रांची: झारखंड मुक्ति मोर्चा की ओर से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को एक पत्र लिखा गया है. पत्र के माध्यम से सीएम से आग्रह किया गया है कि दुर्गोत्सव को लेकर सरकारी गाइडलाइन में कुछ छूट दी जाए. वहीं, गाइडलाइन के तहत जारी कुछ बिंदुओं पर भी झारखंड मुक्ति मोर्चा ने सरकार के सामने आपत्ति दर्ज कराई है.
![jmm wrote a letter to cm hemant soren in ranchi](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/06:41:00:1603026660_jh-ran-04-jmm-letter-cm-img-jh10014_18102020174933_1810f_01762_733.jpg)
जेएमएम को भी है आपत्ति
दरअसल, पिछले कुछ दिनों से दुर्गा पूजा समितियों की ओर से भी दुर्गा उत्सव को लेकर सरकारी गाइडलाइन के कुछ बिंदुओं को लेकर आपत्ति दर्ज कराई जा रही है. इसी कड़ी में झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय कमेटी की ओर से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को एक पत्र लिखा गया है. पत्र के माध्यम से शारदीय नवरात्र और दुर्गोत्सव संपन्न करवाने संबंधित सरकारी निर्देश पर पुनर्विचार कराने को लेकर अनुरोध किया गया है.
झारखंड मुक्ति मोर्चा की माने तो राज्य सरकार ने नवरात्र के दौरान कोरोना महामारी के गाइडलाइन को पालन करने के लिए कई दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं, जो स्वागत योग्य है लेकिन उनमें कुछ अव्यावहारिक निर्देश भी सम्मिलित किए गए हैं.
पूजन अवधि के दौरान पूजा पंडालों में पुजारी, यजमान सहित कुल 7 लोगों को सम्मिलित होने की बात कही गई है. जबकि वास्तविकता यह है कि इसमें ज्यादा लोगों की आवश्यकता होती है. बलिदान उनके दो सहयोगी, वेदी तैयार करने के लिए दो व्यक्ति और सहायता के लिए भी लोगो की आवश्यकता होती है.
पूजन विधि में कन्या पूजा के विशेष विधान है और इसमें न्यूनतम 11 कुमारी कन्याओं की मातृ शक्ति के रूप में पूजा होती है. ऐसे में सरकारी गाइडलाइन का पालन किया जाए तो मां अंबे की पूजा करना मुश्किल हो जाएग. ऐसे कई बिंदु ओर हैजो दुर्गा पूजा को लेकर व्यवधान खड़ा कर रहा है. इन बिन्दुओ की ओर मुख्यमंत्री का ध्यान आकृष्ट कराया गया है.
ये भी पढ़े- बेरमो उपचुनावः पूर्व सांसद रविंद्र पांडे का बयान, आजसू के साथ उपचुनाव में मंच नहीं करेंगे साझा
विसर्जन को लेकर भी आपत्ति
झारखंड मुक्ति मोर्चा ने मुख्यमंत्री को आग्रह करते हुए कहा कि वैदिक घट विसर्जन और मां दुर्गा की प्रतिमा की विसर्जन के वक्त पुरोहित, ढोलक, वादक सहित अधिकतम 25 लोगों के साथ सामाजिक दूरी बना कर मुंह में मास्क लगाकर हाथों में दस्ताने पहनकर विसर्जन की अनुमति भी प्रदान किया जाए. इस आग्रह पत्र से संबंधित प्रतिलिपि मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक को भी झारखंड मुक्ति मोर्चा की ओर से भेजा गया है.