रांची: हेमंत सरकार पर लगातार हमलावर रहे रघुवर दास को उनकी पार्टी जेएमएम ने जवाब दिया है. पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने न केवल रघुवर दास के आरोपों को बेबुनियाद बताया बल्कि बीजेपी नेताओं को फ्रस्टेशन का शिकार भी बताया. उन्होंने कहा कि बीजेपी हेमंत सरकार की उपलब्धियों को पचा नहीं पा रही है.
ये भी पढ़ें- रांची में गैंगवार के बाद हेमंत सोरेन पर रघुवर दास का तीखा हमला, कहा- 25 माह के कार्यकाल में कारनामे ही कारनामे
रघुवर काल में लूट की छूट: जेएमएम नेता सुप्रियो भट्टाचार्य ने आरोप लगाया कि रघुवर दास के शासन काल में संसाधनों की लूट की छूट थी. निजी कंपनियों को लाभ देने के लिए नीतियां बनाए जाते थे. उन्होंने कहा कि जेएमएम की सरकार के बनने के बाद ये सभी बंद है इसलिए बीजेपी नेता फ्रस्ट्रेशन और तिलमिलाहट में हैं. उन्होंने भाजपा पर हमला करते हुए कहा कि रघुवर दास हो या दीपक प्रकाश या बाबूलाल मरांडी हो सभी नेता हेमंत सरकार की उपलब्धि को नहीं पचा पा रहे हैं. इसलिए बिना आधार की बाते करते नजर आ रहे हैं.
झारखंड के मूलवासियों को नहीं मिला लाभ: उन्होंने बीेजपी पर निशाना साधते हुए कहा रघुवर दास के शासनकाल में जमीन के नीचे और ऊपर के संसाधनों को कौड़ी के मोल में अदानी और शाह ब्रदर्स को बेच दिया जाता था. रघुबर दास के शासनकाल में झारखंड में संचालित हो रही कंपनियों को झारखंड के संसाधनो का लाभ नहीं मिल रहा था. जिसका खामियाजा झारखंड के भोले भाले लोगों को भुगतना पड़ रहा है.
ये भी पढ़ें- भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष का हेमंत सरकार पर निशानाः बोकारो में था सरकार प्रायोजित हमला- रविंद्र राय
कौन है शेखर अग्रवाल बताएं रघुवर दास: सुप्रियो भट्टाचार्य ने रघुवर दास पर हमला करते हुए कहा कि झारखंड को बर्बाद करने में शेखर अग्रवाल की अहम भूमिका रही है. जिसकी जानकारी धीरे-धीरे जेएमएम लोगों तक पहुंचाएगी. लेकिन उससे पहले रघुवर दास बताएं कि कौन है शेखर अग्रवाल और शेखर अग्रवाल की कंपनी में इनके संबंधी की क्या भूमिका है.
लोगों को भड़का रहे हैं रविंद्र राय
उन्होंने भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रविंद्र राय पर बोकारो में हुए हमले मामले को लेकर जवाब देते हुए कहा कि पूर्व सांसद रविंद्र राय आदिवासी मूलवासी के पूर्व घोषित कार्यक्रम को उकसाने के लिए वहां पहुंचे थे जिस वजह से उनके साथ इस तरह की घटना घटी. उन्होंने कहा कि वे सरकार के मांग करते हैं कि पूरे घटना की जांच कराई जाए.