रांची: प्रदेश में हुए राज्यसभा चुनाव के नतीजों के बाद बयानबाजी भी शुरू हो गई है. झारखंड मुक्ति मोर्चा ने कहा है कि बीजेपी को संख्या से अधिक मत मिलने की जांच होनी चाहिए. इस बाबत राज्य के शिक्षा मंत्री जगन्नाथ महतो ने यह तो जांच का विषय है कि बीजेपी को ज्यादा वोट कैसे मिले. उन्होंने कहा कि बीजेपी के पास संख्या कम थी. वहीं, दूसरी तरफ उन्होंने कहा कि अब झारखंड मुक्ति मोर्चा जीत खुशियां मनाना चाहता है और आभार प्रकट करना चाहता है.
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'एनडीए की सोची समझी रणनीति का प्रतिफल'
दूसरी तरफ पहली बार विधायक बने गोमिया से आजसू के एमएलए लंबोदर महतो ने कहा कि उनके लिए यह और भी सौभाग्य की बात है. उन्होंने पहली बार राज्यसभा चुनाव में हिस्सा लिया और जिसे उन्होंने वोट दिया वह उम्मीदवार विजयी हुआ. उन्होंने कहा कि यह निश्चित रूप से एनडीए की सोची समझी रणनीति का प्रतिफल है. बीजेपी विधायक और पार्टी के प्रदेश महामंत्री अनंत ओझा ने कहा कि अपेक्षित संख्या बल से ज्यादा विधायकों का समर्थन बीजेपी के लिए शुभ संकेत है.
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राजद और निर्दलीय सांसद का कार्यकाल हुआ था समाप्त
दरअसल, दोनों सीटों में से एक पर बीजेपी के उम्मीदवार दीपक प्रकाश को 31 विधायकों का समर्थन मिला. वहीं, दूसरी सीट पर झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन ने 30 विधायकों के समर्थन के बाद जीत दर्ज कराई. दोनों राज्यसभा सीट राजद के प्रेमचंद गुप्ता और निर्दलीय परिमल नाथवानी के कार्यकाल समाप्त होने के बाद खाली हो गई थी.