रांचीः झारखंड कर्मचारी चयन आयोग (जेएसएससी) में अरसे से अध्यक्ष की नियुक्ति नहीं हुई है. प्रभारी अध्यक्ष के भरोसे आयोग संचालित हो रहा है और इसका खामियाजा अभ्यर्थियों को उठाना पड़ रहा है. परमानेंट अध्यक्ष नहीं होने की वजह से कई नियुक्तियां धरी की धरी रह गई है.
जानकारी के मुताबिक जेएसएससी में रतन कुमार के इस्तीफे के बाद राज्य सरकार की ओर से स्थायी अध्यक्ष की नियुक्ति अब तक नहीं की गई है. फिलहाल प्रभारी अध्यक्ष के भरोसे आयोग संचालित हो रहा है. पंचायती राज सचिव प्रशांत कुमार को आयोग का प्रभारी अध्यक्ष नियुक्त किया गया है लेकिन तमाम निर्णय प्रभारी अध्यक्ष नहीं ले सकते हैं. जेएसएससी में सेक्रेटरी के साथ-साथ सदस्य भी होते हैं और सदस्य भी रिटायर्ड आईएएस अधिकारी के पद पर ही तैनात है. झारखंड कर्मचारी चयन आयोग की ओर से हाई स्कूल शिक्षक नियुक्ति और पंचायत सचिव समेत कई पदों पर नियुक्ति की जा रही है लेकिन जेएसएससी की ओर से अब तक यह प्रक्रिया पूरी नहीं हो पायी है.
ये भी पढ़ें-पशु तस्कर बताकर पुलिसवालों की ही हो रही थी फोन टैपिंग, खुफिया विभाग के अफसर पर एफआइआर दर्ज
कानूनी अड़चन के कारण फंसी हुई है नियुक्तियां
बता दें कि 18584 हाई स्कूल शिक्षक, 1539 पंचायत सचिव, 1245 एलडीसी और 24 स्टेनोग्राफर की नियुक्ति होनी है लेकिन अब तक प्रक्रिया पूरी नहीं हुई है. इसके अलावा प्रखंड पंचायत राज पदाधिकारी के 1260 पदों पर भी नियुक्ति होनी है. आवेदन ले लिए गए हैं लेकिन कोरोना महामारी का हवाला देते हुए नियुक्ति प्रक्रिया अधर में ही लटकी हुई है. दूसरी ओर अस्थायी अध्यक्ष का ना होना भी एक बड़ा कारण है. वर्तमान कार्यकारी अध्यक्ष प्रशांत कुमार की मानें तो कई कानूनी अड़चन के कारण नियुक्तियां रुकी हुई हैं, जिसमें अंचल निरीक्षक प्रसार पदाधिकारी, प्लानिंग असिस्टेंट, जेएसएससी के पास सचिवालय सहायक जैसे कई पदों पर नियुक्ति लेनी है और तमाम नियुक्तियां फिलहाल ठंडे बस्ते में है.