनों की घेराबंद कर दी गई है. इससे पहले रांची और हटिया रेलवे स्टेशन पर कोरोना टेस्ट के नाम पर खानापूर्ति हो रही था और इस मामले में लगातार शिकायतें भी मिल रही थी.
हालांकि अब जो तैयारी दिख रही है, इससे लग रहा है कि वाकई सभी यात्रियों की कोरोना टेस्ट करने में स्वास्थ्य विभाग सफल साबित होगी. लेकिन यात्रियों की भीड़ के दौरान किस तरीके से व्यवस्थाएं मुकम्मल की जाएगी, यह एक चुनौती भी होगा. रांची रेल मंडल के वरीय अधिकारी नीरज कुमार से भी ईटीवी भारत की टीम ने इस दौरान विशेष बातचीत की है.
बढ़ाई जा रही ट्रेनों की संख्या
उन्होंने कई पहलुओं की जानकारी देते हुए कहा कि धीरे-धीरे ट्रेनों की संख्या बढ़ाई जा रही है. रांची रेल मंडल में कुल 66 जोड़ी ट्रेनें सामान्य दिनों में चलती है, फिलहाल 44 जोड़ी ट्रेनें चल रही है. जिसमें स्पेशल और लोकल ट्रेनें भी शामिल हैं. कोरोना के मद्देनजर और तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए रांची रेल मंडल ने भी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं. यात्रियों को लगातार जागरूक किया जा रहा है.
स्टेशन परिसर में सोशल डिस्टेंसिंग मेंटेन करने के लिए कई उपाय किए जा रहे हैं. रोजाना रांची और हटिया रेलवे स्टेशन मिलाकर आठ से 10 हजार यात्रियों की आवाजाही होती है और इन तमाम यात्रियों का कोरोना टेस्ट करना एक चुनौती होगा. इसके बावजूद रांची रेल मंडल और जिला प्रशासन के साथ-साथ स्वास्थ विभाग एकजुट होकर काम कर रही है. व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए आरपीएफ (RPF) की भी भूमिका अहम होगी. वहीं जिला पुलिस बल (district police force) के जवानों को भी लगाया जा रहा है.
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रांची रेल मंडल के कर्मचारी हुए थे संक्रमित
रांची रेल मंडल के अधिकारी नीरज कुमार ने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर के प्रकोप के दौरान मंडल के सैकड़ों कर्मचारी कोरोना संक्रमित हुए थे. लेकिन टीम की एकजुटता के कारण एक विकट परिस्थिति से रेल मंडल उभरा है और धीरे-धीरे यात्री सुविधा के लिए तमाम कोशिशें की जा रही हैं. जिला प्रशासन का पूरा सहयोग मिलने पर कोविड-19 टेस्ट अभियान (covid-19 test campaign) को लेकर भी कोई परेशानी इस रेल मंडल के रेलवे स्टेशनों पर नहीं होगी. स्वास्थ्य विभाग, रेल मंडल और जिला प्रशासन के तालमेल से ही तमाम परेशानियों को स्टेशनों पर दूर किया जा सकेगा.