रांची: प्रदेश में प्रमुख विपक्षी दल झारखंड मुक्ति मोर्चा ने गिरिडीह के मेयर पर कथित तौर पर जाति घोटाला करने का आरोप लगाया है. पार्टी ने कहा है कि गिरिडीह के मेयर सुनील कुमार पासवान ने गलत हलफनामा देकर जाति का फायदा उठाया है.
झामुमो के केंद्रीय महासचिव सुप्रिया भट्टाचार्य ने शुक्रवार को कहा कि उनके जाति प्रमाण पत्र को अनुसूचित जाति जनजाति आयोग द्वारा गठित समिति पहले ही फर्जी करार दे चुकी है. ऐसे में उनका पद पर बने रहना सही नहीं होगा. उन्होंने कहा इस मुद्दे को लेकर झामुमो ने पहले ही आपत्ति दर्ज कराई थी, जिसके विरोध में पासवान हाई कोर्ट गए और हाई कोर्ट के निर्देश के बाद अनुसूचित जनजाति और जाति आयोग के कमेटी ने इस मामले को हैंडल किया.
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भट्टाचार्य ने कहा कि पासवान पड़ोसी राज्य बिहार के रहने वाले हैं. इस वजह से उन्हें यहां के खतियानी होने का हक नहीं है. उन्होंने कहा कि 17 अगस्त को ही उनके जाति प्रमाण पत्र को फर्जी करार दे दिया गया है. बावजूद इसके गिरिडीह के मेयर अपने पद पर बने हुए हैं. भट्टाचार्य ने कहा के इस बाबत राज्य निर्वाचन आयोग को भी पार्टी ने एक रिप्रेजेंटेशन दिया है कि गिरिडीह मेयर का चुनाव रद्द किया जाए और वहां फिर से नगर निकाय का चुनाव उस पद के लिए कराया जाए.