हजारीबाग: शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट हाथी का दांत साबित हो रहा है. पाइप लाइन से ऑक्सीजन सप्लाई की बनी व्यवस्था चौपट हो गई है. सप्लाई के लिए मेन जंक्शन में सिलेंडर में लगने वाले सभी 12 नॉब खराब पड़े हुए हैं. जिस कारण पाइप लाइन से ऑक्सीजन सप्लाई का सिस्टम फेल हो चुका है. इस सिस्टम को देखने के लिए हॉस्पिटल में स्ट्रैंथ की भी भारी कमी है. ऐसे में ऑक्सीजन के अभाव में मरीजों की जान जाने का खतरा बना हुआ है.
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हजारीबाग मेडिकल कॉलेज में दो ऑक्सीजन प्लांट लगाए गए हैं, लेकिन इन दिनों दोनों ही प्लांट काम नहीं कर रहे हैं. पहला ऑक्सीजन प्लांट पोस्टमार्टम हाउस के निकट बनाया गया है. जिसकी क्षमता 1000 पीएसए है, जो 72 मरीजों को हाईफ्लो में 24 घंटे लगातार ऑक्सीजन दे सकता है. जबकि दूसरा प्लांट 4000 पीएसए का लगाया गया है. यह पहले प्लांट से 4 गुना अधिक शक्तिशाली है. इस प्लांट से 288 मरीजों को 24 घंटे लगातार हाईफ्लो में ऑक्सीजन मुहैया कराया जा सकता है. इस प्रकार दोनों प्लांट 360 मरीजों को एक साथ 24 घंटे लगातार हाईफ्लो में ऑक्सीजन मुहैया कराने की क्षमता रखता. लेकिन इन दोनों की प्लांट के खराब होने से मरीजों को परेशानी हो रही है.
इधर, इन दोनों ऑक्सीजन प्लांट के लग जाने से सिलेंडर रिफिलिंग प्लांट में हेराफेरी होने जैसी समस्या से हॉस्पिटल प्रबंधन को मुक्ति मिल जाती, लेकिन 12 नॉब खराब होने के कारण ऑक्सीजन प्लांट को पूर्ण रूप से बंद पड़ा है. अब इसे लेकर समाजसेवी से लेकर आम जनता भी प्रशासन से मांग कर रहे हैं कि जल्द से जल्द ऑक्सीजन प्लांट शुरू किया जाए जिससे मरीजों को परेशानी ना हो.
जिस दिन हजारीबाग में दोनों प्लांट से ऑक्सीजन सप्लाई होना शुरू हुआ था तो जनप्रतिनिधि से लेकर पदाधिकारी इसे एक बड़ी उपलब्धि मान रहे थे. हजारीबाग के सांसद जयंत सिन्हा खुद प्लांट देखने के लिए अस्पताल भी पहुंचे थे और उन्होंने कहा था कि यह हजारीबाग के लिए बड़ा एसेट है. लेकिन ऑक्सीजन प्लांट से ऑक्सीजन सप्लाई नहीं होने के बाद आज तक कोई भी जनप्रतिनिधि इस विषय पर सवाल खड़ा नहीं किया है. अब जिला प्रशासन के पास भी जानकारी पहुंची है, हजारीबाग उपायुक्त ने बताया कि हम लोग जल्द से जल्द ऑक्सीजन प्लांट शुरू करने की कोशिश कर रहे हैं.
सरकार ने लाखों रुपया खर्चा कर ऑक्सीजन प्लांट हजारीबाग शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में इंस्टॉल कराया था, ताकि ऑक्सीजन के कारण किसी की मौत ना हो. कोरोना काल के दौरान हजारीबाग में कई लोगों की मौत ऑक्सीजन की कमी के कारण हुई थी. ऐसे में यह कोशिश की जा रही थी कि आने वाले समय में हजारीबाग मेडिकल पर अस्पताल को ऑक्सीजन युक्त किया जाए. लेकिन यह सपना अब भी कोरा साबित हो रहा है.