रांची: भारतीय जनता पार्टी के अनुसूचित जनजाति मोर्चा के राजधानी में हुई राष्ट्र कार्यकारिणी की बैठक पर जेएमएम ने सवाल उठाये हैं. जेएमएम ने सवाल उठाते हुए कहा कि जो पार्टी आज जनजाति समाज के उन्नति की बात कर रही है, उस पार्टी को सोचने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि बैठक में आदिवासियों के हित की नहीं बल्कि आदिवासियों को ठग कर उनके वोट लेने पर चर्चा की गई.
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झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने अनुसूचित जनजाति मोर्चा के राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक की समाप्ति के बाद कहा कि बैठक में अनुसूचित जनजाति के कई बड़े नेता पहुंचे हुए थे लेकिन किसी ने भी सरना धर्म को लेकर चर्चा नहीं की.
वहीं सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा असम में झारखंड, ओडिशा और छत्तीसगढ़ से गए आदिवासी समाज को जनजाति की श्रेणी में नहीं रखा गया है जो कि निश्चित रूप से दुर्भाग्यपूर्ण है. उन्होंने कहा कि असम में पिछले 6 वर्षों से भारतीय जनता पार्टी राज कर रही है. उसके बावजूद आदिवासियों को सम्मान असम में भारतीय जनता पार्टी नहीं दिला पा रही है और वह पूरे देश के आदिवासियों को हक दिलाने की बात करती है.उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा पर निशाना साधते हुए कहा कि एकल विद्यालय को खुलवाने के लिए हमारी सरकार हमेशा ही उनका समर्थन करती है. लेकिन लोगों की नजर में राज्य सरकार की छवि को बिगाड़ने के लिए केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा के द्वारा झूठ बोला जा रहा है कि झारखंड के विकास में राज्य सरकार रुकावट पैदा कर रही है.सुप्रियो भट्टाचार्य ने भारतीय जनता पार्टी के लोगों पर दोहरी राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा कि एक तरफ देश में जातिगत जनगणना का विरोध किया जा रहा है. वहीं दूसरी ओर उनके दल के नेता जातिगत जनगणना कराने की बात करते हैं.